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इमरजेंसी में राजनीतिक बंदिओं को पेंशन

लोक तंत्र सेनानियों को बहुप्रतीक्षित पेंशन की घोषणा कर दी गई है|
सपा सरकार के युवा चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव ने अपने बुजुर्गों के वायदे को निभाते हुए ३०००/=प्रति माह सम्मान प्रतीक पेंशन देने की घोषणा कर दी है|२५ जून १९७५ से २१ मार्च १९७७ तक आपातकाल के दौरान मीसा के अंतर्गत राजनितिक बंदिओं को यह सम्मान एक अप्रैल २०१२ से मिलगा
गौरतलब है कि श्रीमति इंदिरा गांधी की इमरजेंसी के खिलाफ लड़ाई में जेल जाने वालों को लोक तंत्र सेनानी कि संज्ञा देकर उन्हें सम्मान के रूप में पेंशन देने कि घोषणा स्वयम सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने की थी
अब उनके पुत्र चीफ मिनिस्टर हैं सो अपने पिता के वायदे को उन्होंने निभा दिया है|
पेशन के अतिरिक्त सरकारी अस्पतालों में मुफ्त ईलाज और निगम की बसों में सहयोगी के साथ मुफ्त यात्रा सुविधा भी मिलेगी|
२२ अगस्त को सरकार से लोक तंत्र सेनानियों को बहु प्रतीक्षित सम्मान के रूप में पेंशन दिए जाने की मांग की गई थी
वयोवृद्ध धर्मवीर आनंद ने लोक तंत्र रक्षक सेनानी +मेरठ रत्न + शौर्य पदक +यूं पी पंजाबी बिरादरी सभा+के अध्यक्ष और खुखरान वर्ल्ड ब्रदर हुड के उप प्रधान है|और श्रीराम मंदिर एवं श्रीराम पब्लिक स्कूल के ट्रस्ट प्रधान भी हैं|इन्होने एक पत्र के माध्यम से बहुप्र्तक्षित सम्मान का स्मरण सरकार को कराया था

लोक तन्त्र सेनानिओं को अब पेंशन की घोषणा से सपा ने एक तीर से दो लक्ष्य साधने का प्रयास किया है|
इमरजेंसी में मीसा में अधिकाँश निरुद्ध राजनीतिक बंदी एक पार्टी विशेष से सम्बंधित थे अब इस पेंशन से उस बड़े वोट बैंक को अपने साथ किया जा सकता है

दूसरे कांग्रेस कि सरकार ने यह इमरजेंसी लगाई थी अब उसके पीड़ितों को सम्मानित करने से यह मेसेज भी दे दिया गया है कि कांग्रेस को वर्तमान में सहयोग को गारंटी नहीं समझा जाना चाहिए |
२२ अगस्त मेरठ लोक तंत्र रक्षक सेनानियों को पेंशन की मांग उठी
उत्तर प्रदेश सरकार से लोक तंत्र सेनानियों को बहु प्रतीक्षित सम्मान के रूप में पेंशन दिए जाने की मांग की गई है|
वयोवृद्ध धर्मवीर आनंद ने लोक तंत्र रक्षक सेनानी +मेरठ रत्न + शौर्य पदक +यूं पी पंजाबी बिरादरी सभा+के अध्यक्ष और खुखरान वर्ल्ड ब्रदर हुड के उप प्रधान है|और श्रीराम मंदिर एवं श्रीराम पब्लिक स्कूल के ट्रस्ट प्रधान भी हैं|
श्री आनंद ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को एक पत्र लिखा है जिसमे यह स्मरण कराया गया है कि उनकी तत्कालीन सरकार [मुलायम सिंह]द्वारा इमरजेंसी के बाद स्वतंत्रता सेनानी कल्याण परिषद् उत्तर प्रदेश के माध्यम से लोक तंत्र रक्षकों को सम्मान पत्र दिए गए थे और आपात काल में जेल में कठिन यातनाएं सहते हुए लोक तंत्र कि रक्षा करने वालों को पेंशन भी देने कि घोषणा की गई थी
इस घोषणा के कुछ समय पश्चात ही बसपा की सरकार आने से यह घोषणा खटाई में पड़ गई|
अब पुनः सपा कि सरकार सत्ता में है और अखिलेश यादव के युवा हाथों में कमान है इसीलिए अब मानवता को सम्मानित करने के लिए युवा न्रेतत्व अपने बुजुर्गों के वचनों को निभाएगा और लोक तंत्र सेनानियों को मुख्य मंत्री द्वारा पेंशन के रूप में सम्मानित किया जाएगा|
गौरतलब है कि आपात काल में जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया था तब जेल जाने वाले कार्यकर्ताओं को लोक तंत्र के रक्षक सेनानी की संज्ञा दी गई थी और सम्मान पत्र के साथ पेंशन भी देने की घोषणा की गई थी उसी संदर्भ में अब यह मांग उठाई गई है|Permalink: http://jamosnews.com

Comments

  1. Apple now has Rhapsody as an app, which is a great start, but it is currently hampered by the inability to store locally on your iPod, and has a dismal 64kbps bit rate. If this changes, then it will somewhat negate this advantage for the Zune, but the 10 songs per month will still be a big plus in Zune Pass’ favor.