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सेना के आंतरिक आडिट में रक्षा लेखा विभाग ने निकाला १०० करोड़ का घपला: जनरल वी के सिंह को कंट्रोल करने के लिए है क्या

सेना के एक विशेष रूप के बही खातों का महज़ दो सालों का आडिट करवाए जाने से लगता है कि सरकार ने बगावती तेवर दिखाने वाले रिटायर्ड सेना प्रमुख वी के सिंह पर लगाम कसनी शुरू कर दी है|रक्षा मंत्रालय के आधीन रक्षा लेखा विभाग[Defence Accounts Department] की एक शाखा से कराये गए विशेष आडिट में उपकरणों की खरीद में अपने अधिकार का गलत इस्तेमाल के लिए अन्य पूर्व सेना प्रमुखों के साथ अभी हाल ही में रिटायर्ड हुए जनरल वी के सिंह भी चपेट में आ रहे हैं लेकिन यह भी सत्य है कि आंतरिक आडिट रिपोर्ट में किये गए खुलासे चौंकाने वाले हैं| सेना की एक कमांड से रिजेक्ट किये गए उपकरणों को दूसरी कमांड द्वारा खरीदा जाना अपने आप में व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाता है| सेना को होली काऊ मान कर इसके प्रति आज तक आलोचना से बचा जाता रहा है लेकिन इस बार आडिट रिपोर्ट को मीडिया में पब्लिश करवाए जाने के भी कुछ विशेष कारण पर्दे के पीछे जरूर होंगें|वैसे यह भी सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि बाद में कैग इसका आडिट करे इससे पहले स्थिति की जानकारी ले ली जाये|लेकिन एक बात गौर करने लायक है कि कैग द्वारा आडिट की रिपोर्ट मीडिया में छपने
आडिट रिपोर्ट में उजागर गलतियों के कारण देश को महज दो साल में 100 करोड़ की चपत के रूप में लग चुकी है।अगर अडिट विभाग कि यह वित्तीय सलाह है या मेजर फायनेंशियल इर्रेगुलेटरी है और अगर यह सेना द्वारा स्वीकार कर ली जाती है[जिसकी उम्मीद कम ही नज़र आती है] तो इस पर देश कि सबसे बड़ी अदालत संसद में चर्चा की जानी चाहिए | जैसी की उम्मीद थी थलसेना ने खरीद में हुए 100 करोड़ के नुकसान की बात से इनकार किया है. उसका कहना है कि किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है.ये उपकरण सीधे कंपनी से खरीदने की बजाय दलालों के जरिए खरीदे गए। जबकि मूल कंपनी के अफसर भारत में ही मौजूद थे।जांच के मुताबिक अगर ये संचार उपकरण भारतीय कंपनियों से खरीदे गए होते तो सस्ते मिल सकते थे। ये मामला महज फिजूलखर्ची का नहीं बल्कि नियमों की अनदेखी का भी है।

आरोप

एन डी टी वी न्यूज चैनल ने प्रमुखता से इसे दिखाया है और सेना कमांडर वर्ग पर यह आरोप भी लगाया गया है कि ये लोग परीक्षकों की तैनाती कमांड में होती है जिसके फलस्वरूप कमांडर का दबाब इन परीक्षकों पर रहता है और उनकी नाराजगी परीक्षक के प्रोमोशन को प्रभावित करती है|

सेना के आंतरिक आडिट में रक्षा लेखा विभाग ने निकाला १०० करोड़ का घपला:

कुछ मामलों में यह आरोप खरा उतरता है लेकिन गहराई में जाने पर दिखाई देता है कि यही आडिट विभाग अपने कई अनुभागों [,एल ऐ ओ+आई ऍफ़ ऐ+ओ एंड एम्+एम्+ स्टोर कांट्रेक्ट आदि]के द्वारा सेना का आंतरिक आडिट करवाता है| इस विभाग में एम्म टी एस [मल्टी टास्क सेवा से लेकर अनुभवी भारतीय रक्षा लेखा अधिकारी भी हैं[I D A S] मगर दुर्भाग्य से इन अधिकाँश कार्यालयों में अनुभवी आडिटर के बजाय नए भर्ती और चतुर्थ श्रेणी से प्रोमोट किये गये ही लगाए जा रहे हैं|यहाँ तक कि इनके प्रमुख को कई कई प्रभार दिए जाते हैं| इन्हें मलाई दार अनुभाग कहा जाता है|मेरठ में भी एक कमांड का अडिट होता है इनका अपना अलग एतिहासिक[बेल्वेदियर काम्प्लेक्स] कार्यालय भी है आडिट स्टाफ को लाने छोड़ने के लिए सेना के वाहन लीन लगाये खड़े रहते हैं| इस पर भी स्टाफ की किल्लत और अनुभवी स्थानीय लेखा परीक्षा अधिकारी और उनके मातहत परीक्षक के अभाव से आडिट की वित्तीय सलाह या मेजर फायनेशियल इर्रेगुलेर्टी या तो लिखी नहीं जाती और अगर कभी कभार लिखी भी गई तो सेना द्वारा स्वीकार नहीं होती |छुट पुट आब्जेक्शन लिखना इनकी मजबूरी होती है और फिर अपने लिखे आब्जेक्शन को ही अगले माह सेटल करने को भी कहा जाता है|जाहिर है ऐसी परिस्थितिओं में क्वालिटी आडिट की अपेक्षा किसी हद तक बेमानी हो जाती है|सूत्रों के अनुसार सेना को मिलने वाली सभी ग्रांट्स का हायर आडिट रेगुलरली करवाया जाना चाहिए

खरीद और अधिकार कि रिपोर्ट

. इस ऑडिट रिपोर्ट में 2009-11 की अवधि के बीच हुए करीब 55 लेनदेन का मूल्यांकन किया गया है. उस समय मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह कोलकाता स्थित पूर्वी कमान के कमांडर थे.
रिपोर्ट के मुताबिक,[१] कुछ उपकरण प्रतिबंधित मार्केट से खरीदे गए.[२] इनमें कुछ चीनी संचार उपकरण भी शामिल थे.[३] उत्तरी कमान में दूध खरीद में कुप्रबंधन को भी रेखांकित किया है. [४] पूर्वी कमान द्वारा खरीदी गई दूरबीनों का भी जिक्र है भारतीय बाजार में उपलब्ध दूरबीने कम कीमत की दूरबीनों को विदेशी विक्रेता से खरीदा गया[५] आर्मी हेडक्वॉर्टर ने जिन बुलेटप्रूफ जैकेटों को खराब खराब क्वॉलिटी का बताकर रिजेक्ट कर दिया था उसे नॉर्दर्न कमांड ने खरीद लिया अप्रत्याशित परिस्थितियों में जरूरतों को पूरा करने के लिए सेना प्रमुख को लगभग 125 करोड़ रुपए और उत्तरी तथा पूर्वी कमान के कमांडरों को 50-50 करोड़ रुपए का बजट प्रदान किया जाता है. चार अन्य कमानों को भी 10-10 करोड़ रुपए का बजट दिया जाता है.|

सेना की प्रतिक्रया

आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सेना मुख्यालय का कहना है कि कुछ गलत नहीं हुआ है| चीनी कलपुर्जे वाले संचार उपकरण निर्धारित दरों पर और व्यापक जांच के बाद ही खरीदे गए और ‘कोई भी अवलोकन सच नहीं साबित होगा.’
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्री ऐ के एंटनी के निर्देश पर रक्षा लेखा नियंत्रक (कंट्रोलर ऑफ़ डिफेन्स एकाउंट्स ) ने 2009-10 और 2010-11 के दौरान आर्मी कमांडरों के स्पेशल फाइनैंशल पावर्स का ऑडिट किया। सीडीए ने इंडियन आर्मी के 7 कमांड्स में से 6 के 55 ट्रांजैक्शंस की जांच की। मीडिया में छापी खबरों के अनुसार ऑडिट रिपोर्ट में कुल 103.11 करोड़ रुपए के नुकसान की बात कही गई है। ऑडिटर्स ने बताया कि किसी भी आर्मी कमांडर ने सारा डेटा नहीं दिया। रक्षा मंत्री ने फिजूलखर्ची को गंभीरता से लिया है और सैन्य अधिकारियों द्वारा खर्च किया जाने वाला धन मंत्रालय से पास कराना जरूरी कर दिया है।

गणेश जी की कृपा से नारियल की पूजा की जा रही है|

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नारियल में गणेश जी की आकृति

देश में आस्था के लिए किसी व्यवस्था की जरुरत नहीं है यहाँ चमत्कार को भी नमस्कार है |ऐसा ही गणेश जी की मूर्तियाँ दूध पीने लग जाते हैं तो मंदिरों में आस्थावानों के सैलाब आ जाते हैं| ऐसा ही एक चमत्कार मेरठ में भी देखने को मिल रहा है जिसे नमस्कार करने वाले आस्थावानों की भीड़ आ रही है| जैसा की फोटो में दिखाया गया है एक नारियल में गणेश जी की आकृति बनी हुई है \यह कोतुहल और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है |आज कल त्योहारों का मौसम है और नारियल पूजा के लिए प्रयोग किया जाता है मगर गणेश जी की कृपा से ब्रह्म पूरी में इस विशेष नारियल की पूजा की जा रही है

कन्यायों को जिमाना पुन्य तो उन्हें जिवाना महा पुन्य है

परम धाम न्यास के तत्वधान में आज मंगलवार को कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ विशाल रैली निकाली

कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ विशाल रैली


रिले में शामिल लोग कन्याओं के विरुद्ध हो रहे अत्याचारों के खिलाफ नारे भी लगा रहे थे |कन्यायों को जिमाना पुन्य है लेकिन कन्यायों को जिवाना महा पुन्य है| जय प्रकाश जी ने न्यास के संस्थापक पूर्ण गुरु चन्द्र मोहन जी का सन्देश भी पड़ कर सुनाया |उन्होंने कहा की नवरात्री पर कन्यायों को जिमाया जाता है| उस पर भी कन्यायों का अनुपात पुरुषों के मुकाबिले गिरता जा रहा है|यह भ्रूण हत्या के कारण हो रहा है|इसीलिए आज के दौर में कन्याओं को जिवाना महा पुन्य है|

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है

लगता है कि देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है|तभी आजकल जो कुछ भी घट रहा है उसके केंद्र में अरविन्द केजरीवाल ही दिखाई दे रहे हैं| सी डब्लू जी \२ जी+कोयला+ दिल्ली में बिजली के बाद अब हरियाणा में डी एल ऍफ़ और राबर्ट वढेरा केस में भी मुख्य मुद्दों पर चर्चा छोड़ कर आई ऐ सी की गूँज ही सुनाई देती है| भाजपा और कांग्रेस दोनों ही केजरीवाल को एक दूसरे की बी टीम बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे |कांग्रेस लगातार आई ऐ सी को भाजपा की इकाई बताती आ रही है| कांग्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह ने २७ सवाल जरूर पूछे मगर उन्हें भी इसके लिए केजरीवाल हे दिखाई दिए|अब दिल्ली की सरकार ने बिजली के दाम कम किये तब भी इसे केजरीवाल और कांग्रेस की मिली भगत बताया जा रहा है| मुम्बई में योगेश प्रताप सिंह अगर बोलते हैं तो वोह भी केजरीवाल को निशाना बनाने से नहीं चूकते | एक चलती हुई प्रेस कांफ्रेंस में आकर एनी कोहली नामक महिला अरविन्द केजरीवाल से ही प्रश्न पूछती है|इसके बाद आज फिर आई ऐ सी के प्रशांत भूषण के निवास पर पहुँच कर हंगामा करती है और वहां आई ऐ सी के कार्यकर्ताओं पर मार पीट का आरोप लगाती हैं\इनका बीच बचाव करने के लिए अरविन्द केजरीवाल को ही क्रेडिट दिया जा रहा है|आईएसी का पूर्व मेंबर बताने वालीं 59 वर्षीय एनी कोहली आज मंगलवार को प्रशांत भूषण के घर पहुँच गई जहां मार पीट के आरोप लगाये गए |घर में मौजूद केजरीवाल ने बीचबचाव किया और उन्हें घर में ले गए। कोहली ने केजरीवाल को रोते हुए बताया कि उनके समर्थकों ने उनसे बदसलूकी और मारपीट की।

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है


गौर तलब है कि रविवार को केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन पर सवालों की झड़ी लगाने वाली एनी कोहली आज मंगलवार को आईएसी के सदस्य प्रशांत भूषण के घर जा पहुंचीं।कोहली के मुताबिक अन्ना ने जब भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी, तो उससे प्रभावित होकर वह आईएसी की मेंबर बन गईं और आंदोलन से जुड़ गईं। वह खुद को आम जनता बताती हैं। एनी कोहली ने एक और आरोप लगते हुए कहा कि केजरीवाल के राजनीतिक पार्टी बनाने के ऐलान से वह आहत हैं। यह अन्ना के साथ धोखा है। कुछ समय पहले केजरीवाल मुंबई आए थे। वहां एयरपोर्ट पर उन्होंने बात करने की कोशिश की, पर केजरीवाल के समर्थकों ने धक्का देते हुए सभी को भगा दिया। मुंबई की रहने वाली एनी कोहली 59 साल की हैं।उन्होंने बताया कि वह एक हफ्ते पहले मुंबई से दिल्ली पहुंची थीं और फिर रविवार को केजरीवाल से सवाल पूछने आईं। केजरीवाल ने उनके किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। पर वह सवाल पूछना बंद नहीं करेंगी। यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक वह जवाब नहीं दे देते।
बताते चलें कि सवाल करना और फिर उनके जवाब पाना संवैधानिक अधिकार है और लोकतांत्रिक परम्परा को गति प्रदान करने वाला है लेकिन सवालों में उलझा कर असली मुद्दों से देश को भटकाना जनता के साथ धोखा ही कहा जाएगा|दिग्विजय सिंह ने जो सवाल किये उनका जवाब देने के लिए बहस की चुनौती आने पर दिग्विजय सिंह का कहना है कि पहले केजरीवाल कोहली को जवाब देदें उसके बाद अपने प्रतिक्रया देंगें|वैसे अभी कोहली के विरोध को प्रायोजित कहना जल्द बाज़ी होगा मगर उनके मुख से कोहली का नाम निकलना कुछ सोचने को मजबूर जरूर करता है

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

यश राज चोपड़ा में जब तक जान रही उन्होंने अपनी प्यार मोहब्बत पर आधारित फिल्मो के माध्यम से समाज को दिशा प्रदान करने का काम किया| यह सिलसिला उनके पञ्च तत्व में विलीन

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

होने के बाद भी नहीं रुका है| मरने के बाद भी उन्होंने बहस की एक ऐसी चांदनी बिखेरी है जिसकी रौशनी में आदमी और इंसान के जीवन में लगे डेंगू के दाग पर बहस का नया दौर शुरू हो गया है| पिछले कई वर्षों से डेंगू के मच्छर से लोग बीमार होते आ रहे हैं कुछ मौते भी हो रही हैं| इस मामले में देश के साउथ और नार्थ में कोई भेद भाव नहीं रह गया है|पहले तो बड़े बड़े अखबारों में डेंगू से सम्बन्धित दुर्घटना को लेकर छोटा सा स्पेस पर्याप्त समझा जाता था सरकारें भी जन जागृति के नाम पर विज्ञापन पब्लिश करवा कर पल्ला झाड लेती थी |प्रति वर्ष हज़ारों की संख्या में बीमार और सैंकड़ों मौतें दर्ज़ की जाती हैं| सीजन बदलना भी कुदरत का नियम है सीजन के बदलने के बाद सब कुछ सामान्य चलने लगता है| इस सीजन में भी लोग बीमार पड़ रहे हैं मौतें भी हो रही है लेकिन अबकी बार दिल्ली से हेदराबाद तक के अख़बार डेंगू के प्रकोप से भरे पड़े हैं| टी वी चैनल भी प्रमुखता से [निशुल्क]जन जागृती फैला रहे हैं| इससे राजनीतिकों को भी अपना राजनीतिक जहर निकालने का मौका मिल रहा है|
वैसे तो हर साल इस सीजन में डेंगू को लेकर प्लेटलेट्स की कमी डिटेक्ट की जाती रही है और मरीजों में आम पैनिक देखा जाता रहा है \इस वर्ष भी देश में अब तक 17 हजार से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं।मगर अब इस दिशा में थोड़ी गंभीरता दिखाई देने लग गई है| इस साल अब तक अकेले मुंबई में 650 + और दिल्ली में ७००+ डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। सोमवार को ही दिल्ली में डेंगू के 33 नए मरीज सामने आ चुके हैं|स्थिति की भयावता इससे आंकी जा सकती है की स्वास्थ्य की रक्षक एम्स में कई डाक्टर भी इसी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं |इससे ज्यादा गंभीर यह है की इसके उप निदेशक विनीत चौधरी भी डेंगू की लपेट में आ चुके हैं| इस साल अब तक 100 से अधिक मौते रिकार्ड की जा चुकी हैं| कहने का तात्पर्य है की इन दिनों भी डेंगू बड़ी तेजी से फैल रहा है और इसकी चपेट में लोग आ रहे हैं और व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं|इससे पहले की डेंगू से देश में पैनिक फैले या किसी महामारी की विजय हो हमेशा की तरह मीडिया ने जागरूकता अभियान छेड़ दिया है| कुछ अधिकारी भी इस दिशा में कदम बढ़ाते दिख रहे हैं | मुम्बई में बीएमसी के आला अधिकारी यश चोपड़ा की मौत की समीक्षा करने में जुट गए हैं|लीला वती अस्पताल से चौपडा की मौत के कारण सम्बन्धी रिपोर्ट तलब कर ली गई है| इससे मौत के असल कारण का पता लगाकर नतीजे से स्वास्थ्य मंत्रालय को अवगत कराया जाना है|
अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव सबसे अधिक होने के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक बार फिर परामर्श जारी कर कहा है कि वे डेंगू के फैलाव को रोकें और इससे होने वाली हर मौत से केंद्र को अवगत कराएं। राज्यों के साथ-साथ अस्पतालों से भी कहा गया है कि वे डेंगू के मामलों की जानकारी दें ताकि इस समस्या से निपटने के प्रयासों को और तेज किए जाने में मदद मिले।
डेंगू के बारे में एक गलतफहमी यह है कि यह गंदगी भरे इलाकों में ज्यादा होता है लेकिन जारी आंकड़ों के मुताबिक यह पॉश इलाकों में ज्यादा फैल रहा है। मुंबई और दिल्ली में 60 फीसदी से अधिक डेंगू के मामले पॉश कॉलोनियों में सामने आए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही जन्म लेता है। घर के अंदर लगे मनी प्लांट, फव्वारों, कूलर आदि में भरा पानी इसके पैदा होने के लिए आदर्श जगह होता है। डेंगू का मच्छर 50 मीटर से 200 मीटर तक ही उड़ान भर पाता है इसलिए ज्यादातर मच्छर मरीजों के घर में ही पनपते हैं और पड़ोसियों पर हमला करने की उनकी संभावना बेहद कम होती है।यह कह कर सरकारें बेशक फ़ैल रहे गन्दगी की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़
ले मगर बीमारी के लिए दोषी डेंगू अभी भी कायम है और इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक अभियान की शुरुआत दूर दूर तक कहीं दिखाई नहीं दे रही|
यश चोपड़ा की मौत के बाद डेंगू का हव्वा खड़ा होना तय है लेकिन

यश चोपड़ा की मौत ने डेंगू की नई कहानी लिख दी है

चिकित्सा विशेषज्ञों की राय के अनुसार इससे आम लोगों को ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि जरा सी सावधानियों से डेंगू से पूरी तरह से बचाव संभव है| डेंगू हो भी गया है तो सही वक्त पर सही इलाज से पूरी तरह ठीक भी हुआ जा सकता है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार भारत में डेंगू के एक प्रतिशत से भी कम मामलों में मरीजों की मौत होती है। लेकिन माना जा रहा है कि यश की मौत की जांच की जाएगी। पता चला है कि अब मुम्बई नगर निगम (बीएमसी) इसकी जाच करेगा।
डेंगू के प्रकोप से तिलमिलाई सरकारें एक दूसरे पर दोषारोपण में व्यस्त हो गई हैं|दिल्ली में पिछले वर्ष के मुकाबिले इस वर्ष डेंगू के केस दोगुने दर्ज़ किये जा चुके हैं|डाक्टर ऐ के वालिया ने इसे आउट आफ कन्द्रोल प्रकोप कह कर दाईत्व पूरा कर लिया है| मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बिजली आन्दोलन से घिरी हुई शीला दीक्षित डेंगू के लिए मुस्कुराते हुए भाजपा शासित एम् सी डी पर सारा ब्लेम डाल रही हैं|उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने चेतावनी जारी करवा दी है|देश के स्वास्थ्य मंत्री चेन्नई में मीटिंग ले रहे हैं| एक बैठक में स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने यह कहा कि डेंगू से होने वाली हर एक मौत की जांच की जानी चाहिए। अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव सबसे अधिक होने के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक बार फिर परामर्श जारी कर कहा है कि वे डेंगू के फैलाव को रोकें और इससे होने वाली हर मौत से केंद्र को अवगत कराएं। राज्यों के साथ-साथ अस्पतालों से भी कहा गया है कि वे डेंगू के मामलों की जानकारी दें ताकि इस समस्या से निपटने के प्रयासों को और तेज किए जाने में मदद मिले।
फिल्म निदेशक यश चोपड़ा की मौत के बाद अब देश में स्वास्थ्य की रक्षक एजेंसियों को विशेष रूप से डेंगू के प्रकोप के लिए अपना मुह छुपाने के लिए एक दूसरे पर दोष मड़ने के बजाये एक अभियान छेड़ना होगा और पोलियो के तरह घरों में घुस कर डेंगू को मारना होगा |

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर एयर लाइन्स के हड़ताली कर्मियों को लुभाया

किंग फिशर एयर लाइन्स के मालिक विजय माल्या है| जैसा कंपनी के नाम से दिखाई देता है इन्हें फिशिंग [मच्छी पकड़ना]का शौक जरूर होगा|जहाँ तक मेरी जानकारी है विकसित देशों में रिटायर्ड लोग फिशिंग में समय व्यतीत करते हैं लेकिन माल्या साहब अभी रिटायर नहीं हुए हैं फिर भी फिशिंग से एयर लाइन्स के संकट से उबरना चाहते हैं| शायद इसीलिए विजय माल्या ने हडताली लगभग ४००० स्टाफ को एक महीने का वेतन का चारा डाल कर अपने जल में फांसने क प्रयत्न किया है| हड़ताली स्टाफ से हुई आज की मीटिंग में कम्पनी ने दिवाली तक तीन महीने का वेतन चुकाने का आश्वासन दे दिया है इसमें से एक महीने का वेतन २४ घंटों में दे दिया जाएगा| कंपनी के पास पहले ६६ विमान थे और ६००० कर्मचारी थे अब मात्र सिर्फ 10 विमान परिचालन की स्थिति में हैं और कर्मिओं की संख्या ४००० बताई जा रही है| |इनमे से भी अनेक विमानों की हालत उडान के लायक नहीं समझी जा रही|

वेतन संकट

शुरू में ६००० के स्टाफ को 58 करोड़ का वेतन प्रति माह दिया जाना था| गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी प्रकार का चारा लगा कर कांटा डाला गया था मगर असलियत का पता चलते ही कर्मियों ने फिर से हड़ताल कर दी|अभी तक लगभग ४००० कर्मिओं को पिछले ७ महीने से वेतन नहीं मिला है|

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर हड़ताली कर्मियों को लुभाया

पूर्व में भी वित्तीय संकट के चलते अगस्त २०११ और फिर अक्टूबर से जनवरी २०१२ के वेतन संवितरण में परेशानी हुई|

वित्तीय स्थिति

भारतीय स्टेट बैंक सहित कुल 17 बैंकों के समूह का एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। ८० करोड़ रुपयों के लेनदार फेडरल बैंक ने गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) में पूरा प्रावधान कर दिया।किंगफिशर एयरलाइंस पर 8,000 करोड़ रुपए के नुकसान और 7,524 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ है। स्टेट बैंक कि अध्यक्षता वाली 17 बैंकरों के कंसोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस की उपर्युक्त प्रॉपर्टी के मूल्यांकन का काम एचडीएफसी सिक्योरिटीज को सौंपा है। लायसेंस निरस्त होने पर जहां कंपनी के शेयर गिरे वहीं बैंकर्स ने भी चिंता व्यक्त करने शुरू कर दी है| कर्ज़ देने वाले बैंक मुख्यत निम्न हैं
स्टेट बैंक आफ इंडिया=बैंक आफ बड़ोदा +पी एन बी+ आई डी बी आई+सेन्ट्रल बैंक+बी ओ आई+ कारपोरेशन बैंक+ आदि

प्रोपर्टी कीनिलामी

विजय माल्या की इस संकटग्रस्त एयरलाइन के कर्जदाताओं ने गुरुवार को यह संकेत दिया कि वे किंगफिशर की मुंबई और गोवा स्थित प्रॉपर्टी को बेच सकते हैं। इन प्रॉपर्टी की बिक्री से किंगफिशर एयरलाइंस के कर्जदाताओं को 120 करोड़ रुपये मिलेंगे। हालांकि, किंगफिशर एयरलाइंस पर 7500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज बोझ है। ऐसे में प्रोपर्टी को बीच कर बामुश्किल लगभग २०% कर्ज़ की ही अदायगी हो पायेगी|
किंगफिशर का कहना है कि उसने खुद कुछ माह पहले अंधेरी+गोवा की प्रॉपर्टी बैंकों को बेचने की पेशकश की थी। इन दोनों प्रॉपर्टी मे मुंबई स्थित ‘द किंगफिशर हाउस’ और गोवा स्थित एक विल्ला शामिल हैं।
अब सवाल यह उठता है कि सी बी डी टी +डी जी सी ऐ +स्टाफ +पेमेंट आफ ऐ टी ऍफ़ +लीज+एयर पोर्ट फीस के पेमेंट करने लायक स्थिति तभी हो सकती है जब कोई विदेशी निवेशक का कंपनी के प्रति इंटरेस्ट जगे और तभी सिविल एविएशन मंत्रालय उड़ान की आज्ञा भी देगा| लेकिन अभी किंग फिशर के लिए ये सब मुमकिन नहीं दिख रहा यहाँ तक कि विजय माल्या भी अपनी दूसरी कंपनियों से इस क्रैश हुई रखी एयर लाइंस को बैल आउट देने कोई रूचि नहीं दिखा रहे |इस अवसर मुझे एक पुराना किस्सा याद आता हैएक नवाब साहब सैर के लिए निकले थोड़ी दूर ही गए थे कि पीछे से एक सेवक आया और चिल्लाने लगा नवाब साहब जल्दी चलिए घर में आग लग गई है|इस पर नवाब साहब ने अपने छडी घुमाते हुए कहा कि एक मकान के लिए हम अपनी जीवन भर की चाल नहीं बदल सकते सो खरामा खरामा घर की तरफ चल दिए

समाज नारी की पूजा और प्रतिनिधि नारी का अपमान कर रहे हैं

एक तरफ समाज का बड़ा हिस्सा नवरात्र में दुर्गा +दशहरा में और दिवाली में अधिकार+ लक्ष्मी देवी के रूप में नारी शक्ति की पूजा कर रहा है|कन्यायों में देवी का स्वरुप देख कर उन्हें जिमाया[पूजा] जा रहा है तो दूसरी तरफ इसी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले समाज के प्रतिनिधि नारियों पर हो रहे अपराधों के विरुद्ध आवाज उठाने के बजाये नारी को ही सभी अपराधों की जड़ बता रहे हैं और तमाम तरह की बंदिशें लगाने की वकालत करते फिर रहे है|

समाज नारी की पूजा और प्रतिनिधि नारी का अपमान कर रहे हैं


मुजफ्फर नगर में एक पंचायत सभा में जिस बसपा की मुखिया एक महिला हैं,उसी बसपा के सांसद राज पाल सैनी ने लापता चल रही एक कन्या की तलाश करवाने के बजाय लेक्चर झाड़ते हुए सारा दोष कन्या के सर पर मड़ते हुए कह दिया कीलडकियां मोबाईल से बिगड़ जाती हैं इसीलिए लड़कियों को मोबाईल नहीं देना चाहिए और जिन्हें दिया हुआ है उनसे वापिस ले लेना चाहिए||
इस ब्यान की सपा ने कड़ी आलोचना की है|इसके अलावा महिला संघठन भी आगे आ रहे हैं|
इससे पूर्व अभी हाल ही में कांग्रेस के सांसद ने हरियाणा में फरमाया था की ९०% बलात्कार आपसे रजामंदी से होते हैं|उनके कहने का अभिप्राय है की बलात्कार कोई अपराध नहीं है इसीलिए उनकी सरकार को बदनाम किया जाना अनुचित है|उनकी अध्यक्षा एक महिला होने के बावजूद यह दलील देती हैं की ये बलात्कार तो देश भर की समस्या है|
योग गुरु बाबा राम देव ने तो सारी मर्यादाएं तक पर रख कर इस अध्यक्षा की बेटी के विषय में सार्वजानिक रूप से अप्रिय टिपण्णी कर दी
खाप पंचायतों ने तो सीधे सीधे प्रेम विवाह को नाजायज़ बताते हुए नारी को घर में रहने और बिना की साथी के बाहर जाने पर भी रोक लगा दी है|
यह वास्तविकता है की देश में अपराध बढ रहे हैं और नारियां ही शिकार हो रही हैं|चैन स्नैचिंग से लेकर किडनैपिंग और बलात्कार की घटनाएँ बढ रहे हैं यह समाज और सरकारों पर कलंक है |हो सकता ही की इसी अव्यवस्था से पीड़ित समाज नारी को ही परदे में रखने के वकालत करने लगा है लेकिन आज के दौर में जब नारी अन्तरिक्ष में जा रही है| हमारा समाज नव रात्रा और दशहरा मन कर नारी की पूजा कर रहा है ऐसे में उसके पर कतरना जागरूक समाज में स्वीकार्य नहीं होगा|यह महिलाओं को उनके मूल अधिकारों से वंचित करना होगा|

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चीयर लीडर कांग्रेसी

ओये झल्लेया देखा हसाड़े कमांडरों का कमाल+ कर दिया अरविन्द केजरीवाल का बुरा हाल+ हुन नहीं रहना उसका कोई हवाल+

जल्द खत्म हो जाएगा उसका सारा जलाल |हसाड़े राजा जी दिग्विजय सिंह वाले २७ सवालों के भामबढ भूसे से ये केजरीवाल अभी तक निकल नहीं पाया है कि अब हसाड़ी सोणी दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने केजरीवाल पर अपराधिक मानहानि का दावा कर दिया है\ अब देखना ४८ घंटों के बाद केजरीवाल जमीन+बिजली +कोयला+पानी को भूल कर जेल की सलाखें गिन रहा होगा|

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें

झल्ला

हाँ मेरे चतुर सुजान जी वाई पी सिंह+दिग्विजय सिंह+एनी कोहली के बाद अब शीला दीक्षित से और कुछ हो या न हो लेकिन इस बेचारे को बोझ से तो दबा ही देंगें

अमेरिका के विस्कोंसिन में फिर गोली बारी:तीन महिलाओं की मृत्यु ,चार घायल

यूनाईटेड स्टेट्स आफ अमेरिका में चुनावी सरगर्मियां चरम पर पहुँच चुकी हैं|डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स में तीन चरणों की डीबेट में आम आदमी के लिए रोज़गार के दावे किये जा रहे हैं मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही नज़र आती है| बेरोजगारी से वहां भी जनता त्रस्त है | बाह्य आतंक वाद को बेशक कुछ हद तक कंट्रोल कर लिया गया है लेकिन आंतरिक अपराधों का ग्राफ लगातार ऊपर उठता ही जा रहा है|केवल विस्कोंसिन में ही गोली बारी की घटनाएँ आम बेक़सूर जिंदगियों को लील रही हैं|विस्कोंसिन स्टेट भी अपराध स्टेट बनता जा रहा है|
[१] विस्कोंसिन राज्य के मिल्वोकी में 21 तारीख को गोलीबारी की एक और घटना हुई, जिसमें 3 व्यक्ति मारे गए और अन्य 4 घायल हुए।
स्थानीय अखबारों में छपे समाचार के अनुसार सुबह लगभग 11 बजे 45 वर्षीय एक निग्रो( ब्लैक मैन ) ने ब्रुकफील्ड स्कवेयर मॉल के नजदीक अजाना सैलून और स्पा में ,गोलियां चलाकर 3 व्यक्तियों की हत्या की और अन्य 4 को जख्मी कर दिया। बताया जा रहा है की यहाँ उसकी पत्नि कार्यरत है पुलिस का दावा है की इस पुरुष ने अपनी पत्नि से झगड़ा करने के बाद गोलीबारी की।स्थानीय अदालत द्वारा प्रस्तुत सामग्री से पता चलता है कि उस की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।यह रिपोर्ट राजनीती का आईना हो सकती है| अमेरीकी संघीय जांच ब्यूरो(एफबीआई) भी इस मामले की जांच में जुटा है शूटर की पहचान 45 साल के रैडक्लिफ एफ ह्यूगटन के तौर पर हुई है| ब्राउन डीयर के रहने वाले इस शूटर का शव भी मिल गया है|

अमेरिका को आर्थिक सम्रद्धि के साथ ही आन्तरिक कानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|


क़ानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|
[२] बीते 2 महीनों में मिल्वोकी में गोलीबारी की यह दूसरी घटना है।
समाचार पत्र की रपट में बताया कि मॉल की पार्किंग में 12 से अधिक आपातकालीन वाहन खड़े हुए हैं और पुलिस अधिकारी ऑटोमैटिक हथियारों के साथ मॉल के आसपास गश्त लगा रहे हैं। यहाँ बम लगाये जाने की भी संभावनाएं जताई जा रही है|
[३] ५ अगस्त में विस्कॉन्सिन ओक क्रीक गुरुद्वारे में वेड एम् पेज नामक गौरे नस्ल वादी ने , छह श्र्धालू सिखों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह मिल्वोकी के समीप है|
[४] इस दुर्भाग्यशाली स्पा,ब्यूटी सैलून से लगभग पौन मील पर स्थित में ब्रूक फील्ड के एवंजेलिकल चर्च में एक व्यक्ति ने अंधाधुध गोलियां बरसा कर दो अवयस्क के साथ पांच लोगों को मौत के घात उतर कर स्वयम को भी गोली मार ली थी|
अपराध के इस बढ़ाते ग्राफ पर वहां की पोलिस और जनता चिंतित हो उठी है|जाहिर है अब अमेरिका को आर्थिक सम्रद्धि के साथ ही आन्तरिक कानून व्यवस्था को सुधारने की तरफ भी ध्यान देना होगा|

गौरी नारायणी नमोस्तुते

आज देवी के आठवें स्वरुप में सर्व मंगलकारी माँ महागौरी के पूजन का विधान है| आज कन्यायों का पूजन किया जाता है|सौभाग्य+धन+सम्पदा+सौन्दर्य+स्त्री गुणों की अधिष्ठात्री माँ गौरी को अठारह गुणों का प्रतीक माना जाता है|इन्हें अष्टांग योग की अधिष्ठात्री भी कहा जाता है|लोक कथाओं के अनुसार माँ गौरी ने भगवान शिव को वर के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया जिससे उनकी काया काली पड़ गई उस समय भगवान शिव ने गंगाजल छिड़क कर माँ को महा गौरी का स्वरुप प्रदान किया|तभी से इन्हें महागौरी कहा जाता है

गौरी नारायणी नमोस्तुते

|माँ के इस स्वरुप को श्रृष्टि का आधार और महिलाओं के अखंड सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है|