अखिलेश सरकार बेशक तमाम दावे करे उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की कृतिम समस्या को पैदा करके उनकी छवि धूमिल की जा रही है लेकिन उत्तर प्रदेश और विशेष तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समस्यायों की कमी नहीं है |यहाँ आये दिन व्यवस्था को अंगूठा दिखती घटनाएँ घटित होरही है |जनप्रतिनिधि से लेकर अधिवक्ता तक पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा दिखाई दे रहे हैं|मेरठ के एसएसपी ऑफिस पर तो लगातार शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। जिनका संकलन करके भाजपा ने अब मुद्दा बना लिया है| A FP से विशेष बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा और राजनीतिक रूप से एक ताकतवर राज्य है। आलोचक एक युवा मुख्यमंत्री को नहीं देखना चाहते हैं। इसीलिए उन्हें लगता है कि चलो उसकी छवि खराब करें।
मुख्य मंत्री के इस दावे की पोल खोलने के लिए मेरठ कलेक्टरेट का एक दिन का नजारा प्रस्तुत है: १७ जून को मेरठ के एसएस पी कार्यालय में मेरठ के चार थानों के खिलाफ प्रदर्शन हुए इनमे से अधिकाँश गैर राजनितिक पीड़ितों द्वारा किये गए | खाज में कौडके रूप में प्रदर्शन कारियों को ढूंढें भी अधिकारी नहीं मिले | एक दिन के कुछ उदाहरण प्रस्तुत हैं :
[१] दौराला हवालात में अपहरण के आरोपी अप्पू की मौत का मामला दोबारा से गरमा गया है। इसी को लेकर कैंट विधायक अपने समर्थकों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे। एसएसपी तहसील दिवस में गए थे। बावजूद इसके वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। यहां तक की रिसेप्शन पर रहने वाले पुलिसकर्मी भी गायब मिले | घटना क्रम के अनुसार युवती को दौराला थाने के पल्लवपुरम में फेज फेज वन निवासी अप्पू पुत्र चिंताशंकर भगा कर ले गया था। सात दिसंबर को गाजियाबाद से युवती और युवक को पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपी को थाने की हवालात में बंद कर दो दिन तक यातनाएं दीं। हवालात के अंदर आठ दिसंबर को अप्पू की मौत हो गई। मां की ओर से आइपीसी थाने के इंस्पेक्टर डीपी सिंह, चौकी प्रभारी यादराम सिंह, अर्जुन सिंह नाइट अफसर, हेड मोहर्रिर बिजेंद्र सिंह, सिपाही ईश्वर सिंह पर मुकदमा हुआ था।
पीड़ित पक्ष की दर्जनों महिलाओं ने मंगलवार को एसएसपी ऑफिस पर जमकर प्रदर्शन किया।पोलिस पर क्रास मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया गया महिलाओं ने इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। गर्मी अधिक होने के कारण कुछ महिलाएं बेहोश हो गई।
[३]कंकरखेड़ा के बद्रीशपुरम में ९ जून को अधिवक्ता राजा पुत्र सुमेर सिंह पर जान लेवा हमला किया गया था | मामले की रिपोर्ट कंकरखेड़ा थाने में दर्ज करा दी गई। इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। इसी को लेकर एकजुट होकर दो दर्जन के करीब अधिवक्ताओं ने एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया |
[४]देहलीगेट के लाला का बाजार निवासी एक महिला ने एसपी ट्रैफिक के सामने पेश होकर आरोप लगाया कि ससुरालियों ने उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। अब भाजपा ने अपराधों को संकलित करके मुद्दा बना लिया है
भाजपा ने 23 जून से 11 अगस्त तक थाना घेरने की घोषणा की है |
इस दौरान थानों की हीलाहवाली एवं अधिकारियों के रवैये की पोल खोलने का दावा किया गया है|
मेरठ में आयोजित एक बैठक में स्थानीय न्रेतत्व ने आरोप लगाया है कि दो सप्ताह पहले प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के दौरे में पीड़ितों की समस्या सुनकर निस्तारण करने का आदेश जारी किया गया था। उस आदेश का कितना पालन हो रहा है, इसका प्रमाण एसएसपी ऑफिस दे रहा है।
थानों पर सुनवाई नहीं होने से परेशान पीड़ित भरी गर्मी में एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन कर इंसाफ मांग रहे हैं। अफसर इन लोगों की फरियाद सुनकर थाने स्तर पर कॉल कर कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। लेकिन कभी यह जानने की कोशिश नहीं कि थाने स्तर पर सुनवाई क्यों नहीं हो रही है? इसी का नतीजा है कि कुछ प्रदर्शनकारी महिलाएं तो एसएसपी ऑफिस पर बेहोश हो गई थीं।