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बजट में बाजार में उपलब्ध उत्पाद की गुणवत्ता पर नियंत्रण में गवर्नमेंट या गवर्नेंस का कही उल्लेख नहीं हुआ

[नई दिल्ली]राष्ट्र के वार्षिक बजट पर भी जहां सरकार और उसके पक्ष के मीडिया ने सीना ठोका वहीँ हमेशा की तरह विपक्ष ने इसमें तमाम बुराइयां गिनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी इस नौंकझोंक में असली मुद्दे हमेशा की तरह पीछे छूटते नजर आने लग गए हैं
यहाँ इस खेंचतान में न पढ़ते हुए सामाजिक समस्या और बाजार की बुराई को उजागर करने का प्रयास है | बाजारवाद के इस युग में उपभोक्ता को राहत का रास्ता निकालने का आग्रह भर है|यदि सम्भव हो तो इसे केंद्र और राज्य के अधिकार छेत्र में बाँट कर न देखा जाये |
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी अक्सर मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गवर्नेंस के दावे करते रहते हैं |सुनने में यह बहुत अच्छा लगता है लेकिन बजट में बाजार में उत्पाद नियंत्रण में इस प्रकार की गवर्नमेंट या गवर्नेंस का कही जिक्र नहीं आया|आज कल बाजार में उपलब्ध उत्पादों की गुणवत्ता की जांच केवल पिक एंड चूज के आधार पर ही होती है यह भी कहीं कहीं ही होती दिखती है जिसके फलस्वरूप व्यापारियों द्वारा जांच अधिकारियों को तो लताड़ा जाता ही है इसके साथ ही उपभोक्ताओं द्वारा सरकारी व्यवस्था को भी कोसा जाता है|व्यापार को बढ़ावा देने के लिए व्यापार पर नियंत्रण घटाने की पूर्ववर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है लेकिन इसके दूरगामी परिणाम भी निकलेंगे इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता|
ब्लैकमनी को कंट्रोल करने के लिए तमाम दावे किये जा रहे हों लेकिन प्रैक्टिकली बाजार में उपलब्ध ब्रांडेड या सामान्य पदार्थों की गुणवत्ता+वजन+कीमत की वास्तविकता की जांच को ग्राहकों के विवेक पर छोड़ा जा रहा है|नकली या क्वालिटी में गिरावट को रोकने में इच्छा शक्ति का अभाव है |
ब्रांडेड टूथ पेस्ट+शेविंगक्रीम+की बात की जाये तो अक्सर देखने में आता है के ट्यूब में अधिकाँश हवा या पानी ही भरा होता है |पानी वाले एलपीजी सिलेंडर तो आम बात हो चली है|पांच शेविंग ब्लेड के पैकेट में एक आध खुट्टल [बिना धार के]ब्लेड निकल ही आता है|टॉमेटो सॉस में भी घातक केमिकल की रिपोर्ट्स आने लग गई हैं |आज सुबह ही मुर्गी के अण्डे लेने गए तो ४८ ग्राम ५२ ग्राम और ६२ ग्राम के अण्डों की एक ही कीमत लगाईं गई |कमोबेश यहीं हाल सब्जियों और फ्रूट का भी है | शायद यहां भी गवर्नेंस के साथ ही गवर्नमेंट की भी जरुरत है|