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प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित:सपा का बहिष्कार

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित

राज्यसभा आज फिर दस मिनट्स के लिए स्थगित हुई |आज सरकार की सहयोगी पार्टी सपा ने प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करके कार्यवाही नहीं चलने दी |इसीलिए चेयर पर्सन ने सपा सांसद अरविन्द यादव के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अरविन्द को सदन से बाहर किया| आज सपा के सांसद वेळ आ गए और प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा |प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा के नारे लगाने लगे इस से आहत चेयरपर्सन ने राम गोपाल यादव और नरेश अग्रवाल को अपनी मित्रता की दुहाई देते हुए व्यवस्था बनाए रखने को कई बार कहा मगर सपा आज सदन की कारवाही नहीं चलने देने की जिद पर अड़ी थी|
चेयर पर्सन ने पहले तो कार्यवाही स्थगित करने से इंकार कर दिया मगर अरविन्द यादव को बाहर करने पर भी शान्ति नहीं हुई तब सदन की कार्यवाही [ढाई बजे] दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दी गई|

    • सपा सांसदों ने राज्य सभा से वाक् आउट किया

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में सपा ने राज्यसभा से वाक् आउट किया|बिल में संशोधन के विरोध में सपा के सानद वेळ माँ कर जब शोर करने लगे और आरक्षण के विरोध में नारे लगाने लगे तब चेयर पर्सन ने अरविन्द सिंह और चौधरी मुनवर को सदन से बाहर जाने को कहा और मार्शल के प्रयोग की धमकी दी इस पर राम गोपाल यादव के न्रेतत्व में सांसदों ने बहिष्कार कर दिया |सपा का कहना है कि उक्त विधेयक असंवैधानिक है और 80 प्रतिशत कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित करेगा। सपा के सदस्यों ने चेतावनी दी है कि विधेयक पर चर्चा नहीं होने देने के लिए अगर जरूरत हुई, तो वह राज्यसभा में रोज कार्यवाही बाधित करेंगे

राज्यसभा में सभापति के प्रति आज विश्वास और सम्मान व्यक्त किया गया

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उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी के प्रति आज सदन में विश्वासव्यक्त किया गया और सदन में सभापति के प्रति सम्मान बनाए जाने पर जोर दिया गया| नेता सदन प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि सभापति के लिए पूरा सम्मान होना चाहिए। सभापति के सम्मान में ही सदन का सम्मान है। सदन के सदस्यों को चाहिए कि वो राज्यसभा में सदन की मर्यादा बनाए रखें। सभापति की इज्जत होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभापति के लिए उनकी सरकार में बहुत आदर है। मैं सदन के तमाम सदस्यों से इसमें मदद की आशा करता हूं। हमलोगों को ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जिससे बिना रुकावट के सदन की कार्यवाही निर्वाध चले।
वहीं नेता विपक्ष [ भाजपा के ]अरुण जेटली ने कहा कि हम सभापति को वादा करते हैं कि पूरा सदन अब से एक सुर में बोलेगा। जिससे इस सदन की मर्यादा बरकरार रहे। इसके बाद हामिद अंसारी ने सभी सांसदों को धन्यवाद दिया और कार्यवाही में सहयोग का आश्वासन दिया|
गौरतलब है कि बीते दिन बुधवार को मायावती ने सीधे सभापति के आसन के समक्ष जाकर अपना विरोध जताया।राज्यसभा की कार्यवाही बाधित होने पर राज्यसभा सभापति पर सवाल उठाए |मायावती ने कहा था कि दोपहर 12 बजे के बाद सदन की कार्यवाही नहीं चलती है। सभापति दोपहर 12 बजे के बाद सदन से चले जाते हैं। सदन को चलाने की जिम्मेदारी सभापति की है। गौरतलब है कि राज्यसभा में प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल पास होना है।
लेकिन आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सभापति के प्रति विश्वास व्यक्त किया और उम्मीद जाती कि सभापति द्वारा प्रोमोशन में रिजर्वेशन का बिल पास करवाने को प्रयास करेंगे

११ साल पहले दिसम्बर की १३ को संसद पर अटैक करने वाले अफजाल गुरु को फांसी की मांग पर आज लोक सभा स्थगित

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संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी की मांग को लेकर भाजपा ने लोक सभा में हंगामा किया जिससे आहत स्पीकर मीरा कुमार ने लोक सभा की कार्यवाही पहले साडे ग्यारह और फिर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी | मीरा कुमार ने तीखी टिपण्णी करते हुए हंगामाई सांसदों को लताड़ते हुए कहा कि संसद की रक्षा के लिए दी गई शहादत इस शोर शराबे के लिए नहीं दी गई थी | दोषी को फांसी में देरी पर चर्चा के लिए भाजपा ने गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया।
भाजपा की वरिष्‍ठ नेता सुषमा स्‍वराज ने आज कहा कि संसद पर आतंकी हमले के शहीदों को सही अर्थों में श्रद्धांजलि तभी दी जा सकती है जब सरकार अफजल गुरु को फांसी पर लटकाने की तारीख की घोषणा करे।
13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हमले में शहीद हुए कर्मियों को आज भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई जिसके साथ ही अफजल की फांसी का मुद्दा एक बार फिर उठा। कई नेताओं और शहीदों के परिवारों ने मांग की कि हमले के दोषी अफजल गुरु को जल्द से जल्द फांसी दी जाए। 11 साल पहले आज ही के दिन जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर के आतंकियों ने संसद परिसर में प्रवेश कर हमला किया था। हमले में पांच सुरक्षाकर्मी, एक माली और एक कैमरामैन शहीद हो गए थे।
लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर की रक्षा करने वालों के योगदान को संसद से बाहर हुए कार्यक्रमों में भी सराहा गया। शहीदों के परिजनों ने ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा की अगुवाई में चाणक्यपुरी स्थित ममोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
शहीदों के इन परिजनों ने सरकार की तरफ से मिले मेडल कुछ साल पहले लौटा दिए थे। इन लोगों का कहना है कि वे अफजल की फांसी के बाद ही मेडल वापस लेंगे, अन्यथा इन मेडलों को म्यूजियम में रख दिया जाए। अफजल की फांसी के बारे में बिट्टा ने भी मांग को फिर दोहराया।
कसाब को फांसी लगाये जाने के पश्चात गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राष्ट्र को यह आश्वासन दिया था कि २० दिसम्बर के पश्चात अफजल गुरु की फायल खोली जायेगी हमले में चार लोगों के खिलाफ आरोप तय किए गए। [१]अफशां गुरु,[२] एसएसआर गिलानी[३], शौकत हुसैन गुरु और[४] अफजल गुरु।
18 दिसंबर 2002 को एसएसआर गिलानी, शौकत हुसैन गुरु और अफजल गुरु को सजा-ए-मौत सुनाई गई, लेकिन अफशां गुरु को रिहा कर दिया गया। इल्जाम साबित न होने पर 29 अक्तूबर 2003 को एसएआर गिलानी को भी रिहा किया जा चुका है|
ग्यारह साल पहले संसद पर जो हमला किया गया था उसके जख्म अभी तक भरे नहीं गए हैं|संसदीय कार्यवाही बाधित करके उन जख्मों पर रोजाना नमक छिड़का जा रहा है| किसी न किसी मुद्दे को लेकर विपक्ष और सरकार के सहयोगी दलों द्वारा संसदीय कार्यवाही पर अटैक किये जा रहे हैं यह बेहद पीड़ा दायक होता जा रहा है इसके लिए सरकार द्वारा निर्णय लेने में देरी करने और विपक्ष द्वारा केवल मुद्दा बनाने से जटिलता बड़ती जा रही है|शायद इसीलिए सोश्लाईट अन्ना बाबू राव हजारे समय समय पर संसद की उपयोगिता पर प्रश्न चिन्ह लगाते आ रहे हैं| अब समय आ गया है कि आपसी टकराव को भुला कर समय बढ तरीके से राष्ट्र हित में निर्णय लिए जाएँ और ससंद की उपयोगिता को बरकरार रखा जाए शायद यही उन शहीदों के प्रति सच्ची श्रधान्जली होगी|

पोलिस अधिकारी और प्रशासनिक व्यवस्थापकों को पर्यटकों के साथ व्यवहार की ट्रेनिग दी जानी चाहिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक मेरठी

ओये झल्लेया ये हसाडा सोणा मेरठ किधर जा रहा है? यहाँ आये दिन विदेशी पर्यटकों के साथ बदसलूकी हो रही है| [१]मेरठ की दौराला पुलिस ने का ही वियतनाम के एक निर्दोष नागरिक को केवल अपनी धमक दिखलाने के लिए मोदी पुरम के समीप सड़क पर मुर्गा बना दिया और उस बहारे को सारी जिन्दगी के लिए अपमान का नासूर दे दिया [२] आस्ट्रेलिया से 19 सितंबर 2008 को भारत घूमने आई विदेशी युवती के साथ बस में सवार एक युवक ने दौराला क्षेत्र में ही छेड़खानी की थी पोलिस ने आँखे बंद कर ली [३] फ्रांसीसी युवतियां उत्तराखंड की बस से २०१० में हरिद्वार जा रही थी। बस के मेरठ में प्रवेश करते ही युवकों ने फ्रांसीसी युवतियों से छेड़खानी शुरू कर दी। परतापुर ब्रिज पर हंगामा हो गया ||ओये एक तरफ तो हम सरकार से यहाँ पर्यटन को बढावा देने के लिए यौज्नाएं मांगते नहीं थक रहे और दूसरी तरफ यहाँ से गुजरने वाले गिनती के ही पर्यटकों की ऐसी की तैसी करने में जुटे हैं| ऐसे कैसे चलेगा|

पोलिस अधिकारी और प्रशासनिक व्यवस्थापकों को पर्यटकों के साथ व्यवहार की ट्रेनिग दी जानी चाहिए

झल्ला

हाँ जी बात तो आप जी की सौलह आने सही है हमारे संस्कृति भी कहती है के अतिथि देवो भव|अब पूर्वजों के इस उपदेश को किताबों में ही बंद करके रख छोड़ें तब भी हसाडी सोणी सरकारें पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए करोड़ों रुपये की योजनाएं चलाती हैं| आये दिन टी वी विज्ञापनों में आमिर खान जैसे सेलेब्रेटी अथितियों का सम्मान करने के उपदेश दे रहे हैं|और तो और टर्की जैसा देश अपने इस्ताम्बुल के लिए पर्यटकों को लुभाने के लिए भारत में पापड बेल रहा है लेकिन हमारे यहाँ कुल्हाड़ी पर ही पैर मरने के तैय्यारी चल रही है| विदेशी मेहमानों के साथ अगर यहां की पुलिस मुर्गा बनाने जैसा सुलूक करेगी तो विदेशों में देश की क्या तस्वीर बनेगी।एक तो पहले से ही घोषित यौजनाएं [महाभारत सर्किट] ठन्डे बसते में पडी हैं और दूसरे ये दुर्व्यवहार ऐसे में भला कौन यहां आना चाहेगा और कैसे हमारी आर्थिक गाड़ी के पहिये रफ़्तार पकड़ेंगे |इसीलिए झल्लेविचारानुसार सबसे पहले पोलिस अधिकारी और प्रशासनिक व्यवस्था को पर्यटकों के साथ व्यवहार के ट्रेनिग दी जानी चाहिए|

नाम की कमाई से आत्मा का परमात्मा से मिलन

जिन्नी नाम ध्याइया गए मुसक्कत घाल ।
नानक से मुख उझले केती छुट्टी नाल ।

नानक से मुख उझले केती छुट्टी नाल

गुरु नानक देव जी ने आत्मा और परमात्मा के मिलाप की मंज़िल की महिमा जपजी साहब में गाई है |
गुरु नानक देव जी ने कहा है कि जिन लोगों ने नाम की आराधना अथवा नाम की कमाई की , अंतर में ज्योति और श्रुति से जुड़कर प्रभु के धाम पहुंचे , उनकी मुशक्क्तें , उनका परम पुरषार्थ सफल हो गया । वो न सिर्फ स्वयं आवागमन से छूट कर परम पद पा गए , मालिक की दरगाह में न सिर्फ अपना मुख उजला कर गए , वरन अपने साथ अनेकों जीवों का कल्याण कर गए ।
गुरु नानक वाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना

मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे

मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे

लगातार हारने पर भारतीय क्रिकेट टीम में बदलाव लाने का प्रयास करने पर सलेक्टर पद से रिलीव किये गए मोहिंदर अमरनाथ अब क्रिकेट बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स पर एक किताब लिखेंगे जिसमे क्रिकेट के कई अनछुए पहलुओं को उजागर करेंगे |एक टी वी चैनल में बोलते हुए उन्होंने एक डायरी दिखाई और कहा कि देश में सबसे महंगे गेम के बोर्ड की मीटिंग्स के मिनट्स[कार्यवृत]तैयार नहीं किये जाते जिससे पारदर्शिता के दावे बेमानी हो जाते हैं| १९८३ में पहला वर्ल्ड कप जीतें वाले कपिल देव के डेविल्स में शामिल मोहिंदर अमरनाथ नेयह रहस्योद्घाटन किया कि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया के हाथों चार मैचों की टेस्ट सीरीज 4-0 से गंवाने के बाद राष्ट्रीय [पाँचों]चयनकर्ता उन्हें कप्तानी से हटाकर वीरेंद्र सहवाग को टीम इंडिया की कमान सौंपना चाहते थे लेकिन अंदरुनी राजनीति के कारण ऐसा करना संभव नहीं हो सका।उन्होंने बी सी सी आई के अध्यक्ष पर लगातार असफल होने वाले धोनी को बचाने का आरोप भी मड दिया| धोनी ने कहा है कि आज कल कोई भी एरा खेरा विचार व्यक्त करता रहता है| अमरनाथ ने 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी और वह सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में मैन ऑफ द मैच रहे|

आज बारह का विशेष महत्त्व है शायद इसीलिए मायावती ने राज्यसभा की कार्यवाही को लेकर सरकार के बारह बजाये

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आज बारह का विशेष महत्त्व है शायद इसीलिए सरकार कि संकट मौचक मायावती ने ही आज राज्यसभा में प्रोमोशन में आरक्षण के लेकर सरकार के बारह बजा दिए|सभापति पर तीखी टिपण्णी के साथ सरकार के विरुद्ध नारे भी लगाए गए| बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान सभापति हामिद अंसारी से यह कहकर पूरे सदन को चौंका दिया कि सदन का संचालन करना उनकी जिम्मेदारी है और वह दोपहर में सदन में रहेंगे नहींऍफ़ डी आई पर सरकार की संकट मौचक साबित हुई मायावती ने कहा, ‘आए दिन 12 बजे के बाद सदन नहीं चल पाता है। सदन सुचारू रूप से चले, इसकी व्यवस्था कौन करेगा?’ उन्होंने अंसारी से कहा कि सदन में कामकाज सामान्य तरीके से चले, यह जिम्मेदारी आपकी है।
अंसारी ने उनसे शांत होने की अपील करते हुए कहा कि सदन सभी दलों के सहयोग से ही सुचारू रूप से चल सकता है और वह अभी प्रश्नकाल चलने दें। नाराज मायावती ने उनकी अपील अनसुनी कर दी और आसन के करीब आ गईं। मायावती के न मानने और बीएसपी सांसदों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही पहले कुछ समय के लिए और फिर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।नियमानुसार, सदस्यों को पीठासीन अधिकारी पर अभद्र टिप्पणी करने की अनुमति नहीं है.मायावती की इस टिपण्णी पर कांग्रेस द्वारा आपत्ति जताई गई है| गौरतलब है कि अनुसूचित जातियों व जनजातियों को प्रोन्नति में आरक्षण मुहैया कराने वाले एक संविधान संशोधन विधेयक को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है.
सभापति प्रश्नकाल की अध्यक्षता करते हैं, जबकि शून्यकाल और उसके बाद की कार्यवाहियों की अध्यक्षता आमतौर पर उपसभापति द्वारा की जाती है. सभापति हालांकि महत्वपूर्ण अवसरों पर सदन में वापस आते हैं|.
उदाहरण के तौर पर जब प्रधानमंत्री का कोई वक्तव्य हो, या जब किसी सत्र की समाप्ति पर सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो रहा हो.उन्होंने कहा कि आप 12 बजे जाइए लेकिन सदन की कार्यवाही सुनिश्चित कराना आपकी जिम्मेदारी है। 12 बजते ही आप सदन में नहीं दिखेंगे। मायावती की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री राजीव शुक्ला ने इस टिपण्णी को दुर्भाग्य पूर्ण बताया है|

रसोई गैस सिलेंडर्स का वीरप्पाई दावं लग गया तो तीर, नहीं लगा तो तुक्का तो होगा ही


:झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक आम रसोई गैस सिलेंडर पीड़ित उपभोक्ता

ओये झल्लेया इस केंद्र सरकार ने क्या मज़ाक बना रखा है? पहले तो खाना बनाने के लिए जरूरी गैस सिलेंडरो को अर्थव्यवस्था के नाम पर छीना फिर जब इस पर हाय हल्ला हुआ तो एन गुजराती चुनावों के दौरान सिलेंडरों की संख्या[६-९ ]बढाने का एलान कर दिया अब चुनाव आयोग ने फटकार लगाई तो फिर पलट गए आज बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने उवाच दिया है कि सस्ते एलपीजी सिलेंडरों की संख्या बढ़ाए जाने पर फैसला अभी नहीं किया गया है और यदि ऐसा फैसला होता, तो इसकी सूचना चुनाव आयोग को जरूर दी गई होती।ओयारा ऐसे सरकारें चलती है?
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रसोई गैस सिलेंडर्स का विरप्पाई दावं लग गया तो तीर, नहीं लगा तो तुक्का तो होगा ही

झल्ला

ओये भोले रामा दरअसल ये पुराणी चाल है तीर चलाओ लग गया तो तीर नहीं तो तुक्का तो होता ही है|अब अगर लग जाता तो गुजरात में राहुल गांधी की एक दिवसीय रैली को बल मिल जाता और संसद में छाए वाल मार्ट के बादलों पर भी पानी पड़ जाता|अब चुनाव आयोग ने नहीं चलने दिया तो कहा जा सकता है कि भाई हम तो कुकिंग गैस सिलेंडर्स की कैपिंग हटाना चाहते हैं मगर भाजपा और चुनाव आयोग करने नहीं दे रहा |मै ठीक हूँ या क्या मै ठीक हूँ

चंद तारों के माध्यम से संगीत प्रेमियों के दिलों में झंकार पैदा करने वाले पंडित रविशकर के जीवन के तार टूट गए

प्राचीन भारतीय और मुग़ल वाद्य संगीत का मिश्रण सितार के चंद[छह -साथ] तारों[स्ट्रिंग्स] के माध्यम से पूरे विश्व के संगीत प्रेमियों के दिलों में झंकार पैदा करने वाले मशहूर सितार वादक पंडित रविशकर के जीवन के तार बुधवार सुबह अमेरिका के सेन डियागो में टूट गए |उन्हें कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ थी। 92 साल के पंडित रविशंकर का जन्म 7 अप्रैल 1920 को वाराणसी में हुआ था।पद्म विभूषण और भारत रत्न से सम्मानित और पूर्व राज्य सभा के सदस्य पंडित रविशंकर के निधन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह+, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी+ जावेद अख्तर + सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी +केन्द्रीय मंत्री राजीव शुक्ला आदि कई जानी मानी शख्सियत ने शोक जताया है। जावेद अख्तर ने पंडित जी के निधन पर कहा कि देश का संगीत अनाथ हो गया।

पंडित रविशकर के जीवन के तार टूट गए


ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से लिखे संदेश में कहा गया है, पंडित रवि शंकर के निधन से एक युग का अंत हो गया है। मेरे साथ-साथ पूरा देश उनकी प्रतिभा, कला तथा विन्रमता को श्रद्धाजलि देता है। पंडित रवि शकर राष्ट्रीय सम्पदा और भारत की सास्कृतिक विरासत के वैश्रि्वक राजदूत थे।
सोशल साईट ट्विटर पर शोक संवेदना जताने वालों का ताता लग गया है। फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने कहा है कि उनका संगीत हमारे आत्मा में बसता है। उनकी मुस्कुराहट भी संगीत लगती थी। भगवान उनकी आत्मा को शाति दे।पंडित राजन मिश्र ने पंडित रविशकर के निधन को बहुत बड़ी क्षति बताते हुए कहा कि उनके न रहने से शास्त्रीय संगीत को बहुत बड़ा धक्का लगा है।बिरजू महाराज ने कहा कि पंडित जी के निधन की खबर पर यकीन कर पाना बेहद मुश्किल है ।गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित रविशकर की मौत पर दुख जताते हुए उनकी आत्मा की शाति के लिए प्रार्थना किया।श्रीश्री रविशकर ने पंडित रविशकर के बारे में कहा है कि उन्होंने भारतीय संगीत को दुनिया में एक अहम मुकाम दिलवाया। ।वायलिन वादक येहुदी मेनुहिन और फिल्मकार सत्यजीत रे के साथ उनके जुड़ाव ने उनके संगीत सफर को नया मुकाम प्रदान किया। पंडित रविशकर को 1999 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था। उन्हें 14 मानद डॉक्ट्रेट, पद्म विभूषण, मेगसायसाय पुरस्कार, तीन ग्रेमी अवॉर्ड और 1982 में गांधी फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ मौलिक संगीत के लिए जार्ज फेन्टन के साथ नामाकन मिला था भारत में पंडित रविशकर ने पहला कार्यक्रम 1939 में दिया था। देश के बाहर पहला कार्यक्रम उन्होंने 1954 में तत्कालीन सोवियत संघ में दिया था और यूरोप में पहला कार्यक्रम 1956 में दिया था।पंडित रविशंकर संगीत के शिखर पर पहुंचे लेकिन पारिवारिक तौर पर टुकड़ों में बंटे रहे। उन्होंने दो शादियां की। पहली शादी गुरु अलाउद्दीन खान की बेटी अन्नपूर्णा से हुई। जिनसे बाद में उनका तलाक हो गया। जबकि दूसरी शादी सुकन्या से हुई। सुकन्या से उनकी एक संतान है।इसके अलावा उनका संबंध एक अमेरिकी महिला सू जोन्स से भी रहा, जिनसे उनकी एक बेटी नोरा जोन्स हुई। उन्होंने कभी सू से शादी नहीं की। आज पंडित जी की दोनों बेटियां अनुष्का शंकर औऱ नोरा जोन्स, संगीत की उनकी विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। वेस्टर्न वर्ल्ड में सितार को लोक प्रिय बनाने का श्रेय पंडित रवि शंकर को ही जाता है| कई फिल्मों में भी सितार का प्रयोग सराहा गया जिनमे कुछ इस प्रकार हैं| [ बीटल्स] [Norwegian Wood] (This Bird Has Flown)” and [Within You Without You] [Paint It Black

ज्योति और श्रुति से जुड़ कर आत्मा , प्रभु के धाम पहुँच कर उसमे समां जाती है

उलटा कुआं गगन में ता में जरे चराग़ ,
ता में जरे चराग़ बिना रोगन बिन बाती ,
छह ऋतु बारह मास जले दिन राती ।

Rakesh khurana


भाव : पलटू साहिब ने आध्यात्म मार्ग की यात्रा का वर्णन इस प्रकार किया है। उन्होंने मानव शरीर को ‘ उलटा कुआं ‘ कहा है , जिसका जल , अर्थात जीवन स्रोत ऊपर है । गगन अथवा शिखर इसका नौ द्वारों से ऊपर सीस में है । नौ द्वारों से ऊपर जाओ तो उस करण – कारण प्रभु सत्ता या नाम के दर्शन होते हैं , जिसकी अभिव्यक्ति के दो स्वरूप हैं -ज्योति और श्रुति । उनसे जुड़ कर आत्मा दिव्य मण्डलों के पार निज धाम , प्रभु के धाम पहुँच कर उसमे समां जाती है ।
श्री पलटू साहिब जी की वाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना