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अन्ना राजनितिक संस्कृति बदलने के लिए विकल्प देंगे अनशन कल समाप्त होगा

टीम अन्ना के सभी अनशनकारी शुक्रवार३-०८-२०१२ की शाम पाच बजे अपना अनशन समाप्त कर देंगे। अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल ने इस बात का ऐलान करते हुए अब राजनितिक संस्कृति बदलने के लिए राष्ट्रव्यापि आन्दोलन चलाने का इशारा किया है
अन्ना ने साफ कर दिया है कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। बल्कि जनता के बीच से साफ-सुथरे धर्म निरपेक्ष उम्मीदवारों को खोजना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी|उन्होंने एक विकेंद्रित, लोकतात्रिक और धर्मनिरपेक्ष विकल्प देने का वादा भी किया है।
टीम अन्ना की मांग को बिल्कुल अनसुना करके सरकार ने मानवीय और राजनितिक संवेदनाएं त्याग कर अनशन कारियों को मौत के मुह में धकेल दिया है | इस अप्रिय स्थिति से बाहर निकालने के लिए और सरकार के लिए एक नया सर दर्द पैदा करने के लिए अब आन्दोलन को एक नया रूप देने का एलान किया गया है|
इससे पहले पिछले आठ दिन से अनशन पर बैठी टीम अन्ना को गुरुवार की सुबह पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह और धर्मगुरू श्री श्री रवि शकर सहित बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न क्षेत्र के शीर्षस्थ लोगों ने अनशन तोड़ कर चुनावी क्रान्ति शुरू करने की अपील की। इनमें पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जे.एम. लिंगदोह, वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर, फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और जस्टिस संतोष हेगड़े सहित सुप्रीम कोर्ट के कई रिटायर्ड जज भी शामिल हैं। इसी तरह मैगसायसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पाडे और एकता परिषद के पीवी राजगोपाल जैसे कई सामाजिक कार्यकर्ता, योगेंद्र यादव जैसे समाजशास्त्री, ईएएस सरमा जैसे वरिष्ठ प्रशासनिक पदों से रिटायर्ड हुए अधिकारियों ने भी टीम अन्ना से राजनीति को नई दिशा देने की अपील की है।
इन लोगों ने अपील की है कि वह इस सत्ता से उम्मीद छोड़ अपनी ऊर्जा एक वैकल्पिक राजनीतिक ताकत तैयार करने में लगाएं। इन शीर्षस्थ लोगों ने देश के आम लोगों से भी अपील की है कि अगर टीम अन्ना इस चुनौती को स्वीकार करती है तो वे इनका साथ देने के लिए सामने आएं।