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२६ नौकरशाहों ने तीन वर्षों में नौकरी तो छोड़ी मगर निजी छेत्र ज्वाइन करने के लिए नहीं

२६ नौकरशाहों ने तीन वर्षों में नौकरी तो छोड़ी मगर निजी छेत्र ज्वाइन करने के लिए नहीं
यद्धपि बीते तीन सालों में २६ नौकरशाहों [Bureaucrats ]ने नौकरी छोड़ी लेकिन इनमे से किसी ने भी निजी क्षेत्र में नौकरी करने के लिए अपने पद से त्‍यागपत्र नहीं दिया है| पिछले तीन वर्षों के दौरान अपनी सेवा से त्‍यागपत्र देने वाले आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारियों की संख्‍या उनके वर्ग के अनुसार नीचे दी गई हैं:-
[१]आईएएस – 11
[२]आईपीएस – शून्‍य
[३]आईआरएस – 15
लोकसभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी आईएएस/आईपीएस/आईआरएस अधिकारी ने पिछले तीन वर्षों के दौरान निजी क्षेत्र में नौकरी करने के लिए अपने पद से त्‍यागपत्र नहीं दिया है।
अन्‍य संगठनों में नौकरी करने के लिए त्‍यागपत्र देने वाले अधिकारी को पूर्व अनुमति लेने की आवश्‍यकता नहीं है। तथापि, अखिल भारतीय सेवा (मृत्‍यु सह रिटायरमेंट लाभ) नियमावली, 1958 के नियम 26 के अनुसार अधिकारी के सेवानिवृत होने पर यदि वे अपनी सेवानिवृत्‍ति की तारीख से एक वर्ष के पूरा होने से पहले सेवानिवृत्‍ति के बाद वाणिज्‍यिक रोजगार स्‍वीकार करने की इच्‍छा रखते है तो सरकार की पूर्व अनुमति लेने की आवश्‍यकता है।अखिल भारतीय सेवाओं की संख्‍या को ध्‍यान में रखते हुए, आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारियों के त्‍यागपत्र देने की संख्‍या संबंधित कैडर का नियंत्रिण करने वाले प्राधिकरण के द्वारा रखे गए रिकॉर्ड के अनुसार सामान्‍य सीमा के भीतरबताई गई है।