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थालियां सबके लिए सजाई जाती है,परोसे के इंतज़ार में मर जाता है दिल

#मोदीभापे
हुक्मरानों के वायदों से दहल जाता है दिल, सियासत के नाम से ही घबराता है दिल
हुकूमतें बदलने की अब जरूरत नहीं ,हर हुकूमत से भर चुका है पीड़ितों का दिल
अलीकुली का देख संसद में नंगा नाच ,लोकतंत्र के मंदिर से ही आंख चुराता है दिल
#आरटीआई का हुआ ऐसा बुरा हाल,अब तो हर सुधार नाम से बिफर जाता है दिल
थालियां सबके नाम से सजाई जाती है जरूर,परोसे के इंतज़ार में मर जाता है दिल