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पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं ५४ भारतीय सुरक्षा कर्मी :ऐ के एंटोनी

रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी ने आज सोमवार को लोक सभा के माध्यम से देश को बताया कि पकिस्तान की जेलों में ५४ भारतीय देश भक्त सैनिक कैद हैं|
श्री एंटोनी ने आज बताया कि पकिस्तान के साथ हुए 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान 54 सुरक्षाकर्मी लापता हैं और समझा जाता है कि ये पाकिस्तान की कैद में हैं।

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एन सी पी की सांसद सुप्रिया सुले और डा. संजीव गणेश नाइक के प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि 1965 और 1971 के युद्ध के दौरान लापता 54 सुरक्षा कर्मियों के बारे में समझा जाता है कि ये पाकिस्तान की कैद में हैं। इनमें से एक सीमा सुरक्षा बल का जवान शामिल है।

अफजल गुरु को फांसी दिए जानी वाली फाईल अब २० दिसंबर के बाद खुलेगी : गृह मंत्री शिंदे

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज आश्वासन दिया है कि अफजल गुरू और छह अन्य की दया याचिकाओं से जुड़ी फाइलों पर २० दिसंबर के बाद जरूर गौर करेंगे। उन्होंने बी एस ऍफ़ के एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा कि मेरे पास गौर करने के लिए दया याचिकाओं से जुड़ी सात फाइलें हैं। मैं संसद सत्र के बाद ये फाइलें देखूंगा। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।। वर्ष 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले में अफजल को अदालत ने दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी।संसद पर हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरु पिछले 11 साल से तिहाड़ जेल के एक अति सुरक्षित सेल में कैद है
पिछले दिनों 26/11 के पाकिस्तानी आतंकी आमिर अजमल कसाब को पुणे के यरवदा जेल में 21 नवम्बर को फांसी पर लटका दिया गया था, जिसके बाद से अफजल गुरु को भी जल्दी फांसी देने की मांग तेज हो गई है।
गुरू की दया याचिका राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा गृह मंत्रालय को समीक्षा के लिए वापस भेजी गई है। उन्हें 2001 के संसद हमले के मामले में मौत की सजा दी गई है। इस हमले में जवानों सहित नौ लोगों की मौत हुई थी और 16 घायल हुए थे।
इसके इतर सीमा सुरक्षा बल के 47वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर जवानों को संबोधित करते हुए शिंदे ने बल में प्रशिक्षण के उच्चस्तर की प्रशंसा की और कहा कि सरकार कौशल सुधार के लिए हरसंभव मदद सुनिश्चित करेगी।श्री शिंदे ने कहा कि मुझे पता है कि बीएसएफ जवान कठिन परिस्थितियों और परिवार से दूर रहकर काम करते हैं। सैनिक आतंकवाद विरोधी, नक्सल विरोधी, आपदा प्रबंधन, सीमा प्रबंधन और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए तैनात हैं। हमें सभी मोर्चों

अफजल गुरु को फांसी दिए जानी वाली फाईल अब २० दिसंबर के बाद खुलेगी : गृह मंत्री शिंदे

पर अच्छे परिणाम मिले हैं। बीएसएफ का स्थापना दिवस समारोह एक दिसंबर को होना था लेकिन 30 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निधन के बाद यह समारोह आज आयोजित किया गया।

रतन टाटा ने अब देश में नागरिक विमानन व्यवसाय से भी तौबा की

भारत में कभी नागर विमानन सेवा की शुरुआत करने वाले टाटा समूह के निवर्तमान चेयरमैन रतन टाटा ने छेत्र में विनाशकारी अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा’के चलते इस क्षेत्र में दोबारा कदम नहीं रखने के संकेत दिए हैं| रतन टाटा के अनुसार इस क्षेत्र में ‘विनाशकारी प्रतिस्पर्धा’ घर कर गयी है।
टाटा समूह की ओर से 1990 के दशक के मध्य में भारत में सिंगापुर इंटरनेशनल एयरलाइंस (एसआईए) के साथ मिल कर एयरलाइन शुरू करने के प्रस्ताव को याद करते हुए टाटा ने कहा, ‘उस समय की तुलना में आज यह क्षेत्र पूरी तरह अलग है.’
टाटा ने समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में

रतन टाटा

कहा, ‘यह बहुत कुछ दूरसंचार क्षेत्र की तरह बन गया है. इसमें कंपननियों की बाढ़ आ गयी और इनमें से कुछ ऑपरेटर वित्तीय संकट में हैं. आज की तारीख में मैं इस क्षेत्र में कदम रखने से हिचकूंगा, क्योंकि इस बात की संभावना रहेगी कि आपको इसमें बहुत हद तक ऐसी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा जो अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह ‘गला काट’ प्रतिस्पर्धा को लेकर चिंतित हैं, तो टाटा ने इसका न में जवाब दिया पर कहा, ‘गलाकाट प्रतिस्पर्धा आपको बाहर रखने के लिए हो तो वह विनाशकारी प्रतिस्पर्धा है.’ । घाटे में आने पर भी कुछ लोग आपको खत्म करने के लिए परिचालन कर रहे हैं।’ इंटरव्यू के दौरान टाटा से जब यह पूछा गया कि क्या यह सही है कि किसी ने टाटा-सिंगापुर एयरलाइन के प्रस्ताव को मंजूर करने के लिए उनसे 15 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस पर टाटा ने कहा कि यह कहानी सही है, लेकिन उस समय के नागर विमानन मंत्री ने सीधे उनसे यह राशि नहीं मांगी थी।
टाटा ने कहा, ‘एक कारोबारी ने मुझसे कहा था कि आप पैसा क्यों नहीं दे देते हैं। मंत्री यही चाहते हैं’ कारोबारी को इस पर उन्होंने क्या जवाब दिया था, इस पर टाटा ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि आप नहीं समझते हैं। हम इस तरह का काम नहीं करते हैं। उन्होंने मुझसे यही कहा था कि यदि आप एयरलाइन शुरू करना चाहते हैं तो आपको पैसा देना होगा। आप जानते हैं कि मंत्री यह चाहते हैं..15 करोड़ रुपये।’
टाटा ने कहा कि 1991 में समूह का चेयरमैन बनने के बाद उन्होंने रणनीतिक योजना बनाई थी। इसके तहत उनकी निगाह विमानन तथा रक्षा जैसे नए क्षेत्रों पर थी जिनमें निजी क्षेत्र बड़े तरीके से प्रवेश कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘तथ्य यह है कि कई वर्षों तक हम पर कई तरह के प्रतिबंध लगे थे और प्रौद्योगिकी नहीं मिल पा रही थी यह अपने आप में बड़ी चुनौती थी।’ लेकिन यह चुनौती देश के निजी क्षेत्र के सामने कभी नहीं रखी गयी जो ‘मेरे लिए कुछ निराशा की बात है।’
टाटा ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र और सरकारी प्रयोगशालाओं के निहित स्वार्थी तत्व इन क्षेत्रों में निजी कंपनियों का प्रवेश नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आज इन क्षेत्रों को खोल तो दिया गया पर अब भी इनमें निजी क्षेत्र की भागीदारी काफी सीमित है।
गौरतलब है कि रतन टाटा ने पिछले दिनों इंग्लैण्ड के एक फायनेंशियल पत्रिका में दिए एक इंटरव्यू में भारतीय आर्थिक नीतियों पर असंतोष जताया था और कहा था कि इसी निराशा जनक माहौल के चलते उन्होंने भारत के बजाय चीन में विमानन सम्बन्धी फेक्ट्री लगाने को मजबूर होनी पडा है|

वाल मार्ट की लाबिंग के बादल आज प्रमोशन में रिजर्वेशन के मायावती के ड्रीम बिल पर मंडराए:राज्य सभा स्थगित

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राज्यसभा की कार्यवाही आज वॉलमार्ट की लॉबिंग और रिजर्वेशन में प्रमोशन की भेंट चढ़ गई। हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पहले दस मिनट्स उसके बाद डेड घंटे और तीसरी बार सारे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि सदन में आज प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल लाया जाना था। सूत्रों के मुताबिक विदेशी किराना के मुद्दे पर मायावती के समर्थन के बदले और भरोसे सरकार ये बिल ला रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी इस बिल का पूरजोर विरोध कर रही है।
मानसून सत्र में जब इस बिल को पेश किया गया था तो समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल और बीएसपी के सांसद अवतार सिंह करीमपुरी के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई थी।
। विदेशी किराना के मुद्दे पर मायावती ने लोकसभा में वॉक आउट करके सरकार को मदद पहुंचाई थी। वहीं, राज्यसभा में मायावती ने सरकार के पक्ष में वोट डालकर सरकार की नाक बचाई थी। उसी समय मायावती ने साफ कर दिया था कि वो जनहित के बिलों के लिए सरकार का समर्थन कर रही हैं और इसमें प्रमोशन में आरक्षण बिल मायावती के एजेंडे में सबसे ऊपर थालेकिन आज सोमवार को आरक्षण का यह बिल राज्यसभा में वॉलमार्ट की लॉबिंग संबंधी रिपोर्ट पर मचे बवाल के चलते पेश नहीं हो पाया। बहुजन समाज पार्टी इससे नाराज है और पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सरकार को जल्द से जल्द बिल पास कराने का अल्टीमेटम दे दिया है। माया ने विपक्षी बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसी के चलते बिल पेश नहीं हो पा रहा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने साफ कर दिया है कि वो इस बिल को राज्यसभा में पारित नहीं होने देगी।गौरतलब है कि सरकार को आज राज्यसभा में प्रमोशन में आरक्षण का बिल पेश करना था। आज सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो बीजेपी ने वॉलमार्ट की उस रिपोर्ट पर सरकार से जवाब मांगा जिसमें इस रिटेल कंपनी ने भारत में एंट्री के लिए करीब 125 करोड़ रुपये लॉबिंग पर खर्च करने का दावा किया था। इस मुद्दे पर सदन में हंगामा होता रहा और सदन की पूरे दिन की कार्यवाही इसकी भेंट चढ़ गई। कल तक के लिए कार्यवाही स्थगित होने से बीएसपी को झटका लगा और उसकी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर हंगामा किया ताकि प्रमोशन में आरक्षण बिल सदन में पेश न हो पाए।मायावती ने कहा कि वॉलमार्ट की लॉबिंग की जो बात बीजेपी ने राज्यसभा में उठाई उसपर लोकसभा में उसका ध्यान नहीं गया। दरअसल बीजेपी नहीं चाहती कि ये विधेयक पास हो जाए। राज्यसभा में पार्टी का हंगामा पहले से तय था और उसे सोचसमझकर अंजाम दिया गया। मायावती ने कहा कि सरकार चलाना यूपीए की जिम्मेदारी है
बीएसपी नेता सुधींद्र भदौरिया ने इस बिल को राष्ट्रीय संकल्प बताया| इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायणसामी ने कहा कि हम इस मुद्दे पर आम सहमति के प्रयास कर रहे हैं। हम इस बिल को पास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।जबकि संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सरकार समाजवादी पार्टी को मना लेगी।वहीं सपा के तेवर साफ बताते हैं कि वो इस मुद्दे पर झुकने को कतई तैयार नहीं है। पार्टी महासचिव रामआसरे कुशवाहा ने कहा कि हम प्रमोशन बिल का लगातार विरोध करते रहे हैं और इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाते रहेंगे। सपा नेता मोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर बसपा को बेवकूफ मना रही है। वो जानती है कि इस बिल को पास करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत है जो कभी हासिल नहीं होगा।जबकि समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा है कि समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण बिल का विरोध करेगी। नरेश अग्रवाल के मुताबिक एसपी चाहती है कि संसद चले लेकिन सरकार को भी बिल के लिए जोर नहीं देना चाहिए।
कांग्रेस के नेता पी एल पुनिया ने कहा है कि ऐसा इम्प्रेशन दिया जा रहा है कि प्रमोशन में रिजर्वेशन ख़त्म हो गया है। उसे नए सिरे से लाया जा रहा है। ये गलत है, जनसंख्या से ज्यादा आरक्षण देने का प्रावधान खत्म किया जा रहा है, अनुसूचित जाति जनजाति के अत्याचारों से निजात पाने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है। इसका सबको समर्थन देना चाहिए और ये जल्द से जल्द पास होना चाहिए।
वहीं इस मुद्दे पर जेडीयू ने बिल का समर्थन किया है। जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी के मुताबिक बिहार में पहले से ही प्रमोशन में आरक्षण दिया जा रहा है और उनकी पार्टी वर्तमान बिल पर भी नजर बनाए हुई है

इतिहास

1992 में इंद्रा साहनी फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रोन्नति में आरक्षण नहीं दिया जा सकता। इस फैसले से प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त हो गया। सरकार ने 17 जून 1995 को संविधान में 77वां संशोधन कर अनुच्छेद 16 (4ए) जोड़ा और एससी-एसटी को प्रोन्नति में फिर आरक्षण दे दिया। इस संशोधन से कोर्ट का फैसला निष्प्रभावी हो गया।
सरकार के गले में अभी भी एक फांस अटकी थी क्योंकि 10 फरवरी 1995 को सुप्रीम कोर्ट ने आरके सब्बरवाल के मामले में कहा कि एससी-एसटी वर्ग को परिणामी ज्येष्ठता का लाभ नहीं मिलेगा। इस फैसले को निष्प्रभावी करने के लिए सरकार ने साल 2001 में संविधान में 85वां संशोधन किया और अनुच्छेद 16 (4ए) में बदलाव करके प्रोन्नति में आरक्षण के साथ परिणामी ज्येष्ठता भी दे दी।
19 अक्टूबर 2006 को एम. नागराज मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने एससी परिणामी ज्येष्ठता के साथ प्रोन्नति में आरक्षण देने के कानूनी प्रावधान को नकार दिया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के आधार पर ही राजस्थान हाई कोर्ट और उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एससी-एसटी को प्रोन्नति में परिणामी ज्येष्ठता के साथ आरक्षण देने के राज्यों के कानून निरस्त कर दिए।
उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट आई और सुप्रीम कोर्ट ने 27 अप्रैल को यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के मामले में एक बार फिर एम नागराज फैसले को आधार बनाते हुए हाई कोर्ट के आदेश पर अपनी मुहर लगा दी।

विश्व प्रसिद्द वैष्णो देवी श्राईन मार्ग पर आग से दर्ज़नों दुकाने राख: अस्थाई रूप से प्रभावित यात्रा पुनः शुरू

VAISHNO DEVI SHRINE Charan paduka

.कटड़ा वैष्णो देवी मार्ग पर रात आग लग गई जिस की वजह से करीब एक दर्जन दुकानें जल गईं| गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ|
आग को देखते हुए रात में यात्रा भी रोक दी गई थी| आज सुबह पांच बजे के करीब आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया और यात्रा पहले की तरह शुरू हो गई|
विश्व प्रसिद्ध शक्ति पीठ मां वैष्णो देवी मार्ग पर चरणपादुका में स्थित इस मार्केट में लगी आग से कई दुकानें राख हो गई। यात्रा अस्थाई रूप से रोके जाने पर कटड़ा में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा हो गई। लोग देर रात तक ठण्ड के मौसम में ठहरने के लिए होटलों के कमरे तलाशते रहे। आग बुझाने के लिए प्रशासन, श्राइन बोर्ड, अग्निशमन विभाग तथा स्थानीय लोग जुटे रहे| यह बाज़ार ड्राइफ्रूट, माला चूड़ी स्टूडियो वगैरह के लिए विख्यात है और यहा करोड़ों रुपये का व्यापार होता है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि दो साल पहले भी इसी मार्केट में सिलेंडर फटने के कारण भयंकर आग लगी थी।
बताते चलें कि त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित विश्व प्रसिद्ध शक्ति पीठ मां वैष्णो देवी केदर्शन करने के लिए रोजाना दस से पंद्रह हजार यात्री आते हैं और वर्ष में एक करोड़ तक श्र्धालू आते हैं|बीते साल १.०५ करोड़ लोग आये थे और इस सप्ताहंत तक एक करोड़ का आंकड़ा दर्ज़ किया जा चूका है| अनुमान के अनुसार क्रिसमस और नए साल को देखते हुए दिसंबर 20 के बाद कटड़ा पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो सकती है और यह नया रिकॉर्ड कायम हो सकता है| कहने का अभिप्राय है कि यह शक्ति पीठ ना केवल श्रधालूँ जनों की आस्था से जुडा है वरन आतंकवाद से जूझ रहे जे & के राज्य के लिए यह आय का भी मुख्य स्रौत है ऐसे में यहाँ सुविधाओं और सुरक्षा का अभाव दिखाई दे रहा है यह चिंता का विषय है |इस छेत्र में विशेष व्यवस्था की आवश्यकता से इंकार नहीं किया जा सकता|

वाल मार्ट ने खुदरा व्यापार पर कब्जे के लिए सवा सौ करोड़ खर्च किये : राज्यसभा में लाभाथियों के नाम पूछे गए :सदन स्थगित

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भारत में खुदरा व्यापार में वालमार्ट की एंट्री के लिए अमेरिका की गई लाबिंग [पैरवी]के मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा हुआ और सदन १२.२२. पर दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दी गई| आज राज्य सभा में नौकरी में प्रोमोशन में १२ बजे आरक्षण पर चर्चा होनी थी मगर सवा बारह बजे भाजपा के रवि शंकर प्रसाद ने खड़े होकर अमेरिका में लाबिंग के लिए वाल मार्ट द्वारा १२५ करोड़ रुपये खर्च करने के समाचारों पर सरकार का स्पष्टीकरण मांग लिया|एक अन्य सदस्य ने प्रधान मंत्री को सदसं में बुलाये जाने की मांग की जिसे उप सभापति ने सिरे से ठुकरा दिया और कहा की सरकार को भी तत्काल जवाब के लिए नहीं कहा जा सकता |इसीबीच हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही प्रभावित होते देख कर राजीव शुक्ला ने आश्वासन दिया की सम्बन्धित प्रश्न को सम्बंधित मंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा| सदन में असंतुष्टों ने हंगामा जारी रखा |जयराम रमेश + नारायण सामी और हरीश रावत जैसे धाकड़ मंत्री चुप बैठे रहे| इस पर उप सभापति महोदय ने सदन को दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दिया|
गौरतलब है के बीते दिनों भारत के खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश को संसद के दोनों सदनों में मान्यता प्रदान की जा चुकी है|लेकिन इसी बीच एक समाचार आया है के इसी कार्य के लिए दबाब बनाने के लिए वालमार्ट ने अमेरिका में १२५ करोड़ रुपय्ये का भुगतान किया है
|इसी को आधार बनांते हुए लाभार्थियों के नाम पूछे गए |हंगामा जारी रहा |सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है| नौकरी में प्रोमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर ऍफ़ डी आई के बादल मंडराने लग गए हैं|

अमेरिकी २५ सीनेटरों ने नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी वीजा पर पतझड़ी एतराज़ उठाया था कहीं ये भी बैकडोर वाल्मार्टी पैरवी तो नहीं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये हसाड़े सोणे लोक तंत्र को किसी की काली नज़र क्यों लगती जा रही है ? हसाड़े सोणे मुल्क के खुदरा व्यापार में अपनी धाक जमाने के लिए वालमार्ट जैसी बहु राष्ट्रीय धाकड़ निवेशकों ने १२५ करोड़ रुपय्ये लाबिंग [पैरवी ]करने वाले अपने अमेरिकी सीनेटरों में तक्सीम करके यह साबित कर दिया कि हसाड़े जो माननीय संसद में ऍफ़ डीआई लाने के लिए गला फाड़े जा रहे थे उनके पीछे कौन सी उर्जा थी| ओये हुन हसाड़े पूअर +छोटे+व्यापारियों+किसानो +मजदूरों का क्या होगा?

झल्ला

भोले सेठ जी अमेरिका में लाबिंग तो कानूनी जामे में ही है और हसाड़े हरीश रावत+राशिद अल्वी जैसे कांग्रेसी प्रवक्ता आपके सारे आरोपों को नकारते हुए बेसिरपैर का बता रहे हैं |वैसे अगर ये सभी सच बोल रहे हैं तो झल्लेविचारानुसार एक सवाल जरूर उठता है+एक लिंक जरूर उभरता है कि

अमेरिकी २५ सीनेटरों ने नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी वीजा पर एतराज़ उठाया था कहीं ये भी बैकडोर वाल्मार्टी पैरवी तो नहीं

चुनावों के मौसम में अमेरिकी २५ सीनेटरों ने नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी वीजा पर पतझड़ी एतराज़ उठाया था कहीं ये भी बेकडोर से वाल्मार्टी पैरवी तो नहीं ?

सांसारिक तुच्छ महत्वाकांक्षाओं की प्राप्ति में ही लिप्त रहने पर दिव्य ज्योति का असीमित खजाना नही मिलता

यह संसार हाट कौ लेखा , सब कोई बणजही आया ।
जिस -जिस लाधा , तिन – तिन पाया , मूरख मूल गँवाया ।

Rakesh Khurana

भाव : यहाँ पर संत नामदेव जी इंसानी जीवन की तुलना बाज़ार से कर रहे हैं । हम अपने जीवन का सौदा करने आये हैं । ईश्वर ने हरेक को स्वांसों की पूँजी दी है । अगर हमने दिव्य ज्योति के असीमित खजाने को हासिल करना है तो हमें अपने जीवन का लक्ष्य ईश्वर की प्राप्ति तथा उसके ध्यान , सिमरन में बिताकर वापस निज घर के लिए ही रखना है । अगर हम इसमें असफल होकर सिर्फ सांसारिक महत्वाकांक्षाओं की प्राप्ति तथा सांसारिक सफलताओं की अभिव्यक्ति में ही लिप्त रहेंगे ,तो हम अपने छोटे से बहुमूल्य खजाने को गवां देंगे , जो हमें मनुष्य जीवन के रूप में शुरुआत करने को मिला है ।
संत नामदेव जी
प्रस्तुति राकेश खुराना

रैम्प पर प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली मॉडल शामला एयरपोर्ट पर भूखी-प्यासी बदहवास पड़ी हैं

Shrilankan Model Shamala

लाइट्स की चकाचौंध और दर्शकों की तालियों के बीच रैम्प पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली श्रीलंकाई मॉडल 25 वर्षीय शामला इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) पर पिछले दो दिनों से भूखी-प्यासी बदहवास स्थिति में पड़ी हुई हैं वह किसी से बात तक नही कर रही है| सूत्रों के मुताबिक, मॉडल ने दो बार रेलिंग से छलांग लगाने की कोशिश भी की, मगर उसे बचा लिया गया।
शामला श्रीलंका की जानी-मानी मॉडल बताई जा रही हैं तथा विज्ञापनों में काम कर चुकी हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है कि शामला के साथ कोई बड़ी अनहोनी घटी है। इस कारण वह सदमे में है। बताया जा रहा है कि श्रीलंकाई मॉडल 17 नवंबर को मॉडलिंग एसाइनमेंट पर भारत हुई थी। 5 दिसम्बर को वह मुंबई से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। इसके बाद वह टर्मिनल 3 के डिपार्चर एरिया में पहुंचकर इधर-उधर घूमती रही। लगातार घूमने के कारण सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों ने उससे पूछताछ की तो वह अजीबो गरीब व्‍यवहार करने लगी।इस पर उसे गुडगाँव के मेंदाता अस्पताल भेजा गया। डाक्टरों ने उसे स्वस्थ बताकर जान छुडा ली |इसके बाद मॉडल को सामान्य होने के लिए डिपार्चर एरिया में ही बिठा दिया गया। पांच दिसंबर से अब तक वह उसी सोफे पर बैठी हुई है। खबर लिखे जाने तक मॉडल को श्रीलंका नहीं भेजा जा सका है।

कल सुबह जल्दी उठें और आकाश में अधभुत नज़ारे का आनंद उठायें

कल सोमवार को सुबह जल्दी बिस्तर त्याग कर उठाने वाले आसमान में एक अनोखा नज़ारा देखने का आनंद उठा सकते हैं|
कल सुबह पाच बजकर पैतालीस मिनट पर आकाश में पूर्व दिशा में सबसे पहले चाँद मामा , फिर शनि देव उसके बाद प्रेम का प्रतिक शुक्र देव और सबसे बाद सूर्य देव के आने से पहले बुध एक कतार में दिखाई देंगे – ये खगोलीय नजारा चित्र जैसा होगा | ये अवसर जाने न दे जरुर देखे .
यह जानकारी प्रगति विज्ञानं संस्था के संयोजक दीपक शर्मा द्वारा दी गई है|