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[कनक]सोने में मादकता है पाने वाला बौराए ही बौराए

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक अन्ना + बाबा समर्थक
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ओये आज़ादी के इतने सालों के बाद भी हम अंग्रेजों के लन्दन से एक भी गोल्ड लेकर नहीं आ सके|ओये हसाड़े पहलवानों ने थोड़ा दम दिखाया मगर इतनी लम्बी चोडी खिलाड़ियों +अधिकारियों की फौज होने के बावजूद भी ओनली छह पदक ही मिले और इनमे एक पदक भी गोल्ड नहीं |गोल्ड से चूकने वाला सुशील पहलवान पहले ही बीमार पड़ गया आते हसाड़े डाक्टर +शेफ +अफसर क्या कर रहे थे ???
झल्ला
शांत हो जा भाई |आप जी की मंचों पे तो चली नहीं अब मुझ झल्ले की क्यूं ऐसी की तैसी करने पे तुले हो|आप तो पड़े लिखे ज्ञानी दिख रह
हो|आपने वोह दोहा नहीं सुना कि
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाए
या पाए बौराए जग वा खाए बौराए
अब सुशील ने कनक[अन्न]खाया तो बीमार हो गया खिलाडियों ने पूर्वजों कि मानी और कनक[सोने]से दूर रहे
तो ठीक रहे |
वैसे हमारे देश में तो कांस्य या फिर क्वाटर फायनल में आने वालों को भी सरकारे+मंत्रालय+आर्गेनाइजेशन्स
सभी सोने से लाद रही है| वैसे आज़ादी पाए अभी छह दशक ही तो हुए हैं|और छह पदक ले आये अब बच्चो की जान ही ले लोगे|
थोड़ा इंतज़ार करो खेल मंत्री युवा अजय माकन ने कह दिया है की अगले ओलंपिक्स में २५ मेडल ले आयेंगे सो वेट यूं जस्ट वेट