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नीले ‘हाथी’ से उतरे बसपाई स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनाया भाजपा का केसरिया कमल

BJP[नयी दिल्ली] नीले ‘हाथी’ से उतरे बसपाई स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनाया भाजपाई केसरिया कमल
उत्तर प्रदेश में सत्ता पर काबिज होने के भाजपा के लक्ष्य को आज उस समय पर लग गए जब राज्य के ओबीसी नेता स्वामीप्रसाद मौर्य पार्टी में शामिल हो गए।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में भगवा दल में शामिल हुए चौथी बार के विधायक ने दावा किया है कि यदि उन्हें पार्टी नेतृत्व से भरपूर समर्थन मिलता है तो पार्टी राज्य में मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में आएगी।
राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव है।
जून में बसपा छोड़ने से पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे मौर्य ने कहा कि वह कमजोर तबकों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्य से प्रभावित हैं । उन्होंने बसपा को औद्योगिक घराना बना देने तथा कथित रूप से टिकट बेचने को लेकर पार्टी प्रमुख मायावती की कड़ी आलोचना की।
भाजपा में शामिल होने के उनके फैसले से उनके अगले कदम के बारे में चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। दरअसल जब उन्होंने बसपा छोड़ी थी तब चर्चा थी कि वह सपा में जा सकते हैं और बाद में कई अन्य दलों ने भी उनसे संपर्क साधा था।उस समय सपा के काबीना मंत्री आज़म खान मौर्य को हाथ पकड़ कर ले गए थे लेकिन उसके पश्चात् मौर्य ने सपा को गुंडों की पार्टी बता कर सपा से भी किनारा कर लिया था
उन्होंने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैंने उपयुक्त समय पर उपयुक्त फैसला किया।’