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डॉ मन मोहन सिंह ने शहीद पत्रकार लाला जगत नारायण को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया

प्रधानमंत्री द्वारा शहीद पत्रकार लाला जगत नारायण की स्मृति में डाक टिकट जारी किया गया
डॉ मन मोहन सिंह ने लाला जगत नारायण को एक बहादुर स्‍वतंत्रता सेनानी+ निडर पत्रकार+ और कुशल सांसद के रूप में याद किया|लाल जगत नारायण द्वारा शुरू किये गए ३ अख़बारों को 33 लाख से भी ज्‍यादा लोग रोज पढ़ते हैं|
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्‍ली में लाला जगत नारायण की स्‍मृति में एक डाक टिकट जारी किया।इस आवसर पर पी एम् ने कहा कि लाला जगत नारायण जी हमारे देश के एक महान सपूत थे। वह एक बहादुर स्‍वतंत्रता सेनानी, एक निडर पत्रकार और कुशल सांसद थे, उनकी राष्‍ट्रभक्ति हमें हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि हम आज उन्‍हें श्रद्धांजलि देते हुए उनकी याद में एक डाक टिकट जारी कर रहे हैं।
डॉ मन मोहन सिंह ने लाला जी कि उपलब्धियों का वरन करते हुए बताया कि 21 साल की उम्र में लाला जगत नारायण जी ने पढ़ाई छोड़कर महात्‍मा गांधी की अपील पर असहयोग आंदोलन में हिस्‍सा लिया। उनको ढाई साल की सज़ा हुई, लेकिन लाला लाजपत राय के सचिव के रूप में उन्‍होंने जेल में भी आजादी की लड़ाई में योगदान देने का काम जारी रखा। जेल से रिहाई के बाद वह देश के स्‍वतंत्र होने तक बराबर आजादी की लड़ाई में सरगर्मी से हिस्‍सा लेते रहे। भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्‍सा लेने के लिए उन्‍हें 3 साल की सज़ा हुई और आजादी की जंग के सिलसिले में वह कुल 9 साल जेल में रहे।

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh addressing at the release of the commemorative postage stamp

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh addressing at the release of the commemorative postage stamp


आजादी के बाद वह लाहौर से जालंधर आ गए। उन्‍होंने देश सेवा का अपना काम जारी रखा। वह पंजाब विधान सभा के सदस्‍य और पंजाब सरकार में शिक्षा, परिवहन और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री रहे। 1964 से 1970 तक वह राज्‍य सभा के सदस्‍य रहे। इन सभी पदों पर उन्‍होंने अपनी कार्यकुशलता की एक अलग छाप छोड़ी।
पत्रकारिता से लाला जगत नारायण जी का संबंध 1924 में बना, जब वह भाई परमानंद की पत्रिका आकाशबानी के संपादक बने। वह श्री पुरूषोत्‍तम दास टंडन जी की साप्‍ताहिक पत्रिका पंजाब केसरी के संपादक भी रहे। आजादी के बाद उन्‍होंने उर्दू अख़बार ”हिंद समाचार” की शुरुआत की और आगे चलकर हिंदी अख़बार ”पंजाब केसरी” और पंजाबी अख़बार ”जगबानी” भी स्‍था‍पित किए। आज इन तीनों अखबारों को 33 लाख से भी ज्‍यादा लोग रोज पढ़ते हैं।
लाला जगत नारायण जी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में जिन आदर्शों और मूल्‍यों का हमेशा पालन किया, वह आज भी हमारे देश के पत्रकारों का मार्गदर्शन करते हैं। उन्‍होंने मीडिया पर काबू रखने की कोशिश का जोरदार विरोध किया। उनकी निडरता हमारे लिए एक मिसाल है। उन्‍होंने आतंकवादी ताकतों की पुरजोर मुखालफत की, जिसकी वजह से उन्‍हें अपनी जान भी कुर्बान करनी पड़ी। उनके जीवन से हमें यह शिक्षा भी मिलती है कि परिस्थितियां कितनी भी कठिन हों, हमें अपने उसूलों से कभी भी कोई समझौता नहीं करना चाहिए।
पत्रकारों के लिए लाला जगत नारायण जी का संदेश खास अहमियत रखता है। मीडिया को किस प्रकार की भूमिका अदा करनी चाहिए और किस तरह से मुश्किल हालात में भी एक पत्रकार को ईमानदार, निडर और निष्‍पक्ष रहना चाहिए, उनका जीवन हमें यह खास सीख देता है।
अपनी बात खत्‍म करने से पहले मैं एक बार फिर लाला जगत नारायण जी को श्रद्धांजलि देता हूं।”
फोटो कैप्शन [1]प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह लाला जगत नारायण की स्मृति में ९ सितम्बर २०१३ को नई दिल्ली में डाक टिकेट जारी करते हुए| साथ में केन्द्रीय मंत्री कपिल सिबल भी हैं

ओलम्पिक्स-खेलों में कुश्ती को आखिरकार पुनः शामिल कर ही लिया गया :केंद्रीय खेल मंत्री जितेन्द्र सिंह ने स्वागत किया

ओलम्पिक्स-खेलों में कुश्ती को आखिरकार पुनः शामिल कर ही लिया गया है |यह फैसला मतदान के जरिए हुआ।अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के इस फैसले का केंद्रीय खेल और युवा कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जितेन्द्र सिंह ने स्वागत किया है|
केंद्रीय खेल और युवा कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जितेन्द्र सिंह ने 2020 के ओलम्पिक खेलों में[७१ देशों में खेले जाने वाले] कुश्ती को शामिल करने के अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
खेल मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 सितंबर 2013 को ब्यूनस आयरस, अर्जेंटीना में समिति के 125वें अधिवेशन में ओलम्पिक्स-2020 में अन्य 25 प्रमुख खेलों के साथ कुश्ती को शामिल करने का फैसला लिया गया। कुश्ती, स्कवॉश और बेसबॉल/सॉफ्टबॉल को ओलम्पिक्स-2020 में अतिरिक्त खेल के रूप में शामिल करने के बारे में विवाद बना हुआ था। कुश्ती को शामिल करने का फैसला मतदान के जरिए हुआ।
गौरतलब है कि [१]12 फरवरी, 2013 को आईओसी के कार्यकारी बोर्ड की बैठक ने सिफारिश की थी कि कुश्ती को 2020 के ओलम्पिक्स में प्रमुख खेलों की सूची में शामिल न किया जाए। इसका संचालन कुश्ती एसोसिएशनों की अंतर्राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा किया जाता है।
[२]20 मई, 2013 को रूस में सेंट पीटर्सबर्ग में हुई बोर्ड की बैठक में सिफारिश की गई कि कुश्ती, स्कवॉश और बेसबॉल/सॉफ्टबॉल को ओलम्पिक्स-2020 में अतिरिक्त खेल के रूप में शामिल करने के बारे में आईओसी के 125वें अधिवेशन में विचार किया जाए।
12 फरवरी, 2013 को आईओसी के कार्यकारी बोर्ड द्वारा कुश्ती को प्रमुख खेलों की सूची से बाहर रखने के फैसले से धक्का लगा था।
युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने आईओसी और उन देशों के साथ, जहां कुश्ती लोकप्रिय है, इस मामले को उठाया, ताकि कुश्ती को ओलम्पिक खेलों में शामिल रखा जा सके।
श्री जितेन्द्र सिंह ने आईओसी के अध्यक्ष श्री जैक्स रॉग को पत्र लिखकर उनसे बोर्ड के फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया। श्री जितेन्द्र सिंह ने अन्य देशों के खेल मंत्रियों को भी पत्र लिखा, जहां कुश्ती लोकप्रिय है और उनके पहलवानों ने लंदन ओलम्पिक्स-2012 में भाग लिया था। खेल सचिव ने भी विदेश सचिव को लिखा था कि विदेश मंत्रालय 70 देशों में हमारे राजदूतों और उच्चायुक्तों से कहे कि वे उन देशों के खेल मंत्रियों से इस मामले को आईओसी के सामने उठाऩे को कहें। 2 सितंबर, 2013 को मंत्रालय ने आईओसी के सभी सदस्यों से अनुरोध किया था कि वे कुश्ती को ओलम्पिक खेलों की प्रमुख सूची में शामिल रखने के बारे में फैसला लें।
इन सब प्रयासों का सुखद परिणाम निकला। कुश्ती 1886 में एथेंस में शुरू हुए आधुनिक ओलम्पिक खेलों में शामिल थी और उसके बाद भी रही है। प्राचीन ओलम्पिक्स में भी कुश्ती खेलों का हिस्सा थी। आज के समय में भी कुश्ती लोकप्रिय है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लंदन ओलम्पिक्स-2012 में 71 देशों ने कुश्ती स्पर्धाओं में भाग लिया था।

कांग्रेस के थिंक टैंक और पंजाबी संगठन के सरंक्षक पूर्व राज्यपाल रोमेश भंडारी का 85 साल की आयु में निधन हो गया

उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रोमेश भंडारी का 85 साल की आयु में निधन हो गया| लोधी रोड शवदाहगृह में आज शाम उनके पार्थिव शरीर का अंतिम -संस्कार किया गया |श्री भंडारी देश के पूर्व विदेश सचिव +उत्तर प्रदेश+गोवा+त्रिपुरा के राज्य पाल के साथ ही दिल्ली के भी उप राज्यपाल भी रहे हैं| भाषा ने उनके परिवार के सदस्यों के हवाले से बताया कि पैनक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे भंडारी ने कल रात गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और देश के पूर्व विदेश सचिव रोमेश भंडारी का लंबी बीमारी के बाद शनिवार रात गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया। श्री भंडारी के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटी है।श्री भंडारी कांग्रेस के थिंक टैंक माने जाते रहे हैं इसके अलावा पंजाबी संगठन के सरंक्षक भी रहे हैं|पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पंजाबी समाज को एकजुट करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी|इसके अलावा श्री भंडारी ने कल्याण सिंह की सरकार को बर्खास्त करके [कांग्रेस के वर्तमान सांसद ]जगदम्बिका पाल को एक रात के लिए मुख्य मंत्री बना दिया था|
उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उन्हें एक ‘कुशल प्रशासक’ बताया।
भंडारी 29 मार्च, 1928 को लाहौर में जन्मे थे। वह 1950 में न्यू यॉर्क के भारतीय वाणिज्य दूतावास में उप वाणिज्य दूत के तौर पर भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे।

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ0 अजित सिंह ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन माँगा

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ0 अजित सिंह ने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग की है|उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल होने एवं प्रदेश में फैले सांप्रदाियक दंगों को काबू करने में नाकाम रहने के कारण केन्द्रीय सरकार से मांग की है कि उत्तर प्रदेश में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लागू करे।प्रदेश में दंगों की सेंचुअरी पूरी होने पर यह मांग उठाई गई है|
चौधरी अजित सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में समाज वादी पार्टी के सत्ता में आने के समय से उत्तर प्रदेश में सौ से भी अधिक सांप्रदायिक दंगे हो चुके हैं।
मुजफफरनगर में हाल ही में हुए दंगों ने प्रदेश सरकार की दुर्बल+ बेअसर और लापारवाही को उजागर किया है |
अखिलेश यादव सरकार पिछले दरवाजे से दंगों को भड़का रही है। सिथति इतनी खराब हो चुकी है कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को अपनी जान गंवाने के डर से क्षेत्र को छोड़ना पड़ा। प्रदेश में शांति स्थापित करने के लिए भारतीय सेना को बुलाना पड़ा है।
यह विडंबना है कि श्री अखिलेश यादव की सरकार ने सांप्रदायिक दंगों के पीडि़तों को दो तरह के मुआवजे दिए हैं जो कि एक समान होने चाहिए। निवर्तमान वी0एच0पी0 की यात्रा को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने 8000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है लेकिन प्रदेश में व्याप्त तनाव व हिंसा को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा का अंदाजा लगाने में वह पूर्णत विफल रही। हिंसक दंगों को भड़काने वाले भाषण देने वाले राजनेताओं के विरूद्व कार्यवाही करने में प्रदेश सरकार नाकाम रही।
चौ0 अजित सिंह ने जनता से अपील की है कि वे अवांछनीय तत्वों द्वारा फैलायी जा रही अफवाहों से उत्तेजित न हों और सदियों पुराने चले आ रहे शांति और भार्इचारे को बनाए रखें।

शांति निकेतन विद्यापीठ ने द्रोण स्कूल सरधना को २५-१० से हरा कर २ दिवसीय बाली बाल प्रतियोगिता-२०१३ जीती

[मेरठ]शांति निकेतन विद्यापीठ ने द्रोण स्कूल सरधना को २५-१० से हरा कर २ दिवसीय बाली बाल प्रतियोगिता-२०१३ जीती| विजेता टीम को २१० रुपये नकद और ट्राफी प्रदान की गई|उप विजेता को १५०० की नकद राशि दी गई|इस चैम्पियन शिप में १५ टीमो ने भाग लिया|प्रतियोगिता के रेफरी अजय चौहान+अमन प्रधान +अक्षय बंगा रहे|
मुजफ्फर नगर हिंसा में मारे गए साहसी पत्रकार राजेश वर्मा एवं छाया कार इसरार अहमद को दो मिनट का मौन रख कर श्रधान्जली दी गई|

राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री और उप राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता आंदोलन में नई स्फूर्ति भरने वाले गणेश चतुर्थी महोत्सव की बधाई दी

राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री और उप राष्ट्रपति ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर देश वासियों को बधाई दी
`राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर नागरिकों को बधाई संदेश में कहा, ” गणेश चतुर्थी के इस आनंदपूर्ण अवसर पर, मैं अपने सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं।
भगवान गणेश के जन्म के प्रतीक इस पर्व के अवसर पर सभी मतावलंबी लोग मिल कर खुशी मनाते हैं। इस त्योहार पर बड़े पैमाने पर जन समारोहों को महान स्वाधीनता सैनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया था। इस दिन, आइए हम इस महान नेता की भावना और दृष्टिकोण को पुनर्जीवित करने का प्रण करें तथा खुद को फिर से देश के विकास और प्रगति के लिए पुनः समर्पित करें।
मैं दुआ करता हूं कि गणेश चतुर्थी से जुड़ा यह पर्व ऐसे नए, न्यायप्रिय, सशक्त और जिम्मेदार भारत के निर्माण के लिए नए प्रयासों की शुरुआत हो जहां लोग खुशी और सामंजस्य के साथ रहते हों।
आइए इस पर्व उस आस्था के साथ मनाएं जो भारत की समग्र संस्कृति में नेक, श्रेष्ठ और ईमानदार और गर्व संजोए हुए हो।
प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने कहा कि गणेश चतुर्थी महोत्सव ने स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्त्व पूर्ण भूमिका निभाई है| इस त्यौहार से हमें भाई चारे +एकता+सम्प्रादाईक सौहार्द के लिए प्रेरणा मिलती है| और राष्ट्र निर्माण में समर्पण भावना की व्रद्धि होती है|
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर अपने संदेश में कहा कि यह त्योहार देश के सभी भागों में उल्लास एवं उत्साह से मनाया जाता है जो भगवान गणेश के जन्म दिन का प्रतीक है। उन्होंने कामना की है कि इस खुशी के अवसर पर भगवान गणेश सबको बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करें। ”

Electricity Connection OF Protester Shazia Ilmi’s Residence Disconnected ,AAP Party called It Act of coercion and strong arm tactics of Delhi Government and police

Electricity Connection OF Protester Shazia Ilmi’s Residence Disconnected ,AAP Party called It Act of coercion and strong arm tactics of Delhi Government and police
The electricity meter of Shazia Ilmi, AAP candidate from RK Puram Assembly seat, was forcibly removed by BSES officials in the presence of eight police personnel from CR Park police station. Despite protests, the electricity meter was not only removed, but the seal was also broken and taken away by BSES officials.This has not only irritated the Aap party but given another Issue also .
It has been advocated by the Aam admi party ” It is shameful that while electricity bill of both Ruling and Opposition party leaders has been mounting for years, the government has been going smooth on them. It was recently widely reported that BJP supremo Rajnath Singh has a due of over Rs 5.50 lakh, Jagdish Tytler of over Rs 10 lakhs, Ram Vilas Paswan of over 1.50 lakhs – the list is long. Surprisingly, no action has ever been taken against them. This only proves that the BJP and Congress are hand in glove.”
On the other hand, the connection of AAP leader Shazia Ilmi who has been very vocal against inflated electricity bills in the national capital has been terminated. Her electricity bill for the last few months was just Rs. 58000. It is even more surprising that 8 police personnel were called to oversee the removal of electricity meter at Ilmi’s residence for BSES officials.
It May Be Added That In the month of March, Aam Aadmi Party had launched Bijli-pani satyagrah as part of which people were requested not to pay the inflated electricity bills. Shazia Ilmi had not paid her bills for the last few months as part of protest against electricity hike in Delhi and inflated electricity bills by Shiela Dikshit Government. The police and the BSES members have also threatened a raid on Ilmi’s residence in case she tried to restore electricity connection herself.
Unperturbed by the incident Shazia Ilmi said, “I will continue my fight against unjustified increase in price of electricity which is eating into the budget of common man. I will not be intimidated by any act of coercion and strong arm tactics of Delhi Government and Delhi police.”
It is clearly evident that state machinery is being used to harass AAP leaders and volunteers. Shazia Ilmi has also alleged that the RK Puram office situated at Munirka market has been barricaded by the police to prevent effective access to AAP office. This has been done by the Traffic Police deliberately on the pretext of preventing traffic jams as there have been no incident of traffic jams in that part. The barricading has been done only in that particular part of the market where AAP office is situated. Not only this, there has been excessive surveillance on AAP activities in RK Puram area, with the meeting venue being frequented by police personnel irrespective of private or public spaces used as venues. These incidents smack of political bias and misuse of state machinery against targeting AAP leaders and volunteer

भाजपा ने गंगा की रक्षा के लिए वृक्षारोपण रूपी चुनरी औडाने का निर्णय लिया

भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने गंगा की रक्षा के लिए वृक्षारोपण रूपी चुनरी औडाने का निर्णय लिया है|
१९ सितम्बर से ४ अक्टूबर तक पित्र पक्ष में गंगा के किनारों पर गंगोत्री से गंगा सागर तक व्रक्षारोपण किया जाएगा|
भाजपा के मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया|गंगा प्रकोष्ठ की श्री मति अनीता सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में नितिन गडकरी+राम लाल+महेंद्र पाण्डेय+ने भी भाग लिया|
कार्यालय मंत्री और मंच संचालक शैलेन्द्र पाण्डेय ने बताया के उतराखंड की त्रासदी में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और स्मृति में वृक्षारोपण किया जायेगा|

मुजफ्फर नगर के तीन थाना छेत्रों में एहतियातन कर्फ्यू और उ.प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित

मुजफ्फर नगर के तीन थाना छेत्रों में एहतियातन कर्फ्यू और उ.प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित
मुजफ्फर नगर में हिंसक घटनाओं पर दुःख व्यक्त करते हुए यूं पी के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने साम्प्रदाईक सदभाव और सौहार्द बनाये रखने के आदेश दिए एवं मृतकों के परिजनों को ५-५ लाख रुपये +घायलों को ५०-५० हज़ार और सामान्य घायलों को २०-२० हज़ार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की|
मृतक पत्रकार राजेश वर्मा के परिजनों को कुल १० लाख राशि की सहायता का एलान किया|
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है|२८ कम्पनी अतिरिक्त पोलिस बल की तैनाती के निर्देश जारी कर दिए गए है|
गौरतलब है केमुजफ्फर नगर में आज की इस घटना में पत्रकार सहित कुल छह व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जबकि ३४ घायल हुए हैं|एहतियातन सिविल लाईन्स+कोतवाली+नई मंडी में कर्फ्यू लगाया गया है|आई जी कानून व्यवस्था को मुजफ्फर नगर में कैम्प करने के निर्देश दियेगये हैं|

मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में आर्थिक रूप से दुर्बल और अल्प आय के ११ लाभार्थियों को आवास आंवटित किये

[लखनऊ] मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में आर्थिक रूप से दुर्बल और अल्प आय के ११ लाभार्थियों को आवास आंवटित कियेआर्थिक रूप से दुर्बल और अल्प आय के ११ लाभार्थियों को आवास आंवटित किये गए | मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने सुशांत गोल्फ सिटी टाउन शिप में दुर्बल और अल्प आय के ११ लाभार्थियों को आवास की चाबी सौंपी |यह निर्माण सुशील अंसल ऐ पी आई द्वारा राज्य सर्कार की हाई टेक टाउन शिप निति के अंतर्गत किया गया है |
इस श्रेणी के १८० भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है जबकि १०००० आवासीय भवन और बनाये जाने हैं| अखिलेश यादव ने शहरी एवं ग्रामीण इलाकोंके गरीबों को आवास उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया |
इस अवसर पर सुशील अंसल+ पी एन मिश्रा+कारागार नमंत्री राजेंदर चौधरी+सांसद श्रीमती सुशीला सरोज+शारदा प्रताप शुक्ला[विधायक]रवि दास मेहरोत्रा+चन्द्रा रावत आदि उपस्थित थे|