Ad

सदन के बजाये टीवी पर बहसी ड्रामा कर, लोक तंत्र का मजाक उड़ा ,सुर्ख़ियों में आने से कुछ चंदा ज्यादा वसूल होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

“आप” पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख लिया इन भाजपाइयों को ?बड़े लेकर आये थे किरण बेदी को दिल्ली की मुख्य मंत्री बनाने ओये एक ही झटके में निकल गई इनकी सारी हेकड़ी| ओये हमें भगौड़ा कहने वाले आज खुद खुली बहस से भाग रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आपको भी किरण बेदी के सामने आने पर ही यह बहस की सूझी है लेकिन इस बहस में कांग्रेस अपने आप शामिल होने के लिए लालायित क्यूँ हो रही है ?झल्ले विचारानुसार जो लोग संसद या विधानसभा में बहस से भाग कर जनता के पैसे का दुरूपयोग कर रहे हैं हैं वोह लोग संदन से बाहर टीवी पर बहसी ड्रामा के लिए लंगर घुमा कर लोक तंत्र का मजाक ही उड़ा रहे हैं |वैसे हो सकता है इस प्रकार सुर्ख़ियों में आने से कुछ चंदा ज्यादा वसूल हो जाये |दिल्ली ७० सीटों पर एलक्शन है और बहस केवल एक एक सीट पर लड़ने वालों की ही मांगी जा रही है अरे भापा जी अगर बहस ही करते रहोगे या कोई काम भी करोगे ?