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राहुलगांधी को गावं के विकास के लिए वाकई पैसे चाहिए तो सलेक्टेड मीडिया के बजाय संसद में क्यूँ नहीं उठाते?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे शेर ने अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी है ओये राहुल गांधी जी ने ढहाड़ कर भाजपाइयों को आइना दिखा दिया है ओये बिना पैसे के भी कहीं कोई योजना बनती है|देख तो फंड दिया नहीं और फरमान जारी कर दिया कि प्रत्येक सांसद एक एक गावं को गोद ले कर विकास कराये ओये साढ़े सात सौ सांसदों से कहीं साढ़े छह लाख गावों का विकास हो सकता है भला इसके लिए तो एन जी ओ लगाये जाने चाहिए |एक गाव के विकास से कहीं देश का समग्र विकास होता है भला ?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण राहुलगांधी को अगर गावं के विकास के लिए वाकई पैसे चाहिए तो मीडिया के बजाय संसद में क्यूँ नहीं उठाते?
इसीलिए मत हो यूं ही हलकान अगर वाकई में आप जी की इस बात में दम है और आपजी पैसों की भूख अभी मिटी नहीं है तो इसी बात को संसद में उठाओं देश के सबसे बढे लोकतांत्रिक मंदिर में चर्चा से भाग क्यूँ रहे हो?