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राजीव गाँधी का जन्म दिन २० के बजाये १७ अगस्त को मनेगा

देश के सबसे युवा प्रधान मंत्री बने स्वर्गीय राजीव गाँधी का जन्म दिन प्रति वर्ष २० जुलाई को राष्ट्रीय सदभावना के रूप में मनाया जाता है लेकिन सरकारी विभागों में १८ से २० तक अवकाश रहेगा इसीलिए इस वर्ष यह १७ अगस्त को मनाया जाएगा|
राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सदभाव के लिए समूचे भारत वर्ष में यह दिवस मना कर स्वर्गीय राजीव गाँधी को श्रधांजलि अर्पित की जाती है|इस दिन राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सौहार्द के लिए समर्पण भाव से योगदान देने के लिए सरकारी विभागों में संकल्प भी लिया जाता हैऔर सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं|सदभावना एवार्ड भी दिए जाते है|
श्री गांधी को उनके सादा +स्पष्ट खुले जीवन के साथ ही रास्ट्रीय एकता और साम्प्रदाईक सौहार्द के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए याद किया जाता है|
श्री गांधी को बोफोर्स घोटाले के आरोप लगा कर बदनाम किया गया और सत्ता से हटाया गया मगर बोफोर्स आज भी सेना में कामयाब हथियार माना जा रहा है और घोटाले को कभी प्रूव नहीं किया जा सका\
सदभावना दिवस पर जो शपथ ली जाती है वह इस प्रकार है
I take this solemn pledge that I will work for the emotional oneness and harmony of all the people of India regardless of caste, region, religion or language. I further pledge that I shall resolve all differences among us through dialogue and constitutional means without resorting to violence.”
आज देश के अनेकों शहरों में साम्प्रदाईक सौहार्द बिगाड़ने के कुचक्र रचे जा रहे है \असाम+मुम्बई+पुणे+रांची+बेंगलूर+ हैदराबाद+चेन्नई के बाद अब दिल्ली में भी कुछ नकारात्मक बातें उठने लगी हैं|
ऐसे में साम्प्र्दाईक सौहार्द को उत्सव की भांति मनाया जाना बेहद जरुरी हो गया है \
बुधिजीविओं का मानना है कि सदभावना एवार्ड्स जाने माने पेरसनेल्ती को ही दिया जाता है इसके साथ अगर ये एवार्ड आम आदमी को भी उसके इस छेत्र में योगदान के लिए समारोह पूर्वक दिया जाये तो शायद इसके सकारत्मक नतीजे मिलने की उम्मीद बढ सकती है|