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नरेंद्र मोदी का सूट करोड़ों में बिक भी गया तो भी विपक्षियों के लिए राजनीतिक संकट

[नई दिल्ली]नरेंद्र मोदी का लखटकिया सूट करोड़ों में बिक भी गया तो भी विपक्षियों के लिए राजनीतिक संकट
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखे बंद गले के सूट की कीमत बेशक अभी तक नहीं खुली नही लेकिन इसके लिए नीलामी की बोली डेढ़ करोड़ तक जा पहुंची है अगर गंगा स्वछता अभियान के लिए के लिए नरेंद्र मोदी का पहना हुआ सूट दो करोड़ में बिक गया तो कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी+आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल+आर जे डी लालू प्रसाद यादव+जे डी यूं नितीश कुमार के राजनितिक अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो सकता है।यानि समूचे विपक्ष के लिए भारी संकट आ खड़ा हो सकता है |अभी तक अपने विरोध में चले प्रत्येक बाण को अपनी तरक्की के लिए सीढ़ी बनाने में माहिर नरेंद्र मोदी ने सूट के नाम पर लूटी दिल्ली का जवाब ढूंढ ही लिया है शायद इसीलिए सूट कि नीलामी कराई जा रही हैं|जिस सूट को राहुल गांधी और अरविन्द केजरीवाल द्वारा १० लाख का बताया जा रहा था उस सूट के लिए अभी तक डेढ़ करोड़ कि बोली लग चुकी हैं |
और अभी भी इसके दो करोड़ तक पहुँचने कि उम्मीद की जा रही है
गिफ्ट में मिले और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष पहने जा चुके लखटकिया सूट के नीलाम होने पर एक बार यह साबित हो जायेगा कि नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी के भाग्य ने उनका साथ अभी नहीं छोड़ा बल्कि ,उनके पारस गुण से ,अभी भी मिटटी सोना हो रही है|नरेंद्र मोदी पहले ही कांग्रेस द्वारा ठुकराये जा चुके अमिताभ बच्चन को गुजरात में प्रयोग करके टूरिज्म को नई ऊंचाइयां दे चुके हैं |बिहार के मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी भी पीएम से एक ही मुलाकात में अपने मेंटर नितीश कुमार और लालू प्रसाद यादव को आँखें दिखाने में सक्षम हो गए हैं यहां तक कि मोदी को फॉलो करके खुड्डे लाइन लगे हुए अरविन्द केजरीवाल भी दिल्ली के सीएम बन गए हैं |इसीलिए कथित विपक्ष को अब मोदी के समक्ष अपने अच्छे भाग्य का प्रदर्शन कराना लाजमी होगा |
दिल्ली को दोबारा खोने वाली कांग्रेस के पास फ़िलहाल बेचने के लिए कुछ बचा नहीं है शायद इसीलिए पंजाब में इन्होने गरीब का सूट ही बेच डाला लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर अपने राजनितिक अस्तित्व के लिए दाढ़ी बढ़ाये बेचारे राहुल गांधी को अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए अपनी बुलट प्रूफ जैकेट बेचनी पढ़ सकती है ।बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के पास तो ओनली खाए पिए भैंसें ही हैं और यूं पी में नया नया समधाना है सो भेंसों की अच्छी नीलामी की जा सकती है।अब ये पैसे कहाँ लगाये जायेंगें इसकी सूचना मांगने वाला तो कोई बुड़बक ही होगा
नितीश कुमार बिहार में जीतन राम मांझी के नाम से जे डी[यूं ]को सत्ता में लाने के लिए विधायक बटोर सकते हैं ।
अरविन्द केजरीवाल के पास तो ले देकर मफलर ही बचा है और इस मफलर ने दिल्ली के दंगल में महंगे सूट को हराया है | सो दिल्ली में मुफ्त वाई फाई+बिजली+पानी+मकान के नाम पर अच्छी रकम बटोरी जा सकती है और अगर इस मफलर से स्वाईन फ़्लू फैला तो उसके लिए केंद्र के खिलाफ एक और मोर्चा खोला जा सकता है