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याकूबमेमन के भाग्य पर व्याप्त अनिश्चितता समाप्त करके बम्बधमाकों के इस दोषी को फांसी पर लटकाया

[मुम्बई,नई दिल्ली ]याकूब मेमन को आज सुबह फांसी पर लटका ही दिया गया |आज ही उसका 53वां जन्मदिवस भी है | 1993 के श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के सिलसिले में मौत की सजा पाने वाले एकमात्र दोषी याकूब मेमन के भाग्य को लेकर व्याप्त असमंजस+अनिश्चितता खत्म करते हुये उच्चतम न्यायालय ने सुधारात्मक याचिका नियमो का पालन करते हुए इस अंतिम कानूनी उपाय को भी तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों ने “‘सही तरीके” से खारिज किया और मेमन के भाग्य अंतिम पर मोहर लगाईं| पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों केआधार पर बताया है कि मेमन को नागपुर केंद्रीय कारागार में आज सुबह सात बजे से कुछ देर पहले फांसी दे दी गई।याकूब मेमन को आज सुबह नागपुर केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई है |इससे पहले आज तड़के उच्चतम न्यायालय से राहत प्राप्त करने के उसके सारे प्रयास विफल रहे |उसके समर्थकों की सारी दलीलें बेकार साबित हुई और राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने उसकी याचिका खारिज कर दी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी दोषी याकूब मेमन की दया याचिका खारिज कर दी।बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने उनसे ऐसा करने की अनुशंसा की थी।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक :कारागार: मीरा बोरवांकर+कारागार उप महानिरीक्षक राजेंद्र धामने +कारागार अधीक्षक योगेश देसाई की देख रेख में कड़ी सुरक्षा के बीच मेमन के विषय में अंतिम न्याय किया गया
कारागार अधीक्षक योगेश देसाई की निगरानी में ही पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को भी पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।