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एयर लाइन्स के लिए केंद्र सरकार ने पिटारे तो खोले मगर बजट एयर लाइन्स के यात्रियों से भी जरूरी सुविधाएँ बेहद दूर

सिविल एविएशन छेत्र में केंद्र सरकार ने लोक सभा में बेशक सुधारों के हवाई जहाज उड़ाये मगर यात्री सुरक्षा के नाम पर ये सभी कागजी जहाज ही साबित हो रहे हैं | लगातार फायदा दिखाने वाली बजट एयर लाइन्स “इंडिगो” और “स्पाइस जेट” की उड़ानों में सुरक्षा व्यवस्था में ढील और यात्री स्वास्थ्य के प्रति अपर्याप्त व्यवस्था के उदाहरण सामने आये हैं |ये निजी एयर लाइन्स आये दिन किराये में कमी के ढोल पीटती रहते हैं लेकिन यात्री सुविधाओंऔर सुरक्षा के नाम पर ये बेहद महंगी साबित हो रही हैं | एयर लाइन्स में आपात स्वास्थ्य सेवा विशेष रूप से हृद्य रोगियों के लिए कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं रहता इसका ज्वलंत उदाहरण
दिल्ली से कोलकाता जा रही स्पाइस जेट की गुरुवार की फ्लाइट में देखने को मिला |इसमें सवार एक यात्री की मौत हो गई। लखनऊ में इमरजेंसी लैंडिग कराई गई।प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पाइस जेट एसजी-608 की फ्लाइट कोलकाता से दिल्ली जा रही थी। इसी बीच एक यात्री विवेक की तबियत खराब हो गई जिसके फलस्वरूप लखनऊ में विमान की इमरजेंसी लैंडिग कराई गई।जहां उसे मृतक [BroughtDead]घोषित किया गया |यदि समय रहते प्लेन में ही आपातकालीन चिकित्सा सुविधा मिल जाती तो शायद यात्री की जान बच सकती थी |
इसके अलावा सुरक्षा जांच के प्रति लापरवाही का एक ज्वलंत उदाहरण इंडिगो [सिंगापोर से चेन्नई] की अंतराष्ट्रीय फलाइट में दिखाई दिया| कुआला लम्पुर/मलेशिया में इंडिगो एयर लाइन्स की एक फलाइट में सुरक्षा जांच को धत्ता बताते हुए [या मिली भगत से] सोने की तीन ईंटें स्मगल करके लाइ जा रही थी इन्हें एक टॉयलेट में पाकेट बना कर रखा गया था एक यात्री द्वारा स्पॉट किये जाने पर उस पाकेट को अज्ञात डिक्लेअर किया गया और एक्सप्लोसिव का डाउट क्रिएट किया गया इससे डेड सौ यात्रियों में स्वाभाविक हड कम्प मच गया| प्राप्त जानकारी के अनुसार उस पाकेट में सोने के तीन छड़ें बरामद हुई | इसके पश्चात यात्रियों को अनावश्यक जाँच प्रकरण की परेशानी झेलनी पड़ी|
गौरतलब है कि भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) का गठन भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण अधिनियम, 1994 के अंतर्गत किया गया था और यह राष्‍ट्रीय हवाई अड्डा प्राधि‍करण और भारतीय अंतर्रा‍‍ष्‍ट्रीय प्राधिकरण को एक करने के साथ 1 अप्रैल, 1995 से अस्तित्‍व में आया।तभी से एयर लाइन्स को बढ़ावा देने के प्रयास तो होते रहे हैं लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं दिखता| सिविल एविएशन राज्य मंत्री के सी वेणु गोपाल ने लोक सभा में सुविधाओं के नाम पर विकास का दावा करते बताया भी है कि
[१]अधिसूचित घरेलू एयरलाईनों के लिए लैन्डिंग और पार्किंग शुल्‍कों की वर्तमान दरों को 25 % तक कम किया गया है।
[२] देश में कोई भी हवाई अड्डा असुरक्षित नहीं है।
[३]80 सीटों से नीचे की अधिकतम प्रमाणित क्षमता वाले हवाई जहाजों पर संचालन के लिए लैन्डिंग शुल्‍क नहीं लगाया गया है।
[४]पूर्वोत्‍तर क्षेत्र, जम्‍मू और कश्‍मीर, अण्‍डमान एवं निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप (रक्षा हवाई अड्ड़ों के अलावा) पर अधिसूचित घरेलू एयरलाईनों के लिए लैन्डिंग और पार्किंग शुल्‍कों की वर्तमान दरों को 25 % तक कम किया गया है|
वेणुगोपाल ने स्वीकार किया है कि २०११ से कुल १०३ फ्लाइट्स की इमेरजेंसी लैंडिंग कराई गई है इनमे से कुछके लिए टेक्निकल कारण हो सकते हैं लेकिन अधिकाँश में इसके विपरीत स्थिति दिखाई देती है इसके बावजूद भी यात्रियों की चिकित्सा सुविधा या सुरक्षा के प्रति कोई गम्भीरता नहीं दिखती| इससे पूर्व भी अति सुरक्षित और विश्व प्रसिद्द कहे जाने वाले आई जी आई एयर पोर्ट पर सोने के बिस्कुट के पैकेट टायलेट में मिल चुके हैं ड्रग्स स्मगलिंग के लिए स्मगलरों द्वारा प्राईवेट एयर लाइन्स का,[विशेष कर नार्थ ईस्ट ] इस्तेमाल किया जा रहा है| इस केस में स्पाईस जेट का नाम आया है तो इससे पूर्व सीमा पर तस्करी के लिए इंडिगो एयर लाइन्स के एक अधिकारी का नाम आ चुका है|

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