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भारतीय जीवन बीमा निगम के कब्जे में अरबों रुपयों की प्रॉपर्टी का अब डिस्पोजल कैसे होगा?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये इन्शुरन्स बिल की अमेंडमेंट को राजयसभा ने पास कर ही दिया ओये अब बीमा के छेत्र में भी २६ के बजाय ४९% ऍफ़डीआई आएगी ओये अब तो मान जाओ कि अच्छे दिन आ गए

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण मत खाओ हसाडे कान+हम हैं अभी भी अनजान+दो हमें ये ज्ञान कि कौन सी तिजौरी माफ़ करना किसकी सीट इंश्योर्ड हुई अरे बाबा सुरक्षित हुई|अच्छा चलो ये बता दो कि भारतीय जीवन बीमा निगम के भारी भरकम बेड़े के कब्जे में अरबों रुपयों की प्रॉपर्टी का डिस्पोजल कैसे होगा?