Ad

श्री राजेन्द्र मल लोढ़ा ने भारत के ४१ वें मुख्य न्यायधीश की शपथ ग्रहण की

[नई दिल्ली]राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने श्री राजेन्द्र मल लोढ़ा को २७ अप्रैल में भारत के ४१ वें मुख्य न्यायधीश की शपथ ग्रहण कराई |
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पद की शपथ दिलाने के बाद राष्ट्र्पति ने श्री लोढ़ा को बधाई दी |श्री लोढ़ा ने जस्टिस सदाशिवम का स्थान लिया है |यह नियुक्ति मात्र पांच माह के लिए है| कोयला घोटाले का केस सुनने वाले श्री लोढ़ा के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधान मंत्री+उपराष्ट्रपति तो उपस्थित थे लेकिन विपक्ष का कोई नेता नहीं आया |
कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा जारी माननीय न्यायमूर्ति श्री राजेन्द्र मल लोढ़ा, का जीवन-वृत्त निम्न है
जन्म 28 सितम्बर, 1949 जोधपुर में।
पिता न्यायमूर्ति श्री एसके मल लोढ़ा, राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश।
फरवरी 1973 को राजस्थान बार काउंसिल में पंजीकृत।
राजस्थान हाईकोर्ट में वकालत की। संवैधानिक, दीवानी, कंपनी, फौजदारी, टैक्स, श्रम इत्यादि क्षेत्रों में वकालत का अनुभव।
31 जनवरी, 1994 को राजस्थान हाइकोर्ट में स्थायी न्यायाधीश के रूप में प्रोन्नत।
बॉम्बे हाइकोर्ट में स्थानांतरण। वहां 16 फरवरी, 1994 को कार्यभार संभाला।
बॉम्बे हाइकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में कानून के सभी क्षेत्रों में 13 वर्ष कार्य किया।
बौद्धिक संपदा, लैंगिक भेद-भाव, पर्यावरण, परमाणु ऊर्जा, न्यायालय प्रबंधन, वाणिज्यिक अदालतों, पंचाट और मध्यस्थता आदि विषयों पर भारत और विदेशों में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा लिया।
राजस्थान हाइकोर्ट में दोबारा स्थानांतरित, जहां 02 फरवरी, 2007 को कार्यभार संभाला। राजस्थान हाइकोर्ट में प्रशासनिक न्यायाधीश रहे।
राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष रहे।
13 मई, 2008 को पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
17 दिसम्बर, 2008 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर प्रोन्नत।
राष्ट्रीय विधि सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष।
जोधपुर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आम परिषद के सदस्य।
भोपाल राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी की प्रशासनिक परिषद के सदस्य।
उच्चतम न्यायालय (मध्यम आय समूह) विधि सहायता समाज के अध्यक्ष।
राष्ट्रीय न्यायालय प्रबंधन प्रणाली की सलाहकार समिति के अध्यक्ष।