झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक उपेक्षित बसपाई पार्षद
ओये झाल्लेया ये क्या हो रहा है ओये दिल्ली की चीफ मिनिस्टर श्रीमती शीला दीक्षित ने दिल्ली के मयूर विहार फेज़−3 में पूर्वी दिल्ली के कोंडली इलाके में एक सामुदायिक भवन के उद्घाटन किया इस दौरान हसाड़ी लोकल युवा पार्षद प्रियंका गौतम की इन्सल्ट कर दी।सामुदायिक भवन के उद्घाटन बोर्ड में बसपा के स्थानीय पार्षद का नाम नहीं लिख कर दलितों के साथ अन्याय किया गया है।इस के विरोध में जनता ने भी जमकर हंगामा कर दिया । इसके बाद मुख्यमंत्री को काले झंडे भी दिखाए। लेकिन इस सब हंगामे के बावजूद जल्दबाजी में कार्यक्रम को खत्म करते हुए सी एम् ने कह दिया की हमने पार्षद को युवा और अनुभव की कमी के कारण माफ़ कर दिया है । ओये गलती खुद करो माफ़ पीड़ित को करो ये तो सरासर नाइंसाफी है ।
झल्ला
ओ बाऊ जी आज कल इनकी गुड्डी सातवें आसमान पर उड़ रही हैं इसीलिए इन्हें बिजली पानी का विरोध नज़र नहीं आ रहा| इनके लिए अरविन्द केजरीवाल के बिजली आन्दोलन के झटके बेअसर है|प्याज की कीमतों से आंसू नहीं निकलते हैं| ऐसे में ये एक पार्षद को ये क्या समझेंगे ।गनीमत समझो की इन्होने एक पार्षद को बच्चा समझ कर माफ़ कर दिया वरना तो श्री मति सोनिया और राहुल गाँधी जैसे बड़ों के गले लगने वाली शीला दीक्षित ने तो बड़े बड़ों को बड़ा कर दिया है|
My mother normally told me to mention great concerning the lifeless. n nGore Vidal is Lifeless. n nGood!