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डीजल ३ और पेट्रोल ५ रुपये महंगा हो सकता है

बेशक सरकार ने कार लोन को सस्ता करके गाड़ियों के सड़क पर लाने के मार्ग को आसान कर दिया है मगर लगातार तेल के दामों में वृधि की जा रही है | वाहन इंधन की खपत बड़ा कर विदेशी मुद्रा के खर्च के दबाब को बढाया जा रहा हैदो कदम आगे और तीन कदम पीछे की इस चाल को किसी भी द्रष्टि से राष्ट्रहित+जनहित+या सरकार हित में नहीं कहा जा सकता |
अब फिर तेल कंपनियां पेट्रोल की कीमत बढ़ाने जा रही हैं | इस बार पेट्रोल के साथ-साथ डीजल के दाम भी बढ़ सकते हैं|
. शुक्रवार 7 सितम्बर को संसद का[स्थगित] मॉनसून सत्र को खत्‍म करने की ओपचारिकता पूरी कर दी जायेगी जिसके बाद दाम बढ़ाए जा सकते हैं. साथ ही रसोई गैस और केरोसीन के दाम भी बढ़ सकते हैं|
डीजल की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर ५ रुपये कि बढोत्तरी हो सकती है| जानकारों का मानना है कि मॉनसून सत्र शुक्रवार७ सितम्बर को खत्म होने के बाद पेट्रोल, डीजल, केरोसिन तेल और घरेलू गैस की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हो सकती है. पेट्रोल पर कंपनियों ने पांच रुपये प्रति लीटर घाटा बताया है. यानि पेट्रोल पांच रुपये का झटका दे सकता है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार

तेल कंपनियों ने सरकार को बताया है कि उन्हें एक लीटर डीजल पर 19 रुपये 26 पैसे का नुकसान हो रहा है. केरोसिन तेल पर 34 रुपये 34 पैसे का नुकसान हो रहा है और हर सिलेंडर पर 347 रुपये का नुकसान हो रहा है. रसोई गैस के दामों में भी 80 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी संभव है|