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पेट्रोल की कीमत फिर लगा सकती है आग

पेट्रोल की कीमतें एक बार फिर से आग भड़का सकती हैं|
ऑयल कंपनियों को हो रहे घाटे के बीच इंडियन ऑयल का कहना है कि उसे पेट्रोल बेचने में 1.37 रुपये प्रति लीटर की दर से घाटा हो रहा है। ऐसे में कंपनी जल्द ही पेट्रोल की कीमतों को बढ़ा सकती है।अनुमान के मुताबिक़ लीटर पर १.५० का इजाफा हो सकता है|
तेल को लेकर हो रहे घाटे का असर कंपनियों के तिमाही परिणामों में भी देखने को मिल रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) द्वारा इस वर्ष पहली तिमाही में 22,451 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज़ कराया गया है|
कंपनी के इतिहास में यह किसी तिमाही का सबसे बड़ा घाटा है। इससे पहले वर्ष 2011-12 की पहली तिमाही में कंपनी को 7,485 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें आसमान पर पहुंचने, समय पर पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ा पाने और लागत से कम कीमत पर बिक रहे ईंधन के घाटे की सरकार से समय पर भरपाई नहीं होने से कंपनी को इतना ज्यादा नुकसान हुआ है।
हर बार की तरह तेल कंपनियों ने एक बार फिर अंतराष्‍ट्रीय बाजार में कीमत बढ़ने का रोना रोया है। तेल कंपनियां हर महीने की पहली और 16 तारीख को पखवाड़े के औसत आयात मूल्य के हिसाब से तेल मूल्यों की समीक्षा करती हैं। फिलहाल डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल पर सरकार का नियंत्रण है।
एयर इंडिया पर बकाया
सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया पर आयल कंपनी का पुराना बकाया १.२२८ करोड़ रुपये जिसपर ३.९६ करोड़ ब्याज बताया जा रहा है|इसके अलावा नया बकाया ३९० करोड़ और उस पर ब्याज ६४ करोड़ का ब्याज हो गया है|
संभवत इसीकारण अब कंपनी को सरकारी नियंत्रण में लौटाने के लिए कवायद भी चल रही है |सरकार ने जबसे पेट्रोल को सरकारी बंधन नसे मुक्त किया गया है तभी से इसे चलाना मुश्किल होता जा रहा है