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टेलीकाम स्पेक्ट्रम के दाम कम करो =फिक्की

उद्योग मंडल[फिक्की]ने टेलीकाम स्पेक्ट्रम के रिजर्व प्राईस को अधिक बताते हुए इसे उपभोक्ता विरोधी करार दिया है जबकि मुख्य विपक्ष भाजपा द्वारा इसे बेहद कम बता कर प्रधान मंत्री और गृह मंत्री की नियत पर सवाल उठाये जा चुके हैं
आज के फिक्की के ब्यान से ऐसा लगता है कि भाजपा के आरोपों कि हवा निकालने के लिए फिक्की मैदान में आ गई है|उद्योग मंडल फिक्की ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तय स्पेक्ट्रम मूल्य को उपभोक्ता विरोधी करार देते हुए कहा है कि इसका दूरसंचार क्षेत्र पर गंभीर असर पड़ेगा। उद्योग मंडल ने सरकार से इस पर फिर विचार को कहा है।
फिक्की की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह कदम उपभोक्ता विरोधी है और इससे प्रतिस्पर्धा पर असर पड़ेगा। इससे दूरसंचार कंपनियों को कॉल दरें महंगी करनी होंगी। साथ ही नई कंपनियां भी इस क्षेत्र में नहीं आएंगी, जिससे प्रतिस्पर्धा भी प्रभावित होगी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 1,800 मेगाहटर्ज बैंड में 5 मेगाहटर्ज स्पेक्ट्रम के लिए 14,000 करोड़ रुपये तथा 800 मेगाहटर्ज बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए 18,200 करोड़ रुपये के न्यूनतम मूल्य को मंजूरी दी गई। हालांकि, दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा सुझाए गए मूल्य से यह 22 फीसदी कम है। लेकिन फिर भी 2008 में नई कंपनियों को दिए गए स्पेक्ट्रम मूल्य से यह सात गुना अधिक है|इसीलिए कपिल सिब्बल द्वारा जीरो लास बताये जाने पर भी सवालिया निशाँ लगाये जा रहे हैं|