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लाख करोड़ रुपये वाले बुनियादी ढांचागत निवेशों पर स्‍थाई समिति की प्रथम बैठक 19 जुलाई 2013 को होगी

प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव की अध्‍यक्षता में बुनियादी ढांचागत निवेशों में वृद्धि के लिए स्‍थाई समिति की प्रथम बैठक 19 जुलाई 2013 को आयोजित की जाएगी। अनुमानित एक लाख करोड़ रुपये की लागत वाली निम्‍न परियोजनाओं की तैयारी की निगरानी और उन्‍हें प्रारंभ करने के लिए वित्‍त मंत्रालय, योजना आयोग, आर्थिक मामले, सड़क, परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, नागरिक विमानन, ऊर्जा मंत्रालय एवं विभागों के सचिवों तथा रेल बोर्ड के अध्‍यक्ष को आमंत्रित किया गया है :-
[1]. मुंबई एलिवेटिड रेल गलियारा परियोजना [2]. दो लोकोमोटिव परियोजनाएं [3]. त्‍वरणशील पूर्वी समर्पित भाड़ा गलियारा 4][. एक एक्‍सप्रेस वे परियोजना [5]. एक बंदरगाह[6]. दो हवाई अड्डे [7]. विद्युत और पारेषण परियोजनाएं रेल के लिए मंजूर की गई परियोजनाओं में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री ने रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष, वित्‍त सचिव और योजना आयोग के सचिव के साथ एक अंतर मंत्रिस्‍तरीय समूह के गठन को मंजूरी दे दी है। यह समूह अनुमानित दो लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं के मामले में आने वाली समस्‍याओं को दूर करने और निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकता के आधार पर एक सृजनात्‍मक वित्‍तीय एवं कार्यान्‍वयन तंत्र बनाने में मदद करेगा।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश सीमा संशोधन प्रस्‍ताव पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण और भारतीय प्रेस परिषद के विचार मांगे

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश सीमा संशोधन प्रस्‍ताव पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण और भारतीय प्रेस परिषद के विचार मांगे
प्रिंट और प्रसारण क्षेत्र में प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश की अधिकतम सीमा संबंधी वित्‍त मंत्रालय के परामर्श पत्र पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रसारण क्षेत्र के मुद्दों पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की सिफारिशें और प्रिंट मीडिया संबंधी मामलों पर भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) की टिप्‍पणियां मांगी हैं। चूंकि ट्राई और पीसीआई के साथ परामर्श प्रक्रिया में समय लगेगा, इसलिए मंत्रालय ने औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग को सूचित किया है कि प्रिंट और प्रसारण क्षेत्रों में प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश की मौजूदा सीमा जारी रहेगी तथा यथास्थिति बनी रहेगी।
इसके पूर्व प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश सीमा पर परामर्श पत्र के मसौदे की प्राप्ति के बाद मंत्रालय ने संबंधित मुद्दों पर प्रिंट और प्रसारण क्षेत्रों के हितधारकों के विचार लिए थे। बातचीत के दौरान विभिन्‍न विचार सामने आए थे, जिनके कारण बात तय नहीं हो पाई थी। उल्‍लेखनीय है कि इंडियन न्‍यूजपेपर सोसायटी (आईएनएस) ने अपने विचार देने के लिए और समय मांगा था। इसके अलावा न्‍यूज ब्रॉडकास्‍टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने भी अभी तक अपनी टिप्‍पणियां नहीं दी हैं। इस स्थिति को देखते हुए मंत्रालय ने यह मामला ट्राई और पीसीआई को सौंप दिया है।

अजय माकन ने, दिल्ली से, नरेंदर मोदी द्वारा पुणे में दिखाए गए गुजरात विकास को आईना दिखाया

कांग्रेस के नए संचार प्रभारी अजय माकन ने भाजपा नरेन्द्र मोदी के पुणे में दिए गए भाषण का दिल्ली से जवाब देते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए गुजरात में विकास माडल के दावों को आईना दिखाया |
दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अजय माकन ने स्पोर्ट्स + शिक्षा और टूरिज्म के आंकड़ें प्रस्तुत करते हुए [१]स्पोर्ट्स के मामले में कहा के

[१]स्पोर्ट्स ]

के छेत्र में देश को अन्तराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने में वाकई अभी समय लगेगा लेकिन इसके साथ ही २०१२ में महामारी उपलब्धियों को कम करके नही आँका जाना चाहिए |इसमें अब तक सबसे अधिक भारत के ८३ खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया और ६ मेडल्स जीते |इसकी तुलना उन्होंने गुजरात से करते हुए कहा के झाड़ खंड के नेशनल गेंम में गुजरात को ४४४ में से जीरो गोल्ड मैडल और कुल १४७९ मेडल्स में से केवल ७ मेडल्स ही मिले जबकि चंडीगढ़ जैसे छोटे यूं टी ने दस मेडल्स जीते| यहाँ तक के ओलम्पिक के लिए हरियाणा ने ६ में से ४ मेडल्स जीते जबकि गुजरात के पास क्या है?

[२]शिक्षा

२००४ में सामान्य शिक्षा के लिए ६८०० करोड़ रुपये थे २०१३-१४ के लिए ५२८७५ करोड़ रखे गए हैं टेक्नीकल शिक्षा में ६४१ करोड़ रुपये बढ़ा कर ६५१८.२ करोड़ का प्रावधान है|
गुजरात में २०११-१२ के लिए १३.९%का प्रावधान रखा था यह देश में १४वा स्थान है|
सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी +आई आई टी+आई आई एम् सर्वश्रेष्ठ हैं सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी की संख्या ३० से बढ़ा कर ७३ कर दी गई हैं|इसके ठीक विपरीत गुजरात में [अ]२५%सरकारी डिग्री कालेजों में प्रिंसिपल नही हैं|[आ]डिप्लोमा इंजीनियरिंग कालेजों में यह २०% से भी कम हैं|[इ]६७% सीनियर फेकल्टी मेंबर की कमी है|सामान्य शिक्षा में यह स्थिति और भी ख़राब है|
[३]मिड डे मिल्स के छेत्र में देश भर में ९२.०६% तक यह सुविधा पहुंची है जबकि गुजरात में यह संख्या केवल ८९.९४% ही है|पंजाब और वेस्ट बंगाल का नंबर इसके बाद आता है|
[४] देश में व्यस्क साक्षरता ६४.८% से ७४% पर है जबकि गुजरात में[ अ]पुरुष साक्षरता ९वे [आ]महिलाओं में १४ वा[इ]
इसके अलावा शिक्षा के अधिकार से ३०८८८ प्राईमरी भवन +१०६४४ अपर प्राईमरी + अतिरिक्त क्लास ६८८३८५ +५१८७०० शौचालय बनवाये गए हैं |७००४७५ शिक्षकों के पद स्वीकृत किये जा चुके हैं|

[३]टूरिज्म

राष्ट्रीय पर्यटन में गुजरात का २.५% शेयर से दसवें नंबर पर है जबकि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहले दस में तो कही नही हैं|

भारतीय जन संपर्क संस्थान को राष्ट्रीय महत्त्व देने के लिए सरकार अधिनियम ला सकती है

सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री मनीष ति‍वारी ने आज अपने मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक में भारतीय जन संपर्क संस्‍थान (आईआईएमसी) की गतिविधियों के बारे में चर्चा की।श्री तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के सदस्‍यों को लेवेसन रिपोर्ट की भारतीय संदर्भ में प्रासांगिकता के बारे में जानकारी दी गयी।
सदस्‍यों का स्‍वागत करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि मौजूदा मीडिया माहौल को देखते हुए आईआईएमसी[ IIMC ] जन संपर्क के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा देने के लिए एक कार्यक्रम तैयार कर रहा है। मंत्री महोदय ने बताया कि सरकार एक अधिनियम के जरिए आईआईएमसी को राष्‍ट्रीय महत्‍व का संस्‍थान घोषित करने पर विचार कर रही है।
इस अवसर पर आईआईएमसी के महानिदेशक ने समिति के सदस्‍यों के समक्ष संस्‍थान की प्रमुख गतिविधियों और भावी योजनाओं को प्रस्‍तुत किया। सदस्‍यों ने उर्दू पत्रकारिता शुरू करने के संस्‍थान के कदमों की सराहना की और इस संबंध में आवश्‍यक सुधार करने की सलाह दी। सदस्‍यों ने यह भी कहा कि विभिन्‍न क्षेत्रीय केन्‍द्रों में क्षेत्रीय भाषाओं में भी पाठ्यक्रम चलाए जाने चाहिए।
समिति के सदस्‍यों ने इस बात पर जोर दिया कि पत्रकारिता के पाठ्यक्रम में स्‍वतंत्रता संग्राम, संस्‍कृति और पत्रकारिता में आदर्शों के निर्वहन का भी समावेश किया जाए।
बैठक में डॉ. अनूप कुमार साहा= श्री रमाशंकर राजभर+ डॉ. संजय जायसवाल,+श्री शत्रुघ्‍न सिन्‍हा+ श्री अहमद सईद मलीहाबादी+ डॉ. बरुन मुखर्जी+ श्री भरत कुमार राउत+श्री एम.पी. अच्‍युतन+ श्री मोहम्‍मद अदीब + श्री प्‍यारीमोहन महापात्रा आदि उपस्थित थे।

पर्यटन मंत्रालय, तीर्थ स्‍थलों पर, सुविधाएं बढाने के साथ विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कराएगा

राष्‍ट्रीय पर्यटन सलाहकार परिषद की बैठक में प्रमुख तीर्थ स्‍थलों पर सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया गया
केन्‍द्रीय पर्यटन मंत्री श्री के. चिरंजीवी ने इस बैठक में कहा है कि पर्यटकों, खासकर विदेशी महिला पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मुख्‍य मुद्दा है। राष्‍ट्रीय पर्यटन सलाहकार परिषद की बैठक की अध्‍यक्षता करते हुए श्री चिरंजीवी ने कहा कि कुछ विदेशी महिला पर्यटकों के साथ हाल में हुई दुष्‍कर्म की घटनाओं से भारत के प्रति नकारात्‍मक छवि का प्रसार हुआ है। उन्‍होंने कहा कि कानून व्‍यवस्‍था राज्‍य का मामला है, मैंने सभी मुख्‍यमंत्रियों को पत्र लिखकर प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया है ताकि पर्यटकों के प्रति हितकर और दोस्‍ताना माहौल बन सके।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि भारत में पर्यटन क्षेत्र ने पिछले दशक में बेहतरीन विकास दर्ज किया है। वर्ष 2012 के दौरान विदेशी पर्यटक आगमन 65.80 लाख तक पहुंच गया था, जबकि देसी पर्यटकों की अनुमानित संख्‍या इस दौरान 102.70 करोड़ रही। उन्‍होंने कहा कि भारत में पर्यटन का विकास हालांकि वैश्विक स्‍तर पर पर्यटन के हुए विकास से अधिक है, फिर भी विश्‍व पर्यटन में भारत की 0.64% की हिस्‍सेदारी काफी कम है, जिसे बढ़ाने के लिए हमें काफी मेहनत करने की जरूरत है। श्री चिरंजीवी ने कहा कि भारतीय पर्यटन को बनाये रखने में देसी पर्यटकों की अहम भूमिका है, इसलिए हमें देसी पर्यटन को भी बढ़ावा देना जारी रखना हैं। धार्मिक पर्यटन का हवाला देते हुए उन्‍होंने कहा कि देसी पर्यटन में तीर्थयात्रियों का अच्‍छा-खासा योगदान है, ऐसे में प्रमुख तीर्थ-स्‍थलों पर सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। उन्‍होंने बताया कि उत्‍तराखंड की तबाही में बरबाद हो चुके सरकारी पर्यटन सुविधाओं को फिर से बहाल करने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने 100 करोड़ रूपये का विशेष वित्‍तीय पैकेज मंजूर किया है। यह राशि राज्‍य में पर्यटन इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर को विकसित करने के लिए 95 करोड़ रूपये की पहले से मंजूर केन्‍द्रीय वित्‍त सहायता के अतिरिक्‍त होगी। निजी क्षेत्रों की भूमिका को इंगित करते हुए श्री चिरंजीवी ने कहा कि कारपोरेट सामाजिक उत्‍तरदायित्‍व के तहत निजी क्षेत्र को महत्‍वपूर्ण पर्यटक स्‍थलों और इमारतों को गोद लेने में तत्‍परता दिखाने की जरूरत है। आईटीडीसी ने पहल करते हुए कुतुबमीनार की जिम्‍मेदारी ले ली है। अब ओएनजीसी ने भी आगे आकर ताजमहल, लाल किला, एलिफेंटा की गुफाएं, एलौरा की गुफाएं, महाबली पुरम और गोलकुंडा किले को गोद ले लिया है। उन्‍होंने कहा कि अब तक देशभर में 120 इमारतों की पहचान कर ली गई हैं‍, जिन्‍हें निजी कंपनियों को गोद दिया जा सकता है।
पर्यटन मंत्री ने तीर्थ स्‍थलों पर साफ-सफाई, पर्यटकों की सुरक्षा, पर्यटन एवं आतिथ्‍य के क्षेत्र में दक्षता विकास सहित कई ओर संबंधित विषयों पर मंत्रालय से जुड़े लोगों के लिए सुझावों का भी स्‍वागत किया। इस मौके पर पर्यटन सचिव श्री परवेज़ दीवान ने कहा कि उनका मंत्रालय निजी क्षेत्रों से मिलकर देश में पर्यटन के विकास के लिए काम कर रहा है। देश में देसी और विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से गठित राष्‍ट्रीय पर्यटन सलाहकार परिषद (एनटीएसी) एक थिंक टैंक है, जिसमें सीआईआई, फिक्‍की, एसोचैम, पीएचडीसीसीआई, एफएचआरएआई, एचएआई, आईएटीओ, टीएएआई, आईटीटीए, एडीटीओआई, एटीओआई, आईएचएचए, आईसीपीबी के प्रतिनिधियों सहित वित्‍त, रेलवे, संस्‍कृति, विदेशी मामले, शहरी विकास, सड़क परिवहन एवं उच्‍च मार्ग और योजना आयोग के सदस्‍य भी शामिल हैं।
फोटो , [१] K. Chiranjeevi chairing the meeting of the National Tourism Advisory Council, in New Delhi on July 15, 2013.
[ [२]The Secretary, Ministry of Tourism, Shri Parvez Dewan is also seen.

रक्षा राज्‍यमंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने राष्ट्रीय चरित्र निर्माण को समर्पित एनसीसी की वेबसाइट का शुभारंभ

रक्षा राज्‍यमंत्री श्री जितेन्‍द्र सिंह ने आज दिल्‍ली में एनसीसी की वेबसाइट का शुभारंभ किया। इस वेबसाइट में एनसीसी की गतिविधियां+ एनसीसी से जुड़ने के लिए छात्रों को प्रोत्‍साहित करने की जानकारी +ऑन-लाईन नामांकन की सुविधा उपलब्‍ध है। रक्षा राज्‍यमंत्री ने अपने संबोधन में स्‍वचालन को बढ़ावा देने के लिए तकनीक के इस्‍तेमाल के लिए एनसीसी मुख्‍यालय की कोशिशों की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि नई वेबसाइट से कैडेटों को प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी मिलने में आसानी होगी। उन्‍होंने युवाओं में अनुशासन और नेतृत्‍व के गुण उभारने के लिए एनसीसी द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की|
इससे पहले एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. भल्‍ला ने उपस्थित लोगों को बताया कि वेबसाइट से एनसीसी संगठन में स्‍वचालन शुरू हो जायेगा, जहां सभी कैडेटों के प्रदर्शन का विवरण भी होगा।वेबसाइट में 15 लाख कैडेटों की विस्‍तृत जानकारी, कर्मचारियों और आवश्‍यक वस्‍तुओं का प्रबंधन प्रशिक्षण से जुड़ी गतिविधियों की निगरानी और बजट से संबंधित जानकारी भी होगी। युवाओं में राष्ट्रीय चरित्र निर्माण को समर्पित एनसीसी से जुड़े सभी पक्षों को ऑन-लाईन उपलब्‍ध करा दिया जायेगा।
एनसीसी की वेबसाइट – www.nccindia.nic.इन बताई गई है।
फोटो The Minister of State for Defence, Shri Jitendra Singh launched the NCC website, in New Delhi on July 15, 2013.
The DG, NCC, Lt. Gen. P.S. Bhalla also seen.

भाजपा के अधिक सदस्य बनाने वाले युवाओं को नरेंदर मोदी से मिलवाया जाएगा ;भाजयुमो

भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा युवाओं को भाजपा से जोड़ने के लिए चालाये जा रहे अभियान में एक नया रोचक ट्विस्ट दिया है|
भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ,सांसद , अनुराग ठाकुर ने आज यह घोषण की है के सबसे अधिक सदस्य बनाने वाले पहले ५०० युवाओं को तथा सोशल मीडिया के माध्यम से आगामी लोक सभा के सम्बंधित सबसे अच्छा सुझाव देने वाले २० युवाओं को भाजपा चुनाव अभियान के अध्यक्ष और गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी से व्यतिगत रूप से मिलने का अवसर दिया जाएगा|

युवाओ में चरित्र निर्माण को समर्पित एन सी सी के लिए जूनियर कैडिटस का चयन किया गया

[मेरठ]युवाओ में चरित्र निर्माण को समर्पित एन सी सी के लिए जूनियर कैडिटस का चयन किया गयायुवाओ में चरित्र,अनुशासन,लीडरशिप,आपसी सदभावना विकसित करने ,देश प्रेम की भावना और देश के लिए मानव संसाधन तैयार करने तथा उनको एक ऐसा वातावरण तैयार करना जिससे वे सैन्य सेवा में अपना भविष्य बना सकने के लिए आज एन.ए.एस.इन्टर कालिज में जूनियर कैडिटस का चयन किया गया।
इस अवसर पर 72 यू0पी0 बटालियन के कमान्डिग आफिसर कर्नल हरिश चन्डोक नें सभी कैडिटस को 1948 से देश भर में 13 लाख एन.सी.सी. कैडिस को मिल रहे लाभ भी बताये। सुबेदार मेजर उम्मेद सिंह,सुरेन्द्र कुमार ,विनोद कुमार,उपेन्द्र कुमार ने सी0ओ0 के निर्देशन में कैडिटस का चयन किया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा,आभ शर्मा और चीफ आफिसर दीपक शर्मा भी उपस्थित रहें।

जेट एयरवेज , पहली बार , देश में साउथ के दो और तीन टियर्स शहरों के लिए २५ जुलाई से फ्लाईट्स शुरू करेगा

[मुम्बई]देश की अग्रणी निजी एयर लाइन्स जेट एयरवेज ने घरेलू उड़ानों में इजाफा करते हुए ५ नई उड़ानों की घोषणा की है|बेंगलुरु से ये फ्लाईट्स २५ जुलाई से प्रारम्भ होंगी जिससे दक्षिण में विजयवाड़ा और त्रिची से नए हवाई मार्ग से लिंक स्थापित होंगे|
कंपनी के सी सी ओ सुधीर राघवन के अनुसार बेंगलुरु से विजय वाडा के लिए डेली फ्लाईट उपलब्ध होगी जबकि मंगलौर के लिए दो अतिरिक्त तथा त्रिची[ via Kochi ] के लिए एक दोपहर की फ्लाइट्स उपलब्ध कराई जायेंगी| सप्ताह में छह दिन की यह सेवा २५ जुलाई से प्राम्भ होगी| इस प्रकार एक दिन में बेंगलुरु और मंगलौर के लिए पांच और कोच्ची के लिए तीन फ्लाईट्स उपलब्ध करने वाली जेट एयरवेज पहली एयर लाइन्स बन गई है|
श्री राघवन के अनुसार ऐ टी आर ७२-५०० एयर क्राफ्ट्स को इन मार्गों पर लगाया जायेगा और विजय वाडा के लिए सुबह के समय सेवा मुहैय्या करवाई जायेगी|इसके साथ ही मंगलोर के लिए दो अतिरिक्त सेवाएँ होंगी| श्री राघवन के अनुसार टियर दो और तीन के शहरों को हवाई मार्ग की सुविधा के लिए मांग को पूरी करने के उद्देश्य से यह फ्लाईट्स शुरू की गई हैं|उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा के इसे सकारात्मक रेस्पोंस मिलेगा|
Jet Airways will deploy the ATR 72-500 aircraft on these routes and operate an early morning flight to Vijayawada and two additional services to Mangalore. The airline will also link Bengaluru with Kochi, and onwards to Trichy (Tiruchirapalli) with the 62-seater aircraft. Jet Airways flight 9W 2461 will depart Bengaluru daily at 0610 hrs and arrive at the commercial city of Vijayawada at 0745 hrs. On the return leg, flight 9W 2462 will depart at 0815 hrs and arrive Bengaluru at 0950 hrs.
Mangalore will be linked with additional services twice daily with Bengaluru. While flight 9W 2463/2464 will operate six days a week (except Tuesdays) every morning, the flight 9W 2649/2650 whereas 9W 2649 will depart daily from Bengaluru at 2100 hrs and arrive Mangalore at 2205 hrs and the return flight 9W 2650 will depart at 2235 hrs and arrive Bengaluru at 2340 hrs.enable guests to return the same day. Flight 9W 2463 will depart at1020 hrs (except Tuesday) and arrive in the port city of Mangalore at 1125 hrs. On the return leg, 9W 2464 will depart at 1155hrs and arrive Bengaluru at 1300 hrs.

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हम सभी एक ही प्रभु के अंश हैं, इसीलिए प्रभु का जानने का हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है:संत राजिंदर सिंह जी महाराज

संत राजिन्दर सिंह जी महाराज फ़र्माते हैं कि अध्यात्म का अर्थ है यह जानना कि बाहरी नामों और लेबलों के नीचे हम सब वास्तव में एक ही प्रभु का अंश हैं।इसीलिए प्रभु का जानने का हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है क्यूंकि हम सब एक ही बड़े परिवार के सदस्य हैं।
अध्यात्मिक विज्ञान और सावन कृपाल रूहानी मिशन के प्रमुख संत राजिंदर जी महाराज का कहना है कि जब हम इस दृष्टिकोण के साथ जीने लगते हैं, तो हमारे अंदर कोई पूर्वाग्रह या भेद-भाव नहीं रहता और हम वो सभी दीवारें तोड़ डालते हैं जो एक इंसान को दूसरे से अलग करती हैं। हम महसूस करते हैं कि हम सब आत्मा के स्तर पर एक हैं। इस एकता और जुड़ाव का अनुभव करने से हम एक-दूसरे का ख़याल रखने लगते हैं; हम एक-दूसरे की सेवा व सहायता करने लगते हैं। हमारा दृष्टिकोण व्यापक हो जाता है और हम सभी इंसानों के साथ करुणा से पेश आते हैं।
साइंस आफ़ स्पिरिच्युएलिटी’ तथा ‘सावन कृपाल रूहानी मिशन’ के अध्यक्ष संत राजिन्दर सिंह जी महाराज अध्यात्म के द्वारा आंतरिक और बाह्य शांति का प्रसार करने के अपने अथक प्रयासों के लिये अंतर्राष्ट्रीय रूप से जाने जाते हैं। विश्व भर में उनके द्वारा किये गये महान् योगदानों के लिये उन्हें प्रदत्त अनेक पुरस्कारों व सम्मानों में सम्मानार्थ डाक्टरेट की पाँच उपाधियाँ शामिल हैं।भारत में जन्मे तथा वैज्ञानिक के रूप में शिक्षित संत राजिन्दर सिंह जी महाराज अध्यात्म और विज्ञान दोनों की गूढ़ समझ रखते हैं। उन्होंने अपनी आध्यात्मिक शिक्षा भारत के दो महान् पूर्ण संतों – संत कृपाल सिंह जी महाराज (1894-1974) व संत दर्शन सिंह जी महाराज (1921-1989)- के द्वारा प्राप्त की।
यूनाइटेड स्टेट्स आफ़ अमेरिका से विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के पश्चात् उन्होंने बीस वर्ष तक विज्ञान एवं संचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। अध्यात्म और विज्ञान दोनों का इतना गहरा ज्ञान होने के कारण वे पुरातन व गूढ़ आध्यात्मिक शिक्षाओं को आज की सरल, स्पष्ट एवं तार्किक भाषा में समझाने में सफल रहे हैं।संत जी महाराज सेवा कार्यों के लिए दान पर निर्भर नही है वरन अपनी व्यतिगत कमाई लगाते हैं |