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डॉ. लक्ष्मण सिंह राठौर जलवायु सेवा के अंतर-सरकारी बोर्ड (आईबीसीएस) के सह-उपाध्‍यक्ष निर्वाचित

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक और डब्ल्यूएमओ में भारत के स्‍थाई प्रतिनिधि डॉ. लक्ष्मण सिंह राठौर जलवायु सेवा के अंतर-सरकारी बोर्ड (आईबीसीएस) के सह-उपाध्‍यक्ष निर्वाचित हुए हैं। ग्‍लोबल फ्रेमवर्क ऑफ क्‍लाइमेट सर्विसेज़ (जीएफसीएस) के क्रियान्‍वयन में भारत की अब महत्‍वपूर्ण भूमिका रहेगी |
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार 01 से 05 जुलाई, 2013 को जेनेवा में हुई जलवायु सेवा के अंतर-सरकारी बोर्ड की पहली बैठक में उनका चयन किया गया। श्री राठौर हाल ही में डब्‍ल्‍यूएमओ की कार्यकारी परिषद के सदस्‍य निर्वाचित किये गए और इसके पहले उन्‍होंने कृषि मौसम विज्ञान आयोग में उपाध्‍यक्ष के पद पर भी कार्य किया। नॉर्वे मौसम विभाग संस्‍थान के महानिदेशक एंटन एलियासेन को चेयर तथा दक्षिण अफ्रीका के लिंडा मकूलेनी को अन्‍य को-वाइस चेयर के रूप में चयनित किया गया है।
श्री राठौर के नियुक्ति के साथ ही भारत, जो कि विकासशील देशों की समस्‍याओं को लेकर काफी चिंतित रहा है, वह ग्‍लोबल फ्रेमवर्क ऑफ क्‍लाइमेट सर्विसेज़ (जीएफसीएस) के क्रियान्‍वयन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा। डब्‍ल्‍यूएमओ ने जीएफसीएस की शुरूआत विश्‍व जलवायु सम्‍मेलन (डब्‍ल्‍यूसीसी) -3 के बाद किया था, जिसका उद्देश्‍य योजना में विज्ञान आधारित जलवायु सूचना एवं भविष्‍यवाणी को शामिल करने तथा वैश्विक क्षेत्रीय एवं राष्‍ट्रीय स्‍तर पर नीति बनाकर जलवायु परिवर्तनशीलता तथा जलवायु परिवर्तन में बदलाव तथा अनुकूलता से संबंधित खतरों का बेहतर प्रबंधन करना है। जीएफसीएस के चार प्रमुख प्रथामिकता क्षेत्र हैं – कृषि एवं खाद्य सुरक्षा, आपदा जोखिम में कमी, स्‍वास्‍थ्‍य एवं जल।