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कई साक्षर आये और हिस्से के अक्षर ले कर निकल गए|


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सपाई नेता

ओये झाल्लेया मुबारकां ओये हासाड़े यंग मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव ने एलान कर दिया है की अगले दस सालों में प्रदेश में किसी को निरक्षर नहीं रहने देंगे |ओये अखिलेश का साथ देने के लिए मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी भी दिल्ली से बाहर निकल आन्ध्र प्रदेश होते हुए अब यूं पी आ गए हैं|हुन तो हासाड़े प्रदेश के ६६ जिले साक्षर हो ही जायेंगे| उपराष्ट्रपति के आदेशानुसार अनपढ़ों को साक्षर बनाने के लिए हमारा समाज अहम भूमिका निभाएगा| कन्या विद्या धन योजना+ अल्पसंख्यक बालिकाओं के लिए सहायता यौजना + लैपटाप-टैबलेट वितरण आदि योजनाओं से भी साक्षरता को बढ़ावा दिया जाएगा| अब तो देश तरक्की की राह पर दोड़े ही दोड़े

झल्ला

मेरे भोले भाले यदुवंशी
| पिछले ढाई दशकों से ऐसे उदघाटन होते देख रहा हूँ | निरक्षरों को साक्षर बनाने को कई साक्षर आये और अपने हिस्से के अक्षर ले कर निकल गए|मेरठ में निरक्षरों की संख्या कम नहीं हुई|मुझे याद है की मेरठ के तत्कालीन डी एम् श्री तुलसी गौड़ ने भी यही दावा किया था मगर उनके जाने के बाद ना तो वो दावा दिखाई दिया और नहीं दावा करने वाला | इसीलिए कहता हूँ कि

जे माई दुर्गे कई आये ते कई तुर गए