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चीन तो सीमाओं से वापिस जा रहा ये किसान आंदोलनकारी कब बॉर्डर छोड़ेंगे

#सीमांतभोटियानागरिक
ओए झल्लेया!शुक्र है चीन को सद्बुद्धि आ गई।युद्ध की संभावनाओं को टालते हुए चीन ने अपनी अतिक्रमणकारी सेनाओं को पेंगोंग झील से वापिस बुलाने शुरू कर दिए।ओए अब इस छेत्र का भी आसानी से विकास हो पायेगा
झल्ला
भापे!ठाकुर राजनाथ सिंह के संसद में ब्यानानुसार चीन तो सीमाओं से अंगुल अंगुल (फिंगर) ही वापिस जा रहा है लेकिन ये किसान आंदोलनकारी कब राजधानी का बॉर्डर छोड़ेंगे?।कब घरों को शांति पूर्वक लौटेंगे??चीन तो चला जायेगा लेकिन संसद में और संसद के बाहर चीन को लेकर चिलपों करने वाले अतिक्रमणकारी जब अपनी अपनी सीटों पर बैठ जाएंगे तभी सही मायनों में विकास के कुछ मायने होंगे।