चालू खाता घाटे को नियंत्रण में रखने के लिए किये जा रहे उपायों में अब सोने और प्लैटिनम पर सीमा शुल्क में 8 से 10 प्रतिशत तक और चांदी पर 6 से 10 प्रतिशत वृद्धि की गई है।इस विषय में संसद में आज अधिसूचना प्रस्तुत कर दी गई। इसके चलते अयस्क सोने/सांद्र सोने, सोना डोर छड़ और चांदी डोर छड़ पर सीमा शुल्क में समायोजन किया जा रहा है। इसी प्रकार अयस्क/सांद्र सोने, सोना डोर छड़ पर सीमा शुल्क 6 से 8 प्रतिशत, जबकि चांदी डोर छड़ पर 3 से 7 प्रतिशत सीमा शुल्क में बढोत्तरी की जा रही है।
गौरतलब है कि भारत इन धातुओं का बढ़ा आयातक देश है जिसके बदले में विदेशी मुद्रा बाहर जाती है| अप्रैल से मात्र चार महीनों में चांदी के आयात में कीमत के भुगतान के हिसाब से २००% कि बढ़ोत्तरी हुई है जबकि सोने के इम्पोर्ट में यह वृधि ६८% है|
सोने और चांदी पर सीमा शुल्क में बदलाव के परिणाम स्वरूप अयस्क/ सांद्र सोने से बनी सोने की शुद्ध छड़, सोने/चांदी डोर छड़ या तांबे पर उत्पाद शुल्क में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। उसी तरह, अयस्क/सांद्र चांदी से बनी, सोने/चांदी डोर छड़ या तांबे, जिंक या पिघले सीसे पर उत्पाद शुल्क में 4 से 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो रही है।
भारत, सोने और चांदी का एक प्रमुख आयातक देश है। इस वर्ष 2012-13 के दौरान आयातित सोने की मात्रा 845 मीट्रिक टन थी जिसका मूल्य 2,45,862 करोड़ रूपए था। वर्ष 2012-13 में 10,691 करोड़ रूपए मूल्य की 1963 मीट्रिक चांदी का आयात किया गया। 17 जनवरी 2012 से पहले 99.5 शुद्धता वाले स्टैंडर्ड सोने पर आयात शुल्क 300 रूपए प्रति 10 ग्राम था। 17 जनवरी 2012 से शुल्क में 2 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई। उसके बाद 2012-13 के बजट में इसमें 4 प्रतिशत की वृद्धि की गई जिसे 21 जनवरी 2013 को और बढाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया।
उसके बाद 5 जून 2013 से सोने पर आयात शुल्क 6 से 8 प्रतिशत की दर से बढ़ा दिया गया।
शुल्क बढ़ाने का मूल उद्देश्य सोने के आयात पर अंकुश लगाना था। चांदी पर पिछली बार 17 जनवरी 2012 से शुल्क दरें संशोधित की गई थीं।
17 जनवरी 2012 से पहले, चांदी पर सीमा शुल्क 1500 रूपए प्रति किलोग्राम के विशेष मूल्य पर आधारित था जिसे 17 जनवरी 2012 से 6 प्रतिशत बढ़ाया गया था।
हाल के महीनों में सोने और चांदी के आयात में उछाल देखा गया है। मात्रामक रूप में अप्रैल से जुलाई 2013 में सोने का आयात 205 मीट्रिक टन से बढ़कर 383 मीट्रिक टन हो गया जो कि 87 प्रतिशत की वृद्धि है। मूल्य के रूप में देखें तो आयात, 56,488 करोड़ रूपए से बढ़कर 95,092 करोड़ रूपए के मूल्य का हो गया जो कि करीब 68 प्रतिशत बढ़ोत्तरी दिखाता है। अप्रैल से जुलाई 2013 के दौरान चांदी का आयात अप्रैल से जुलाई 2012 के 4,281 करोड़ रूपए के मुकाबले 12,789 करोड़ रूपए मूल्य का रहा, जो करीब 200 प्रतिशत बढ़ोत्तरी है। कल, वित्त मंत्री ने सोने और चांदी के आयात को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया था।