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शरद महताओं कि रोक थाम को सेबी ने कि टेडी नज़र

शेयर बाज़ार में शरद महताओं की रोक थम के लिए सेबी ने नज़र टेडी कर ली है मिडकैप शेयरों में पिछले सप्ताह दर्ज हुई भारी गिरावट की जांच कर रहे बाजार नियामक ने 19 फर्मो और ट्रेडर को बाजार में कारोबार करने से प्रतिबंधित कर दिया है। शेयर बाजार नियामक सेबी की प्राथमिक जांच में ये फर्मे एक-दूसरे से संबंधित निकलीं। इन्होंने दाम गिराने की नीयत से कुछ मझोली कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली की।
जांच के मुताबिक, बेहतर दाम उपलब्ध होने के बावजूद इन कंपनियों ने 26 जुलाई को चुनिंदा मिडकैप शेयरों में बेहद कम दाम पर बिकवाली के सौदे लगाए। ये फर्मे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों पर इन शेयरों में लगातार कारोबार करती रही हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने उक्त तारीख को पा‌र्श्वनाथ, ट्यूलिप टेलीकॉम और पीपावाव डिफेंस सहित कई कंपनियों के शेयरों में बिना किसी कारण के बेतहाशा गिरावट के लिए इन फर्मो की ओर से की गई बिकवाली जिम्मेदार माना है। अंतरिम आदेश जारी करके इन फर्मो पर प्रतिबंध लगाते हुए सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा ने मामले की जांच जल्दी ही पूरी कर दोषियों पर कार्रवाई की जाने का भरोसा दिलाया है\
एटूजेड स्टील्स, अजित कुमार जैन, शेमिनार ट्रेड कॉम, जीएन क्रेडिट्स, गिरजा जैना प्रीसशन इंडस्ट्रीज, कुवम प्लास्ट, लिटिलस्टार विनिजया, मनीष अग्रवाल और माइलस्टोन शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकिंग पर गाज गिराई गई है। अन्य प्रतिबंधित फर्मे-नीलचंद मर्केटाइल, नार्थ ईस्टर्न पब्लिशिंग एंड एडवर्टाइजिंग, पैशंस सिस्टम सॉल्यूशन, प्रीमियम हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज, रामकृपा सिक्योरिटीज, उमंग नीमानी, वीनस इंफोसॉफ्ट, व्हाइट हॉर्स ट्रेडिंग और याशिका होल्डिंग हैं। सेबी ने इन कंपनियों को अपनी सफाई देने के लिए 21 दिन का समय दिया है। नियामक ने पाया कि केवाईसी और अन्य दस्तावेजों के मुताबिक इनमें से कई फर्मो के पते और फोन नंबर एक समान हैं। साथ ही कई फर्मो ने अपने कारोबार की तुलना में आय की सही सूचनाएं केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेजों में उपलब्ध नहीं कराई हैं।
मोडस ओप्रेंडी
इन फर्मो की बिकवाली से बीएसई और एनएसई पर 26 जुलाई को सवा नौ से पौने दस बजे के कारोबार में कई मिडकैप कंपनियों के शेयर मूल्यों में 20 से 26 फीसद तक की भारी गिरावट दर्ज हुई थी। इन कंपनियों ने अपने कारोबार से संबंधित कोई भी संवेदनशील सूचना स्टॉक एक्सचेंजों पर जारी नहीं की थी। जांच में पाया गया कि संबंधित मिडकैप शेयरों में बिकवाली के 95 फीसद सौदे इन्हीं 19 फर्मो और व्यक्तियों की ओर से किए गए।
सुधारों को घोषणा
सेबी आइपीओ बाजार में जल्दी ही सुधारों की प्रक्रिया शुरू करेगा। सेबी के सदस्य राजीव अग्रवाल ने शनिवार को जयपुर में सेबी के कार्यालय का उद्घाटन करते समय कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बाजार के अलावा इससे जुड़े जोखिम को लेकर भी लोगों में जागरुकता बढाये जाने को जरूरी बताया है।