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I A S लाबी आगे आये और असहाय अशोक खेमका के खोमचे को उजड़ने से बचाए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झल्लेया ये क्या कुफ्र कमाया जा रहा है|व्हिसल ब्लोअर १९९१ बैच के भा. प्र. से.[I A S ]अशोक खेमका ने भारत के सबसे शक्ति शाली राजनीतिक परिवार के गिरेबान पर हाथ क्या डाल दिया कि अब सारे उस बेचारे के पीछे ही पड़ गए हैं|हरियाणवी मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डी एल ऍफ़ और राबर्ट वढेरा के बीच अपराधिक सांथ गाँठ पर पर्दा डालने के लिए अशोक खेमका के खिलाफ ही इन्क्वायरी सेट करा दी है| अब उस बेचारे को धमकियां दी जा रही है|एक वरिष्ठ वकील के टी एस तुलसी ने टी वी चैनल पर अशोक पर उलटे सीधे इलज़ाम लगा कर उसे बिलखने पर मजबूर कर दिया||तुलसी ने उवाचा है कि ११ अक्टूबर को जब खेमका का ट्रांसफर कर दिया गया था तब उसके चार दिन बाद अर्थार्त १५ अक्टूबर को वढेरा की लैंड का मुटेशन रद्द क्यूं किया गया इसे लेकर तुलसी ने खेमका पर राजनीती करने का आरोप मड दिया|इस पर बेचारे खेमका रोने लग गए|इनसे कोई पूछे कि ट्रांसफरआर्डर आने के बाद से रिलीव होने तक ट्रांस्फार्र्ड अधिकारी को क्या हाथ पर हाथ रख कर बैठ जाना चाहिए? अरे भाई आर्डर आने के बाद रिलीव होने में कई बार तो बरसों लग जाते हैं| काश अशोक के इन आंसूओं में केंद्र सरकार की बगैरती =विपक्ष की गैरत और हुड्डा की सरकार के साथ ये वकील साहब की वकालत भी बह जाती|

आई ऐ एस लाबी आगे आये और असहाय अशोक खेमका के खोमचे को उजड़ने से बचाए

झल्ला

भैया जी आपजी के इन खेमका जी को लगता है कि पता नहीं होगा कि समरथ को नहीं दोष गुसाईं और इसी अज्ञानता वश उन्होंने राबर्ट वढेरा के पैरों के नीचे से जमीन खिसका दी|अब जमीन खिसकती है तब आस पास के पेड भी गिरते ही हैं| इस सत्य को विपक्षी पार्टी के नेता शरद यादव ने समझ लिया है तभी उन्होंने परिवार पर अटैक नहें करने की सलाह उछाल दी है|अब रही बात आंसूओं की तब काश अशोक खेमका के इन आंसूओं से आई ऐ एस लाबी की निद्रा टूट जाये और यह सशक्त लाबी इस असहाय खेमका के खोमचे को उजड़ने से बचाने को आगे आ जाए|