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मोदी भापे,आयुर्वेद और”योग”के मिश्रण से महंगे असाध्य रोग भी”सस्ते”में दूर हो सकते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे सोणे नरेंद्र भाई दामोदर मोदी जी ने आयुर्वेद कांग्रेस में सबको खरी खरी सुनाते हुए आयुर्वेद पर भरोसा करने की नसीहत दे डाली है|पीएम ने कह डाला है कि आयुर्वेद को सबसे बड़ी चुनौती उन लोगों से मिल रही है जिन्‍होंने अपना जीवन इसे समर्पित कर दिया है।मोदी जी ने इन्हें आईना दिखाते हुए निशुल्क सलाह दी है कि इन्हें महज एक पेशे के तौर पर नहीं, बल्‍कि मानव जाति की सेवा के लिए आयुर्वेद के प्रति स‍मर्पित होना चाहिए

झल्ला

ओ मोदी देयो ,आँखें खोलो एलोपैथी के ,एनसीआर में ही ,अधिकाँश प्रैक्टीशनर्स बिना रसीद दिए एक हजार रुपये तक की फीस वसूल रहे हैं|
शायद इसीलिए आयुर्वेद को बढ़ावा देनेकी महज बात करने वाले दिल्ली के डॉ हर्षवर्धन से स्वास्थ्य मंत्रालय छीन लिया गया है अब हरियाणा में उत्साही अनिल विज का नंबर लगवाओगे |ओ मेरे चतुर सुजान !जी मोदी भापे ने यूंएन में अंतराष्ट्रीय स्तर पर “योग” दिवस मनाये जाने की मांग उठाई थी जिसे पड़ोसी मुल्कों ने समर्थन भी दे दिया है |इसीलिए इस दिशा में अपने देश में या फिर भाजपा शासित प्रदेशों में ही “योगदिवस” शुरू करवा लो क्योंकि झल्लेविचारनुसार आयुर्वेद और योग के मिश्रण से महंगे असाध्य रोग भी सस्ते में दूर हो सकते हैं|