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देश के ५३ छावनी परिषदों[CantonmentBoard] में अग्निशमन गाड़ियां तक नहीं हैं

भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने देश के ५३ छावनी परिषदों[ CantonmentBoard] में संसाधनों की कमी को स्वीकार किया
रक्षामंत्री श्री ए. के. एंटनी ने आज लोक सभा में राकेश सिंह और वीरेंद्र कश्‍यप को एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि देश की 53 छावनी बोर्ड दमकल सेवाओं के लिए राज्‍य सरकार अथवा स्‍थानीय सैनिक अधिकारियों पर निर्भर करते हैं |
जबलपुर सहित 42 छावनी बोर्ड कोहरे/ स्‍प्रे मशीनों का खुद रख-रखाव करते हैं।
ठंड के कारण 12 पहाड़ी छावनी बोर्डों को कोहरे की मशीनों की जरूरत नहीं पड़ती|
जिन छावनी बोर्डों के पास अपनी दमकल गाड़ियां और/ अथवा कोहरे की मशीनें नहीं हैं और वे इन सेवाओं के लिए राज्‍य सरकार अथवा स्‍थानीय सैनिक अधिकारियों पर निर्भर करते हैं,
केवल [1]दिल्‍ली[2] देवलाली[3] फिरोजपुर[4] कसौली]5] किर्की[6] महु[7]पुणे ]8]सेंट थॅामस माउंट और पल्‍लावरम के पास ही अपनी दमकल गाड़ियां हैं।
जबकि [अ] जबलपुर छावनी बोर्ड ने जबलपुर नगर-निगम से ठेके पर दमकल गाडी ली है। संसाधनों के अभाव से होने वाली किसी तरह की कठिनाई की जानकारी उन्‍होंने नहीं दी है।