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चीनी सामान की तरह बैंक भी आ गया तो समझो होनी है पौबारह


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

औए झल्लेया ये क्या हो रहा है?एक तरफ तो मोदी सरकार देह में चीनी झालरों को दिवाली में लगाने को मना करती लेकिन दूसरी तरफ चीन के बढे बैंक को मुंबई जैसे महत्वपूर्ण शहर में खोलने को मंजूरी दे रही है |औए अब मुल्क की सिक्योरिटी का क्या होगा??

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान! आने दो!आने दो!! चीनी बैंक आने दो!!!चीनी सामान की तरह ही उनका बैंक भी आ गया तो समझो हो जानी है पौबारह| अरे लोन चुकाने का समय आएगा तब तक बैंक रहेगा क्या???
अरे जरा दिमाग खोल कर सोचो के अगर चीनी सामान की तरह उनका बैंक भी आ गया तो हो जानी है सबकी पौबारह