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दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की

16 दिसम्बर को निर्भया और बीते दिनों में महाराष्ट्र में हुए तीन बच्चियों के साथ हुए वीभत्स बलात्कार के दर्द को और बढाने के लिए दिल्ली में एक बच्ची के साथ स्कूल में बलात्कार की घटना सामने आ गई है| बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी के निगम स्कूल में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना से आक्रोशित लोगों ने आज १ मार्च ,शुक्रवार सुबह को पुलिस चौकी के सामने जमकर हंगामा किया। लोगों ने संजय गांधी स्मारक अस्पताल में भी तोड़ फोड़ किया।बच्ची की मौत की अफवाह सुन कर भीड़ आक्रोशित हुई और बसों में भे तोड़ फोड़ की गई पुलिस की एक जिप्सी को भी निशाना बनाया गया और पुलिस पर पत्थर बरसाए गए अस्पताल परिसर में भी तोड़फोड़ की गई| पुलिस कर्मियों ने लोगों को खदेड़ कर वहां भगाया हल्का लाठी चार्ज भी किया गया|
दक्षिणी दिल्ली में गत वर्ष 16 दिसम्बर को हुई उस वीभत्स बलात्कार की घटना के ढाई महीने बाद हुई है जिसे लेकर पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए थे।बच्ची को तत्काल संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई। बाद में लड़की को प्राथमिक चिकित्सा देकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।कहा जा रहा है के पोलिस ने रिपोर्ट दर्ज़ करने में ढुल मुल रवय्या अपनाया |इससे भीड़ ज्यादा उग्र हुई|
उग्र लोगों ने पुलिस कर्मियों पर जमकर पथराव भी किया। पुलिस ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व उपद्रव फैलाने के मामले में मामला दर्ज कर दस लोगों को हिरासत में लिया है।

 दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की

दिल्ली में एक और बच्ची के साथ निगम के स्कूल में बलात्कार :उग्र भीड़ ने तोड़ फोड़ की


सात वर्षीय पीडिता बच्ची मंगोलपुरी में अपने माता पिता व भाई बहन के साथ रहती है। वह एल ब्लाक स्थित निगम प्रतिभा बालिका विद्यालय में दूसरी कक्षा की छात्रा है। बताया गया है कि बृहस्पतिवार को स्कूल में लंच होने पर अपनी कक्षा में अकेले लंच कर रही थी। उसी दौरान किसी ने पीछे से उसके मुंह पर कपड़े रख दिया और स्कूल के एक ही एक खाली कमरे में ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने बच्ची को घटना के बारे में किसी को बताने पर उसके माता पिता व उसे जान से मारने की धमकी भी दी। घर पहुंचने पर जब लड़की तबियत बिगड़ी तो परिजन उसे पास से निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां चिकित्सक ने उसके साथ छेड़छाड़ की आशंका जताई। लेकिन बच्ची ने परिजनों को उस समय कुछ नहीं बताया।
रात में उसके पिता ने उसे पूछा तो उसने बताया कि लंच के समय पहली मंजिल के एक कमरे में उसे ले जाकर आरोपी ने दुष्कर्म किया। शुक्रवार की सुबह आठ बजे परिजन उसे लेकर स्कूल पहुंचे। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। आरोपी अब तक पुलिस पकड़ से बाहर है।स्कूल के ही किसी कर्मचारी के इर्द गिर्द शक की सुई घूम रही है|

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने २८ फरवरी को वेटिकन से ससम्मान विदाई ली| पिछले छह शताब्दियों में इस्तीफादेने वाले पहले पोप के रूप में उनका नाम दर्ज़ हो गया

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

है| . पोप की विदाई पर वेटिकन सिटी के आलीशान सेंट पीटर्स चौक पर भव्य समारोह हुआ| यहाँ उन्‍होंने भारी श्रधालुओं के बीच विदा ली|आधुनिक युग की अपने तरह की यह पहली घटना कही जा सकती है| बाद में वो एक हेलिकॉप्टर के जरिए दक्षिण रोम के कास्टेल गांदोल्फो गए जहां रिटायरमेंट के शुरुआती दो महीने बिताएंगे|
पोप बेनेडिक्ट ने गुरुवार को अंतिम बार अपने धर्मावलंबियों को अभिवादन किया और शुभचिंतकों से कहा कि वह एक सामान्य श्रद्धालु के रूप अपने जीवन का अंतिम चरण शुरू कर रहे हैं|वेटिकन के क्लेमेंटिन हॉल में कार्डिनल की ओर से आयोजित विदायी समारोह में पोप ने कहा, ‘कि अपने उतराधिकारी पोप का मैं बिना शर्त आज्ञापालन करने और उन्हें सम्मान देने का वादा करता हूं”.|
पोप के इस्तीफा देने के साथ ही पीले और सफेद रंग का वेटिकन का झंडा झुका दिया गया और पोप के अंगरक्षकों ‘स्विस गार्डस’ को ग्रीष्म निवास के दरवाजों से हटा लिया गया।
१.२ अरब कैथोलिक्स के पोप ने वेटिकन से विदा होने से पहले दुनियाभर के लोगो के नाम जारी संदेश में कहा कि आप लोगों के प्रेम और समर्थन के लिए शुक्रिया। मैं कामना करता हूं जर्मन मूल के फादर जोसेफ रेटजिंगर अपने ग्रीष्म निवास में अप्रैल तक रहेंगे। इस समय तक वेटिकन के एक कोवेट का जीर्णोद्धार भी पूरा हो जाएगा जो कि उनका नया निवास बनेगा। पोप के रूप में उनका कार्यकाल पादरियों पर लगने वाले यौन उत्पीड़न के आरोपों उनके बटलर द्वारा निजी दस्तावेज सार्वजनिक करने के विवादास्पद मामले और चर्च में महिलाओं की अधिक भागीदारी संबंधी मांगो से घिरा रहा था।

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

जोली एल एल बी नामक फिल्म का विरोध शुरू:रालोद ने पुतला फूंका

अरशद वारसी अभिनीत जोली एल एल बी नामक फिल्म में मेरठ से सम्बंधित संवादों को लेकर फिल्म का विरोध शुरू हो गया है|राष्ट्रीय लोक दल के युवा महानगर अध्यक्ष मौहम्मद फुरकान अल्वी ने अपने साथियों के साथ पुतला फूँका और उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री को इसके खिलाफ एक ज्ञापन भी प्रेषित किया|फुरकान अल्वी के अनुसार इस फिल्म में मेरठ को लेकर अनेकों अपमान जनक डायलाग बोले गए हैं जिससे यहाँ के लोगों की भावनाएं आहत हैं| स्वर्गीय प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर चलाई जा रहे इस यूनिवर्सिटी से अनेकों प्रतिभावान नेता और वैज्ञानिक निकले हैं|ऐसी यूनिवर्सिटी के एल एल बी के छात्रों का अपमान है| यह एक निंदनीय अपराध है|उन्होंने फिल्म के आपत्ति जनक डायलाग्स हटाने के मांग की है|सचिव अतीक अल्वी|रविन्द्र कुमार+अरुण+रीकू+नदीम सैफी

राधा गोबिंद पब्लिक स्कूल के बच्चों ने आज खेल प्रतिभाओं का सराहनीय प्रदर्शन किया

[मेरठ]राधा गोबिंद पब्लिक स्कूल के बच्चों ने आज खेल दिवस पर अनेकों

राधा गोबिंद पब्लिक स्कूल के बच्चों ने आज खेल प्रतिभाओं का सराहनीय प्रदर्शन किया

राधा गोबिंद पब्लिक स्कूल के बच्चों ने आज खेल प्रतिभाओं का सराहनीय प्रदर्शन किया

|राधा गोबिंद इंजनियरिंग कालेज के प्रांगन में आयोजित इस खेल दिवस पर[छोटे बच्चों के वर्ग में अथर्व+रूद्र+रिदम+लक्ष्य+रोहन+जयंत+आदित्य+ताबिश+देव+भव्या+लावण्या+प्रतिभाऔर बड़े बच्चों में मनन+विशेष+अभिषेक+अंकित+शादाब+शिवा+देव+बिलाल+अंश+आशीष+यश+सौरव+नौमान+संयम+कार्तिक+हरिवंश+आराध्या+कशिश+शताक्षी+कालिंदी+ख़ुशी +देवृशी+उत्कर्ष+निश्चय+तान्या+रितेश+गितान्शु+आदि बच्चों ने लबी दौड़+बालीबाल+बाल रेस+स्केटिंग+कराटे आदि खेल प्रतियोगिताएं में भाग लिया|श्रीमति वग्मिता+कृतिसिंघल+मेथ्यु+श्रीमती अंजू त्यागी +डा.अमित शर्मा अदि ने छात्रों का उत्साह वर्धन किया|चेयर मेन योगेश त्यागी शुभारम्भ किया

गृहंमत्री सुशील कुमार शिंदे ने राज्यसभा में कहा कि अरुण जेटली के फोन टेपिंग में सरकार का हाथ नहीं

बीजेपी के राज्यसभा में नेता [एडवोकेट]अरुण जेटली के फोन टेपिंग के मामले में केन्द्रीय गृहंमत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज १ मार्च , शुक्रवार को संसद में . इस बात से इनकार कर दिया कि जेटली के फोन की टैपिंग हो रही थी|इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में अभी जाँच चल रही है और यह आश्वासन दिया कि मामले के तह तक जरूर जायेंगे| .गृहमंत्री ने कहा कि मामले में सरकार का हाथ नहीं है|
गृहमंत्री ने बताया कि जेटली की कॉल डिटेल्स लीक मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है. पुलिस ने 14 फरवरी को इस मामले में केस दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस ने जेटली के फोन टैपिंग के मामले में एक कॉन्सटेबल डबास और तीन प्राइवेट जासूसों को गिरफ्तार किया है.|
. उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल्स निकालने का आदेश सरकार ने नहीं दिया था|. गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित एक निजी जासूसी एजेंसी के कहने पर कॉन्स्टेबल ने गैरकानूनी तरीके से कॉल डिटेल हासिल करने की कोशिश की| आरोपी अनुराग सिंह का संबंध इसी जासूसी एजेंसी से बताया गया है.
श्री शिंद ने संसद में बताया कि [५] मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल्स निकाल गए है. गिरफ्तार कांस्टेबल डबास 1500 रुपये में नीरज को डिटेल्स देता था. नीरज ये जानकारी नीतीश को देता था
.शिंद ने बताया कि कांस्टेबिल डबास एक साल से [अनधिकृत ]गैरहाजिर था. वह 6 महीने से एसीपी की आईडी की फिराक में था. दिल्ली पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल करके कॉल डिटेल्स निकाली गई.
इस मुद्दे पर अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि ‘इस मामले में फोन टेपिंग नहीं बल्कि कॉल रिकॉर्ड हासिल किए गए थे।
लेकिन गृह मंत्री के बयान से सदन के कई नेता असंतुष्ट रहे। बीजेपी नेता वैंकेया नायडू ने आरोप लगाया कि सरकार जासूसी केस को हल्के में ले रही है।उन्होंने पूछा कि सरकार क्या छिपा रही है? उन्होंने टाईम बाउंड इन्क्वायरी और दोषियों के नाम उजागर किये जाने की मांग की|
बीजेपी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि क्या जासूसी एजेंसी ने सरकार से इजाजत ली थी? क्या कोई सरकारी एजेंसी भी जासूसी में शामिल थी? रविशंकर प्रसाद ने यह भी पूछा कि प्राइवेट व्यक्तियों के हाथों में टेप रिकॉर्ड करने वाले यंत्र कैसे गए? उन्होंने कांस्टेबिल डबास की एक साल से अनुपस्थिति और ऐ सी पी की साईट की हैकिंग और उसकू सुरक्षा के लिए सरकार की कार्यवाही पर प्रश्न उठाये |
बीजेपी के अलावा इस इशु को उठाने वाली सपा के नेता नेता प्रो.रामगोपाल ने गृह मंत्री के ब्यान कि आलोचना करते हुए कहा, ‘गृहमंत्री का बयान आधा अधूरा है। किनकी कॉल डिटेल मांगी गई थी, गृहमंत्री ने उनका नाम नहीं बताया। गृह मंत्री जी आपने कोई नहीं जानकारी नहीं दी। आपसे ज्यादा जानकारी तो मीडिया से मिल रही है।उन्होंने मांग की कि फोन टेपिंग के लिए राज्यसभा के सभापति की अनुमति होनी चाहिए। दोनों सदनों के करीब सौ नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके फोन कॉल डिटेल हासिल किए गए हैं या फोन टेप किए गए हैं।’ सपा नेता रामगोपाल ने गृहमंत्री से यह भी जवाब मांगा कि एक कांस्टेबल को राजनीतिक नेता के कॉल डिटेल की जरूरत क्यों होगी? इसके घटना के पीछे कौन है?

अकाली दल के एन गुजराल ने स्मरण कराया कि एक बार अजित सिंह के फोन टेपिंग की बात उठाने पर तत्कालीन मंत्री हेगड़े ने इस्तीफा दे दिया था|

माया सिंह+शिवा नन्द तिवारी,+नरेश कश्यप+डी राजा संजय सिंह आदि ने भी चर्चा में भाग लेकर अपनी चिंता व्यक्त की |
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने भी दावा किया कि उनका फोन कॉल भी टेप किया जा रहा है

।इससे पूर्व सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा कि यह मामला उनके द्वारा उजागर किया गया था लेकिन उनकी पार्टी को सबसे पहले बोलने दिया जाना चाहिए था

सुशील कुमार शिंदे ने राज्यसभा में नेताओं के सवालों की बौछार के बाद जवाब देते हुए कहा, ‘भारत सरकार किसी भी सांसद को फोन टेप नहीं कर रही है। सरकार ने किसी भी नेता के फोन कॉल के रिकॉर्डिंग की मांग नहीं की थी। सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्डिंग) के बारे में कोई कानून नहीं है। इस मामले में अभी तक सिर्फ शुरुआती जांच हुई है।’ गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि जिनका कॉल डिटेल निकालवाने की कोशश की गई थी वह

( अरुण जेटली) आसान आदमी नहीं है। जब सांसदों ने गृहमंत्री की ‘आसान आदमी’ की टिप्पणी पर चुटकी ली तो उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘मेरा आसान आदमी कहने के पीछे आशय साधारण आदमी से था।’ इस दौरान सदन में विपक्ष के नेता अरुण जेटली मुस्कराते हुए नजर आए।

बेशक पुलिस इस बात का पता कर रही है कि पकड़े गए मास्टर माइंड अनुराग सिंह के क्लाइंट कौन-कौन हैं। पुलिस इस बात का भी पता कर रही है कि इन कॉल डिटेल्स में ज्यादातर नेता सिर्फ बीजेपी के ही क्यों हैं। लेकिन सरकार अभी तक अनुराग के क्लाइंट के नामों खुलासा नहीं पाई है।
जो बात अभी तक उभरकर सामने आई है वो यही है कि अनुराग सिंह ने अरुण जेटली के अलावा 60 अन्य लोगों की भी कॉल डिटेल्स निकलवाई थी। अनुराग एक प्राइवेट जासूसी एजेंसी चलाता है। उसके पिता कस्टम विभाग से सेवानिवृत्त आईजी हैं।एक[१] सिपाही एक साल से ड्यूटी से गायब रहता है बकौल शिवा नन्द तिवारी[2] महंगी गाड़ियों में घूमता है [३]अपने ऐ सी पी की साईट का प्रयोग करता है और [४]गैर कानूनी ढंग से फोन डिटेल्स निकलवाता है|इस पर भी दिल्ली की पोलिस की पकड़ से दूर रहता है इसे पोलिस और सरकार की नाकामी कहा जा सकता है और कांस्टेबिल की योग्यता |

आज का बाज़ार

१ मार्च ११:३० ऍम
आज बाज़ार उठा

सेंसेक्स १८८८८ .९६ (+ २७ .४२ ) कल बंद हुआ :१८८६१ .५४
निफ्टी ५७०२ .५० (+९ .४५ ) कल बंद हुआ :५६९३ .०५
सोना (रुपीस /१० ग्रामस ): २९५१६.०० (- ५४ .० ) कल बंद हुआ :२९५७२ .००
चांदी (रुपीस /१किलोग्रम्स ) ५३०८१ .०० (-१८६ .० ) कल बंद हुआ : ५३२६५ .००
रुपया ५४ .७९ (+० .४३ ) कल बंद हुआ :५४ .३९

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित:Adjournment Of Lok Sabha

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में आज लोक सभा को ४ मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|आज सुबह पहले सांसदों ने अपने साथी गढ़वी को श्रधान्जली देते हुए २ मिनट्स का मौन रखा उसके पश्चात सदन को स्थगित कर दिया गया दिनक २ और ३ को सप्ताहं अवकाश रहेंगे | पेशे से ठेकेदार ५० वर्षीय गढ़वी गुजरात के बनासकांठा जिले से कांग्रेस के सांसद थे|गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक ट्विट किया है|” Sad to know about demise of Banaskantha MP Shri Mukesh Gadhvi. My condolences to his family. May his soul rest in peace.”
राज्यसभा में प्रश्न काल चला

हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

 हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

भूखे रहकर भक्ति नहीं की जा सकती : हे मालिक राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से नाम ले सकूं
भूखे भगति न कीजै । यह माला अपनी लीजै ।
दुह सेरु मांगउ चूना । पाउ घीउ संगि लूना ।
अध सेर मांगउ दाले । मोकउ दोनउ वखत जिवाले ।
खाट मांगउ चउपाई । सिरहाना अवर तुलाई ।
ऊपर कउ मांगउ खींधा । तेरी भगति करै जनु थींधा ।
मैं नाहीं कीता लबो । इकु नाउ तेरा मैं फबो ।
हे मालिक ! मैं भूखा रहकर तेरी भक्ति नहीं कर सकता , इसलिए मैं रोज दो सेर आटा मांगता हूँ । साथ घी , नमक और आधा सेर दाल , ताकि दोनों समय आजीविका की व्यवस्था हो जाये। चारपाई , सिरहाना , बिछौना और ओढ़ने को रजाई भी दे , ताकि दास निश्चिंत होकर तेरी भक्ति कर सके । यह सब मैं कोई लोभवश नहीं मांग रहा हूँ । मुझे तो केवल तेरा नाम ही अच्छा लगता है।
वाणी : श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी
प्रस्तुति राकेश खुराना

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव Am I Lucky ?

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव

स्ट्रीट लाईट्स जलती देख कर एक साथ सुखद और दुखद दोनों अनुभूतियों का अनुभव

पिछले चार दिन से सुबह मोर्निंग वाक् के दौरान एक ही द्रश्य में सुखद और दुखद दोनों अनुभव हुए|अरसे के बाद स्ट्रीट पर लगी अधिकाँश लाइट्स जल रही थी इसे देख कर अच्छा लगा चलो सरकार के बदलने पर व्यवस्था सुधारने के लिए जनाब आज़म खान का फरमान चल गया |ज्यूँ ज्यूँ आगे बढता गया लाइट्स जली मिलती गई|लेकिन यकायक एक जगह मोबाईल पर घंटी बजी कालर का नाम देखा तो नज़र टाईम पर भी अटक गई|मोबाईल की घड़ी सात बजा रहे थी |ऊपर देखा तो सूर्य देव भी अपनी किरणोंके साम्राज्य को फैला रहे थे|यह अपने आप में एक दुखद अनुभव था | चार दिन से लगातार यह मिक्स्ड अनुभव मिल रहा है|जहां बिजली के लिए रात दिन की मारामारी चल रही हो दिन में बिजली जलाने पर कार्यवाही के लिए आज़म खान जैसे ओखे मिनिस्टर चेतावनी दे चुके हों वहां बिजली की ऐसी बर्बादी वाकई एक दुखद अनुभव था | फिर सोचा के आज़म खान साहब कौन सा मेरठ में रहते हैं जो उन्हें पल पल की खबर रहेगी |मार्ग पर बिजली विभाग का बड़ा दफ्तर भी है लेकिन उनका समय तो सरकारी है समय से पहले उनकी कोई जिम्मेदारी तय करना किसी छत्ते में हाथ डालना होता है सो यह रिस्क लेने को कोई तैयार नहीं है| इसी मार्ग पर मेरठ के माननीय महापौर हरिकांत अहलुवालिया का निवास बोर्ड भी लगा है| मेयर महोदय पंजाबी कोटे से भाजपा के हैं सो उनके बोर्ड के सामने भी सभी नियम कायदे ताक पर दिखाई दिए |बोर्ड के सामने लाईट जली मिली|मेयर साहब के निवास का सूचक बोर्ड को देखा तो बात समझ में ये आई के बोर्ड पर बना तीर का निशान जिस तरफ था उसके विपरीत दिशा में लाईट्स जल रहे थी |सो मेयर साहब भी बच ही गए |बोले तो तीनो ही बच गए

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

बजट ने अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली

[मेरठ ]: उत्तर प्रदेश के बाद अब केंद्र ने भी स्पोर्ट्स इंडस्ट्रीज की सुध नहीं ली पी चिदम्बरम के बजट में इस अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त उद्योग को कोई राहत नही दी गई है| करों के ग्रहण से कराह रही स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को करों में रियायत + उत्पाद करों की सीमा बढ़ाना+ निर्यात प्रोत्साहन यौजना के आलावा स्कूल कालेजों में स्पोर्ट्स को आवश्यक किये जाने की उम्मीद थी मगर ये सारी अपेक्षाएं उपेक्षित ही रही|
गौरतलब है के खेलकूद उद्योग हमेशा उत्पाद कर मुक्त रहा लेकिन वर्ष 2011 में 1.5 करोड़ टर्नओवर वाले खेल उद्योगों को इसके दायरे में ले आया गया। इससे विशेषकर निर्यातकों पर प्रभाव पड़ा |महंगाई के कारण पांच करोड़ टर्नओवर सीमा तय करने की मांग की गई थी
इसके अलावा फिटनेस कारोबार पर 14 फीसदी ट्रेड टैक्स लगा दिया गया, जिसको लेकर इस बजट में खास चर्चा नहीं हुई। आल इंडिया स्पो‌र्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग संघ के महासचिव सुनील शर्मा कहते हैं कि हमें उम्मीद थी कि प्रदेश बजट में ट्रेड टैक्स हटाया जाएगा।स्पोर्ट्स को कम्पलसरी किया जाएगा मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ |रेल भाडा बढाये जाने पर श्री शर्मा का कहना है के अधिकांशत उधमियों का मोह रेल से टूट चूका है इसीलिए कोरियर को प्राथमिकता दी जाती है|