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स्कूलों में बच्चे की प्रतिभा के अनुरूप उसे आधुनिक +भारतीय +मानवीय शिक्षा देकर क्षमता वान बनाया जाना चाहिए

[मेरठ]स्कूलों में हर बच्चे को उसकी प्रतिभा के अनुसार आधुनिक +भारतीय +मानवीय शिक्षा दे कर क्षमतावान बनाया जाना चाहिए|यह विचार पदमश्री फादर थामस के कुनुन्कल ने व्यक्त किये|
गढ़ रोड स्थित राधा गोबिंद पब्लिक स्कूल में आयोजित एक समारोह में बोलते हुए सी बी एस सी के पूर्व चेयर मैन कुनुन्कल ने कहा कि स्कूलों में बच्चे की प्रतिभा को पहचान कर उसे क्षमता वान बनाया जाना चाहिए|उन्होंने कहा कि ईश्वर ने प्रत्येक को अलग बनाया है|और प्रत्येक में अलग खूबी होती है|उस खूबी को पहचान कर ही उसे विजेता बनाया जाना चाहिए|स्कूल की वाईस चेयर पर्सन अनुभा त्यागी इस वर्ष ९ क्लास को सी बी एस सी से मान्यता मिलने पर वार्षिक शुल्क नही लेने की घोषणा भी की|
उदय लोरिया ने किताबी ज्ञान के अलावा जीवन में चुनौतियों का सामना करने की सामर्थ्य दिया जाना चाहिए|इस समारोह को यादगार बनाने के लिए बाल कलाकारों ने अनेकों सांकृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये|कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डा अमित शर्मा+एम् एस मैथ्यू ने योगदान दिया|