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कांग्रेस ने उत्तराखंड में किये जा रहे राहत कार्यों का ब्यौरा दिया

श्रीमती रेणुका चौधरी ने उत्तराखंड में किये जा रहे राहत कार्यों को निर्विघ्न पूर्ण किये जा सकने के लिए बरसात नही होने की कामना की| सेना के यौगदान के लिए धन्यवाद दिया|. उन्होंने मृतको को श्रधान्जली अर्पित की और घायलों के शीघ्र लाभ की कामना कीमीडिया को भी धन्यवाद दिया| उन्होंने राहत कार्यों का ब्यौरा देते हुए बताया कि बीते दिन 12,000 विपदाग्रस्तों को सुरक्षित निकाला गया|रविवार को निकले गए ९००० में से बद्री नाथ से 7,000 और हरसिल से 2,000 निकाले गए| मेडिकल सुविधा पहुंचा दी गई है| और सोमवार को रोड्स भी खोल दी गई हैं| ८३ हेलीकाप्टर लगाये गए हैं| वर्षा और खराब मौसम के बावजूद 1,100 सोर्टीज[sorties ] पूर्ण की गई है|50 सेटेलाईट फोन चालू कराये गए हैं| दुर्गम स्थल जंगल चेट्टी गंगोत्री में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है| कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी ने झंडी दिखा कर १३७ ट्रक भर कर सामान भिजवाया है| ५७ ट्रक्स यूथ कांग्रेस ने दिए हैं|
Press Briefing Monday, 24th Jun 2013
Smt. Renuka Chowdhary addressed the media

सृष्ठी के छह चक्रों को पार करने पर ही सत लोक की अनुभूति होती है

गुरु अमरदास जी फरमाते हैं –
काया अन्दर सब किछ बसे , खंड, मंडल , पाताला ।
काया अन्दर जग जीवन दाता , सबनां करे प्रतिपाला ।
काया कामण सदा सहेली , गुरुमुख नाम संभाला ।
भाव: इस शरीर की विचित्र रचना है। इस स्थूल शरीर में छह चक्र हैं – पहला गुदा चक्र है , उसका धनी गणेश है । दूसरा इंद्री चक्र है , जिसका धनी ब्रह्मा है । तीसरा नाभि चक्र है, उसका धनी विष्णु है । चौथा ह्रदय चक्र है , जिसका धनी शिव है । पांचवा कंठ चक्र है , जो दुर्गा का स्थान है , वह ब्रह्मा , विष्णु, महेश तीनों की माता है । छटा चक्र दो भ्रू – मध्य आँखों के पीछे है जिसे शिवनेत्र या तीसरी आँख भी कहते हैं \ यह शरीर में रूह की बैठक या आत्मा का ठिकाना है इन चक्रों को तय कर योगीजन अनहद शब्द को पकड़कर सहस्रार में लीन होते हैं ।
गुरु नानक साहब ने योगियों से बातचीत में इसका संकेत दिया है – इस काया अन्दर मंगन चढ़े जोगी तां नाओं पल्ले पाई । अर्थात – इन छह चक्रों से ऊपर आओ तो नाम का परिचय , अनुभव मिलेगा । जैसे पिंड के छह चक्र हैं , ब्रह्माण्ड के भी छह चक्र हैं — सहस्रार या सहस्र दल कमल , त्रिकुटी , सुन्न , महासुन्न, भंवरगुफा और सतलोक या सचखंड । इन मंडलों को गुरु की सहायता से ही तय किया जा सकता है ।
गुरु अमरदास जी,
गुरु नानक,
प्रस्तुती राकेश खुराना

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड और दिल्ली में किये जा रहे राहत कार्यों का ब्यौरा दिया

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उत्तराखंड के विपदाग्रस्तों की सहायतार्थ चलाये जा रहे युद्ध स्तरीय राहत और बचाव कार्यों की जानकरी दी|
कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह [जी के ]ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी देते हुए बताया के सिख धर्म के बुनियादी सिद्धांत ,

बुरे समय में बिना भेद भाव के मानवता की सेवा

, के अनुरूप १९ जून से ऋषिकेश+जोशी मठ+गौचर+बद्री नाथ+गोबिंद घाट+आदि में लंगर+स्वास्थ्य शिविर लगाए गए| १५० सवयम सेवकों की १५ ट्रक राशन+७ हवाई जहाज में लगभग ७० टन खाद्य सामग्री भेजी गई| ढाई से तीन हजार यात्रिओं को ३७ सूमो /इनोवा वाहन द्वारा ऋषि केश पहुँचाया गया वहां से ५१ बसों में यात्रियों को उनके गंतव्य स्थलों तक पहुँचाया गया|
दूसरे प्रदेश के लोगों को रात बितान एके लिए गुरुद्वारा रकाब गंज में व्यवस्था की गई और दूसरे दिन उन्हें आर्थिक सहायता दी और टिकट कटा कर ट्रेन से उनके प्रदेश भिजवाया गया|इस दौरान उल्लेखनीय है के कमेटी के स्वयम सेवकों ने गोबिंद घाट के १० किलोमीटर की दुर्गम मार्गों पर पैदल ही सामान ढोया|और यात्रियों को कंधों पर बैठा कर बाहर निकाला |गुरुद्वारे की धार्मिक साहित्य और वस्तुओं को जोशी मठ के गुरुद्वारे पहुंचाया गया|मार्ग में फंसे लगभग ३०० वाहनों के ड्राईवरों को खाना मुहैय्या करवाया गया|
मंजीत सिंह ने दिल्ली में किये जा रहे कार्यों का भी ब्यौरा दिया उन्होंने बताया के दिल्ली सरकार के आग्रह पर पिछले छह दिनों में ४०००० लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की जा चुकी है|
इस अवसर पर सेवा करने में जुटे बीबी मंदीप कौर+मंजीत सिंह+जगजीवन सिंह+सतबीर सिंह+समर दीप सिंह+जसविंदर सिंह+इंदरजीत सिंह+गुरलाड सिंह+कुलदीप सिंह भोगल आदि के योगदान की विशेष रूप से प्रशंसा की गई|
इस प्रेस कांफ्रेंस में रविन्द्र सिंह खुराना+तन्वन्त सिंह+हरमीत सिंह कालका+अवतार सिंह हित+ओंकार सिंह थापर+परमजीत सिंह चंडोक+कुल मोहन सिंह+कुलदीप सिंह साहनी+कप्तान इंद्रा प्रीत सिंह+अमरजीत सिंह+कुलवंत सिंह बाठ+गुरमीत सिंह+हरविंदर सिंह+विक्रम सिंह+परमिंदर सिंह आदि उपस्थित थे|

भारतीय रुपये के बाद अब शेयर्स का रुख भी नीचे हुआ :निजी एयर लाइन्स के शेयर्स भी उड़ान नही भर पाए

भारतीय रुपये के बाद अब शेयर बाज़ार के ग्राफ का तीर भी नीचे जाने लगा है|रुपये की चमक अमेरिकन डालर के मुकाबिले ४० पैसे तक फीकी पड़ने के साथ निजी एयर लाइन्स के शेयर्स भी उड़ान नहीं भर सके| आज सुबह की शुरुआती दौर में भारतीय रूपया ५९ .६७ पर दिखाई दिया|इससे बेशक अमेरिका में पेट्रोल डीजल के भावों में राहत देखी गई तो भारत में अनेकों छेत्रों में इसके विपरीत प्रभाव दिखाई देंगे|
जेट एयर वेज़ के बी एस ई शेयर्स ४५९.८० के पूर्व क्लोजर के मुकाबिले आज सुबह ४५९.५० पर खुले और ४५०.३५ तक जा गिरे|एन एस ई में भी ०.५३%की गिरावट देखी गई|
स्पाइस जेट ने पिछले ३० दिनों में एन एस ई में कोई ट्रेडिंग नही की है |बी एस ई में २७.९० के पुराने क्लोजर के मुकाबिले २७.८५ पर खुले शेयर्स २६.९५ पर देखा गया|

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मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं

मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं
२०१४ में लोक सभा के चुनाव होने हैं इसीलिए अभी से कांग्रेस के पारंपरिक मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं| शुरुआत हज यात्रा से की जा रहे है|
उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री आजम खान ने हज कोटे में कटौती को लेकर केंद्र और हज कमेटी आफ इंडिया को चेतावनी दे डाली है| बीते दिन भाजपा के उभरते मुस्लिम चेहरा मुख्तार अब्बास नकवी ने भी दिल्ली में अल्पसंख्यकों के एक जलसे में हज+वक्फ+शिक्षा+ को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और भाजपा द्वारा एक विजन डॉक्यूमेंट लाने का आश्वासन दिया है |
: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री एवं राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आजम खां ने कहा है कि अगर हज कोटे में २०% कटौती के बाद मुस्लिमो के गुस्से में उबाल आया और कोई अप्रिय स्थिति हुई तो उसके लिए केन्द्र और हज कमेटी आफ इंडिया ही जिम्मेदार होगी।
रविवार को जारी बयान में जनाब आजम खां ने कहा कि हज कमेटी आफ इंडिया को ही अब ये सुनिश्चित करना होगा कि सऊदी अरब हुकूमत द्वारा हज यात्रियों के कोटे में बीस प्रतिशत की जो कटौती की गई है उसका असर उत्तर प्रदेश के कोटे में नही हो| उन्होंने कहा कि हज यात्रियों के कोटे को 20 % कम करने से हज यात्रियों की एक बड़ी संख्या अपनी किसी गलती के बिना हज करने से वंचित रह जायेगी, जबकि हज यात्रा के संबंध में ये लोग अपनी सभी औपचारिकताएं पूरी कर चुके हैं। सभी चयनित हज यात्री पहली किस्त में 76 हजार रुपये की अग्रिम धनराशि भी हज कमेटी आफ इंडिया के खाते में जमा कर चुके हैं।
राज्य के मंत्री ने आरोप लगाया है कि हज कमेटी आफ इंडिया यूपी फैमिली ग्रुप में हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों में से एक दो लोगों को कम कर रही है यह निहायत बदसुलूकी और आपत्तिजनक है।
अरब देशों से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार इस पवित्र यात्रा को सुरक्षित बनाये रखने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किये गए हैं इनमे से वहां के नियमों का पालन करना+ सीमितऔर सुरक्षित सामान लाने से से लेकर हज कोटे में २०% की कटौती भी की गई है|अब उत्तर प्रदेश से समाज वादी पार्टी के अल्प संख्यक कल्याण मंत्री आजम खान का अपने वोट बैंक के प्रति चिंतित होना स्वाभाविक ही है|
फाइल फोटो

भाजपा अल्पसंख्यकों के सुरक्षा+विकास की गारंटी और कांग्रेस मात्र मुस्लिमो के वोटों की सौदागर है: भाजपा

[नई दिल्ली] भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एम् ऐ नकवी ने आज कांग्रेस को मुस्लिमो के वोटों की सौदागरऔर भाजपा को अल्पसंख्यकों के सुरक्षा+विकास की गारंटी बताया है:| भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने आज सेक्युलरिज्म के नाम पर वोटों के सौदागरों के प्रति अल्प संख्यकों को आगाह करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक विशाल जलसे का आगाज किया|
तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित इस जलसे में भाजपा के प्रभावी मुस्लिम चेहरे के रूप में उभरे नकवी ने कहा कि चुनाव आते ही सेक्युलरिज्म के सूरमाओं का मुस्लिम वोटों पर कब्जा करने के लिए सियासी संग्राम शुरू हो गया है|उन्होंने बताया कि आजादी के छह दशक पश्चात भी मुसलमानों की आधी आबादी गरीबी रेखा के नीचे महज ५०० रुपये माह पर बसर करने को अभिशिप्त है| इन सूरमाओं ने कौम को तालीम -तःफुज्ज तरक्की[शिक्षा सुरक्षा, समर्द्ध] के आखरी पायदान पर ला दिया है|
नकवी ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा का हव्वा और या साम्प्रदाईक डर दिखा कर वोटों का अपहरण किया जाता है लेकिन हकीकत मेंमुल्क की आजादी के लिए अपना सर्वत्र बलिदान करने वाले मुस्लिम सेनानियों को इतिहास के पन्ने से मिटा दिया गया है|बेगम हजरत महल+मौलाना सिन्धी+हाकिम अजमल+हसरत मोहानी+ सैय्यद महमूद+तैयब जी+उमर सुमानी+असगरी बेगम+ बाई अम्मा+अशफाकुल्लाह +अदि के नामो का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि आज केवल नेहरू+गांधी परिवार को महिमा मंडित किया जा रहा है|
दुर्भाग्य से ऐसे महँ स्वतन्त्रा सेनानियों का नामसमाज से काटने की साजिश की गई और इन्हें दहशत गर्दी से जोड़ दिया गया| यहाँ तक कि मुसलमान की दाडी+ टोपी को मेड इन अलकायदा कहा जा रहा है|इसी प्रकार की साजिशसिखों के साथ भी की जा चुकी है|
नकवी ने अपनी पार्टी के विषय में बताया किभाजपा एक राजनीतिक दल है| समाज के सभी वर्गों के विकास के प्रति समर्पित है|इसीलिए हामारा मानना है कि मुसलमान आज वोटों के सौदागरों के चंगुल से बाहर निकले और गुण और दोषों के आधार पर ही वोटों का इस्तेमाल करे|
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण पर पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट जारी किया जाएगा|जिसमे हज+वक्फ+शिक्षा+पर पार्टी का विचार धारा स्पष्ट हो जायेगी|याह विशवास दिलाया जाता है कि भाजपा ही अल्पसंख्यकों के सुरक्षा+विकास की गारंटी है|

मन रुपी मदमस्त हाथी के लिए ज्ञान रुपी रत्न अंकुश के समान है

काया कदली वन अहै , मन कुंजर महमंत ।
अंकुस ज्ञान का रतन है, फ़ेरै हैं संतजन ।
वाणी : संत कबीर दास जी
अर्थात :- यह शरीर तो केले का वन है और मन मदमस्त हाथी की भांति है जिस प्रकार केले हाथी को प्रिय होते हैं , अतः केलों के वन में घुस जाने वाला पुरे वन को तहस – नहस कर देता है , उसी प्रकार मन को शरीर से , शरीर की इन्द्रियों व उनके विषयों से लगाव होता है । वह इन्द्रियों को भोगों की ओर प्रवृत्त करके शरीर को उसके वास्तविक उद्देश्य से दूर कर देता है । किन्तु ज्ञान रुपी रत्न इस मन रुपी हाथी के लिए अंकुश के समान है ज्ञानीजन इस अंकुश को फेर कर मन रुपी हाथी को वश में रखते हैं ।
श्री गीता जी में श्री कृष्ण जी इसी तथ्य को रथ के उदाहरण से समझाते हैं –
शरीर रुपी रथ को इन्द्रियों रुपी घोड़े मनमानी दिशा में ले जाते हैं । किन्तु मन रुपी सारथी जब बुद्धि रुपी लगाम से उन्हें नियंत्रित कर लेता है तब आत्मा रुपी उस रथ के यात्री को ये घोड़े लक्ष्य पर ले जाते हैं ।
श्री गीता जी ,
श्री कृष्ण ,
संत कबीर दास जी,
प्रस्तुती राकेश खुराना

दूसरों के कल्याणार्थ किये गए बलिदान को केवल मेमोरियल डे पर ही नही वरन प्रति दिन याद करना चाहिए

अध्यात्मिक विज्ञानं और सावन कृपाल रूहानी मिशन के मौजूदा संत राजेंदर सिंह जी ने फरमाया है कि मानव जीवन में प्रत्येक दिन मेमोरियल डे (स्मृति दिवस) होता है|Every day is a Memorial Day
उन्होंने बताया कि यूनाइटेड स्टेट्स आफ अमेरिका में हर साल मई में एक दिन ‘मेमोरियल डे’ (स्मृति दिवस) के रूप में मनाया जाता है, उन लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए जिन्होंने दूसरों के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। अपनी जान कुर्बान करने वालों को सम्मानित करने के लिए इस दिन परेड, भाषण, और बलिदानियों की कब्रों पर जाना आम बात है। लेकिन इन महारथियों को साल में केवल एक दिन याद करने के बजाय हमें उन्हें प्रतिदिन याद करना चाहिए।
जब हम ‘मेमोरियल डे’ (स्मृति दिवस) के बारे में सोचते हैं, तो हम देखते हैं कि ऐसे भी कई लोग होंगे जिन्होंने दूसरों के लिए अपने जीवन का बलिदान तो दिया होगा, लेकिन जिनके बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण या रिकार्ड नहीं है। इन वीरों ने दूसरों की सहायता इसलिए नहीं की ताकि उनका नाम हो सके; उन्होंने तो ऐसा इसलिए किया क्योंकि सेवा और त्याग इंसानियत का एक महत्त्वपूर्ण अंग हैं।
यह हमारी आंतरिक दिव्य प्रवृत्ति है कि हम नि:स्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा व सहायता करें। इसका अर्थ है कि हम अपने लिए कोई लाभ या ईनाम चाहे बिना दूसरों की सहायता करें। हम देखते हैं कि आज जिन्हें हम सम्मानित कर रहे हैं, उन्होंने किसी ईनाम के बारे में नहीं सोचा था। उन्होंने तो वो कार्य इसलिए किया क्योंकि वैसा ही करना उन्हें उचित लगा। इसी तरह, निष्काम भाव से सेवा इसलिए की जाती है क्योंकि वैसा ही करना सही और उचित होता है। जब हम किसी को तकलीफ़ या मुसीबत में देखते हैं, तो हमारे दिल में ईनाम पाने का ख़याल नहीं आता; हम तो बस आगे बढ़ते हैं और उस इंसान की मदद करते हैं।
यह आंतरिक दिव्य प्रवृत्ति हम सभी के भीतर मौजूद है। प्रभु का अंश होने के नाते हम सभी के अंदर वो दिव्यता विद्यमान है। इसी दिव्यता का एक भाग है सबसे प्रेम करना, जिसका मतलब है सभी को प्रभु के एक ही परिवार का सदस्य समझना। जिस प्रकार हम ज़रूरत पड़ने पर अपने परिवारजनों की सहायता करते हैं, उसी तरह हम दूसरों को भी अपने ही परिवार का सदस्य जानकर उनकी भी सहायता करने लगते हैं।

इस संसार में संतुष्टि प्राप्त करना

अधिकतर लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति में ही लगे रहते हैं। हमारी इच्छा एक कार ख़रीदने की हो सकती है; एक मकान ख़रीदने की हो सकती है; इतिहास या विज्ञान पढ़ने की हो सकती है; या इस संसार की किसी भी अन्य वस्तु से संबंधित हो सकती है। हमारा ध्यान इसी ओर रहता है कि हम अपनी इच्छाओं को पूरा कैसे करें।
हमारा जीवन इसी प्रकार गुज़रता रहता है जिसमें हम एक के बाद एक इच्छा को पूरा करने में लगे रहते हैं। वास्तविकता यह है कि इच्छाओं का तो कोई अंत होता नहीं। जैसे ही हमारी एक इच्छा पूरी होती है, तो दूसरी उसकी जगह उत्पन्न हो जाती है। वो पूरी करने के बाद कोई तीसरी इच्छा हमारे मन में जाग उठती है, और उसके बाद एक और, और उसके बाद एक और। इस तरह हमारा जीवन बस इन इच्छाओं को पूरा करने में ही गुज़र जाता है।
चूँकि इंसानी जीवन इच्छाओं की पूर्ति पर ही आधारित है, तो आवश्यकता है सही इच्छा रखने की। सबसे पहले तो हमें एक लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए। और सही लक्ष्य केवल प्रभु को पाना ही है – अपनी आत्मा का मिलाप परमात्मा में करवाना। हम अपनी प्रत्येक सांसारिक इच्छा को पूरा करने में ही अपनी मूल्यवान साँसें ज़ाया कर लेते हैं। अंत में हम देखते हैं कि इनमें से कोई भी इच्छा हमें स्थाई सुख, ख़ुशियाँ और संतुष्टि प्रदान नहीं कर पाई है। यदि हम अपने सच्चे आत्मिक स्वरूप को जानने व परमात्मा को पाने की ही इच्छा रखेंगे, तो हम देखेंगे कि हमें किसी भी सांसारिक इच्छा की पूर्ति से कहीं अधिक ख़ुशी और संतुष्टि प्राप्त होगी।

दिल्ली सरकार से संवैधानिक अधिकार लेने के लिए सिख अल्प संख्यकों में जाग्रति अभियान शुरू

दिल्ली सिख गुरुद्वारा मेनेजमेंट कमेटी (DSGMC)ने अल्पसंख्यकों को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए सिखों में जागृति अभियान शुरू कर दिया है| गुरुद्वारा रकाब गंज न्यू दिल्ली परिसर में चलाये जा रहे जाग्रति अभियान का एक हिस्सा शिक्षा से भी जुडा है|
एस पी जी सी + दिल्ली माइनॉरिटी अवेयरनेस और डी एस जी एम् सी के सदस्य गुरमिंदर सिंह मथारू [S. Gurminder singh matharoo ] ने बताया कि सरकार ने अनेकों कल्याणकारी यौजनाएं चला रखी है| इनमे से स्कूल फीस की रिंबर्स्मेंट[ reimbursement of the fee from govt. ] भी है| एन सी टी सरकार के अलावा डी एस जी एम् सी द्वारा भी प्रतिवर्ष ऐसी यौजनाएं चलाई जाती है जिनके अंतर्गत प्रत्येक कमेटी सदस्य को ५ लाख रुपयों की निधि दी जाती है|५१ सदस्यों को प्रति वर्ष ढाई करोड़ रुपये एलोट किये जाते हैं| इस फण्ड को वितरित करने के लिए ११ हरि कृषण पब्लिक स्कूलों के अलावा अनेक छेत्रों में जाग्रति कैम्प भी लगाए जा रहे हैं| निर्धन कन्या की शादी+कीर्तन दरबार के लिए भी २ लाख से कम आय वालों के बच्चों को जिले के एस डी एम् से सर्टिफिकेट ला कर इस का लाभ उठाया जा सकता है| आज कल पब्लिक स्कूलों में २५०० से ३००० रुपयों की फीस देनी पड़ती है|ऐसे में यह सुविधा बड़ी राहत दे सकती है|इसीलिए दो लाख से कम आय वालों का सुविधा लेने के लिए एस डी एम् से आय का सर्टिफिकेट ले लेना चाहिए|

उत्तराखंड के विपदाग्रस्तों की सहायता के लिए आपसी तालमेल के साथ राहत और बचाव कार्य जारी हैं ;मनीष तिवारी

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उत्तराखंड में विपदा ग्रस्तों के लिए किये जा रहे राहत कार्यों का आज ब्यौरा दिया| सेना के वरिष्ठ अधिकारी और The प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो की प्रभारी श्रीमती नीलम कपूर भी उपस्थित थी|
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सभी एजेंसियां

आपसी तालमेल के साथ राहत और बचाव कार्य चला रही है

जिसके फलस्वरूप अभी तक ७०००० लोगों को बचाया जा चुका है|
[१]आज ही 10,000 लोगों को वायु और सड़क मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है।
[२]आईटीबीपी ने आज 4000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
[३] दुर्गम स्थल जंगलचट्टी में अब भी 400-500 लोग फंसे हुए हैंजंगलचट्टी में सेना पहुंच चुकी है।वहां से पैदल मार्ग बना दिया गया है।
[४] संपर्क मार्गों से कटे हुए केदारनाथ में सिर्फ 70-80 लोग फंसे हुए हैं। कल तक बचाव कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
[५] गागरिया से सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
[६] राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ)+एनडीआरएफ ने गौरीकुंड से 347 लोगों को सुरक्षित निकाला। 149 साधु वहां अब भी मौजूद हैं। वे गौरीकुंड से आना नहीं चाहते। उनकी इच्छानुसार उन्हें वही छोड़ा गया है
[७]|गुप्तकाशी में स्वास्थ्य शिविर बनाया गया है।
सेना की भूमिका की सराहना करते उन्होंने बताया कि
[८] सेना ने आज 4000 लोगों को सुरक्षित निकाला जिनमें से 2000 लोग बुरी तरह फंसे थे।
[९] 390 लोगों को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया।
[१०] हेमकुंड साहिब गोबिंद घाट में अब भी 100 लोग हैं। उनके लिए पर्याप्त भोजन और अन्य जरूरी चीजें वहां उपलब्ध हैं।
[११] बद्रीनाथ इलाके में 8000 तीर्थयात्री अब भी फंसे हैं। सेना कल दो पुलों को हवाईजहाज से गौचर तक ले जाएगी। सेना राष्ट्रीय पर्वतारोहण संस्थान का भी इस्तेमाल कर रही है।
[१२]खराब मौसम के बावजूद वायु सेना ने 2000 लोगों को सुरक्षित निकाला।
[१३]राहत और बचाव कार्य में कल वायु सेना के 43 , सेना के 11 , और निजी क्षेत्र के 7 विमान (कुल 61) और विमान शामिल होंगे।
गोचर में एटीएफ- एवियेशन टर्बाइन फ्यूल उपलब्‍ध कराने पर ध्‍यान केन्द्रित किया जा रहा है।
[१४]भारतीय वायु सेना को प्रतिदिन 55 किलोलीटर की जरूरत होगी, जिसका इंतजाम किया जा रहा है। अब तक बचाव कार्य में लगे हैलिकाप्‍टरों के लिए 110 किलोलीटर एटीएफ दिया गया है।
[१५]धरासू में ईंधन फिर भरने की सुविधा स्‍थापित फिर की जा रही है।
[१६] ईंधन फिर भरने के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से 198 किलोलीटर एटीएफ भेजा जा रहा है,
[१७] 287 में 167 टॉवर आज दोबारा चालू किये गये।
उन्हने अह्वासन दिया कि कल[रविवार तक सभी टॉवर काम करने लगेंगे।