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अनिल विज ने सुभाष बोस के परिवार की जासूसी कराने वाले नेहरू की नस्ल के बहिष्कार की मांग उठाई

[चंडीगढ़]अनिल विज ने शुभाष चांद्रो बोशु [सुभाष बोस] के परिवार की जासूसी करने वाले नेहरू की नस्ल के बहिष्कार की मांग उठाई |गौरतलब है कि पुरानी फाइलों में बंद जासूसी के इस जिन्न के बाहर आने से भारतीय राजनीती में भूंचाल आ गया है |भाजपा ने इसे मुद्दा बना कर कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है |इतिहास कारों की मान्यतानुसार तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को १९४१ में मरवाने के आदेश दिए थे|नेता जी की मृत्यु की जांच की मांग गाहे बगाहे उठती रही हैं | परिजनों ने भी इस विषय में सरकारी तथ्यों को कभी स्वीकार नहीं किया |अब इस रहस्योद्घाटन पर यकीन किये जाये तो आजाद भारत में भी नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के परिजनों की जासूसी कराई गई |आजादी के बाद कांग्रेस से राज किया और पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर नेता जी की जासूसी कराने के आरोप लगे हैं जिसे तत्काल मुद्दा बनाते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज ट्वीट किया है
“सुभाष चंद्र बोस के परिवार की 20 वर्ष तक जासूसी करवाने वाले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू की पूरी नस्ल का बाहिष्कार कर देना चाहिए”
इसे पूर्व अनिल विज राजीव गांधी खेल परिसर का नाम बदल कर शहीद भगत सिंह खेल परिसर रखने बारे CM को सिफारिश भेज चुके हैं ।