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पर्यटन मंत्रालय,चीन को छोड़,ब्रिक्स देशों के पर्यटकों को भारत लाने में असफल

[नई दिल्ली]भारतीय पर्यटन मंत्रालय चीन को छोड़ कर ब्रिक्स देशों को आकर्षित करने में असफल
भारतीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में ई-पर्यटक वीजा पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में १११६.९% की वृद्धि का दावा किया है |
लेकिन ब्रिक्स[BRICS] देशों में से केवल चीन से ही पर्यटक आये हैं चीन के पर्यटकों की संख्या ९% बताई गई है|ई वीसा का लाभ उठाने वालों में ब्रिटैन और अमेरिका के पश्चात् चीन तीसरे स्थान पर है
ब्रिक्स में ब्राज़ील+रूस+इंडिया+चीन+साउथ अफ्रीका शामिल है आज कल भारत में इनके सम्मेलन भी आयोजित किये जा रहे हैं |ट्रेड फेयर से लेकर खेल और शिखर सम्मलेन तक की घोषणाएं की जा रही है |केंद्रीय मंत्री निर्मल सीतारमण द्वारा चीन और ब्राजील से और रूस से रक्षा समझौते किया जा रहे हैं ,लेकिन इन देशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या पर स्वाभाविक प्रश्नचिन्ह लग रहा है|इन पांच देशों में से केवल चीन से ही पर्यटकों का आगमन हो रहा है
सितम्‍बर, 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 68,809 पर्यटक आए, जबकि
सितम्‍बर, 2015 में 31,729 पर्यटक आए थे। इस तरह सितम्‍बर, 2016 में ई-पर्यटक वीजा पर आए पर्यटकों की संख्‍या में सितम्‍बर, 2015 की तुलना में 116.9 % की उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
पर्यटक वीजा सुविधा का लाभ उठाने में
ब्रिटेन (15.5 प्रतिशत) शीर्ष स्‍थान पर रहा।
अमेरिका (12.4 प्रतिशत)
चीन (9 प्रतिशत) रहे।
ई-पर्यटक वीजा सुविधा भारत में 16 हवाई अड्डों पर 150 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्‍ध है।
इस समय ब्रिक्स देशों का जमावड़ा भारत में हैं सभी मित्र देश हैं ऐसे में इन देशों से पर्यटकों का ना आना पर्यटन मंत्रालय की नीति पर सवाल जरूर खड़ा करता है |
सिंबॉलिक फोटो
नरेन्द्र मोदी ब्रिक्स नेताओं को संबोधित करते हुए