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अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाने के लिए नरेंदर मोदी के विचार स्वागत योग्य हैं ;सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पत्रकार लाल कृषण आडवाणी ने नरेंदर मोदी के सुरों के साथ सुर मिलते हुए अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाए जाने पर बल दिया है | एल के आडवाणी ने इस दिशा में पहल के लिए नरेंदर मोदी की तारीफ भी की है।
श्री आडवाणी ने अपने नए ब्लाग में लोगों को नकारात्मक मतदान का अधिकार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत किया इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान के प्रावधान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।


ब्लॉगर आडवाणी ने कहा कि वर्तमान में मतदाता संविधान प्रदत्त अपना मत देने के बहुमूल्य अधिकार का बिना किसी वैध कारण के उपयोग नहीं करता है वोह अनचाहे ही सभी उम्मीदवारों के खिलाफ नकारात्मक वोट दे देता है
।आडवाणी ने नरेन्द्र मोदी के गुजरात में किये गए सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा ने दो बार अनिवार्य मतदान के पक्ष में वोट दिया, लेकिन राज्यपाल और नई दिल्ली दोनों ने ही विधेयक को मंजूरी नही दी | उन्होंने बताया कि दुनिया के 31 देशों में अनिवार्य मतदान का प्रावधान है और मात्र एक दर्जन देशों ने ही प्रतिरोधक प्रावधाव के साथ इसे लागू किया है। आर एस एस के बाद जनसंघ और अब भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लाल कृष्ण आडवानी ने अपनी यादों को समेटते हुए बताया है कि १९५७ में जब दीनदयाल उपाध्याय ने उन्हें अटल बिहारी को सहयोग करने के लिए राजस्थान से दिल्ली बुलाया था उस समय उन्होंने चुनावी सुधारों का अध्ययन करने और उन पर पर कार्य करने का सुझाव दिया था तभी से लगातार इस दिशा में कार्य किया जा रहा है ,