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डाक्टर मन मोहन सिंह ने आज खुल कर विकास की बांसुरी बजाई

प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने आज खुल कर विकास की बांसुरी बजाई और देश वासिओं को मोहने का प्रयास किया|आज टी वी चेनलों पर सीधे प्रसारण में डाक्टर मन मोहन सिंह ने राष्ट्र के नाम सन्देश दिया| अर्थ शास्त्री होने के बावजूद उन्होंने एक कुशल राजनीतिक की भांति जहां देश के लिए वित्तीय सुधारों को जरुरी बताया वहीं विपक्ष को भी निशाने पर रखा |
पी एम् ने राष्ट्र के नाम हिंदी और अंगरेजी में सन्देश दिया संभवत पहली बार उन्होंने हिंदी में संबोधन किया |चूंकि हिंदी बेल्ट में ज्यादा असर दार तरीके से कल के भारत बंद को सफल बनाया गया है इसीलिए हिंदी में सन्देश देते हुए उन्होंने बंद को अनावश्यक और बहकाने वाला बताया|उन्होंने डीजल+गैस की कीमतों में बढोत्तरी और ऍफ़ डी आई को देश के लिए जरुरी बताते हुए कहा कि
[१] देश में जरुरत का ८०%तेल को विदेशों से आयात किया जाता है| वहां तेल के दामो में बढोत्तरी होने से हमारे देश में उसका असर पड़ना लाजमी है अभी तक सरकार ने कीमतें बड़ा कर आम जनता पर कोई बोझ नहीं पड़ने दिया मगर अब १७/=प्रति लीटर दाम बदने पर केवल ५/= हे बढाये गए है| शेष राशि को सरकार द्वारा व्यय किया जा रहा है|अभी तक देश में डीजल का प्रयोग उद्योगों के अलावा महंगी गाडिओं में भी प्रयोग किया जाता है और महंगी गाड़ियों के लिए डीजल पर सब्सिडी देना उचित नहीं है|
[२]केरोसीन आयल गरीब आदमी द्वारा यूज किया जाता है इसीलिए उस पर कोई दाम नहीं बढाये गए हैं|पेट्रोल पर भी बोझ का किया गया है|
|[३]५०% जनता द्वारा साल में ६ से कम सिलेंडर ही यूज किये जाते हैं इसीलिए हमने ६ सिलेंडरों पर सब्सिडी को जारी रखा है|
[४ ]विदेशी निवेश को खुदरा व्यापार में जरुरी बताते हुए उन्होंने कहा कि ऍफ़ डी आई से किसी को कोई नुक्सान नहीं होगा|इस विषय में लोगों को गुमराह किया जा रहा है| पैसा पेड़ों पर नहीं लगता | विदेशी निवेश जरुरी है जिससे नवजवानों को नौकरियां मिलेंगी|पूरे विश्व में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है|यहाँ तक कि चीन भी इससे अछूता नहीं रहा है|१.४० लाख हज़ार करोड़ का वित्तीय घाटा २ लाख करोड़ तक पहुँचने के कगार पर पहुँच गया इससे विदेशों में साख गिरने का खतरा भी उत्पन्न हो गया |ऐसे में विदेशों से कर्ज़ लेने के लिए अपने खर्चे स्वयम उठाने जरुरी हैं |उन्होंने विदेशों का उदहारण देते हुए बताया कि अनेक देशों में मंदी के असर से जूझने के लिए वहां तनख्वाहें और पेंशन कम की जारही है |ऐसी स्थिति को में देश में नहीं आने दे सकता|
इस अवसर पर उत्साह से भरे पी एम् ने विपक्ष पर भी प्रहार किये उन्होंने कहा कि विरोधिओं द्वारा देश को गुमराह किया जा रहा है|१९९१ में भी यही किया गया था मगर ये झूठे साबित हुए अभी भी ये गलत ही साबित होंगें|उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आम आदमी की सरकार है और आम आदमी के विकास और कल्याण के लिए काम करती रहेगी|इसके लिए उन्होंने विशवास+सहयोग और समर्थन का आग्रह किया |
डाक्टर मन मोहन सिंह को बीते दिनों विदेशी और देशी मीडिया द्वारा सायलेंट मोड़+ लेम डक+दब्बू और फिसड्डी कहा जा रहा था लेकिन आज पी एम् ने इन सारे अलंकरणों को अनावश्यक गैर जिम्मेदाराना आरोप और छवि को खराब करने वाले साबित करते हुए पूरे आत्मविशवास से अपने चुनावी घोषणा पत्र को समय सीमा में पूरा करने का वायदा दोहराया