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निर्गुट देशों के सम्मलेन को अमेरिकी जवाब

निर्गुट १२० देशों के तेहरान में चल रहे सम्मलेन के समय अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भी कल[३० अगस्त] से छह देशों की यात्रा शुरू करेंगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक,हिलेरी 31 अगस्त को दक्षिण प्रशांत द्वीप स्थित कुक द्वीप में आयोजित 43 वें प्रशांत द्वीपीय देशों के नेताओं की बैठक के बाद होने वाली वार्ता में हिस्सा लेंगी। बयान में जोर देते हुए कहा गया है कि यह अमेरिका व प्रशांत द्वीपीय देशों के बीच संपर्क मजबूत बनाने और सहयोग बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।जिससे अमेरिका व इन देशों के बीच आर्थिक,रणनीति,पर्यावरण व सुरक्षा मुद्दों पर गहरा संपर्क कायम हो सकेगा।कुक द्वीप,के अलावा इंडोनेशिया,चीन,पूर्वी तिमोर,ब्रुनेई व रूस आदि का दौरा भी घोषित है|
गौरतलब है की तेहरान में नाम [नान एलाईन मोवमेंट]का सम्मलेन का आयोजन है चूंकि आज कल ईरान और अमेरिका में एक तरह से शीत युद्ध चल रहा है इसीलिए सम्मलेन में ईरान द्वारा अमेरिका के विरुद्ध जनमत जुटाने का पूरा प्रयास किया जाएगा|शीत युद्ध के दौरान गठित इस नाम की संस्था का उपयोग अमेरिका के खिलाफ हो पायेगा इसमें कुछ संदेह है मगर क्योंकि अमेरिका में नवम्बर में चुनाव होने हैं और इस सम्मलेन से अगर कोई अमेरिका विरोधी सन्देश जाता है तो उसका असर सत्तारूड डेमोक्रेट्स पर पड़ सकता है|संभवत इसीलिए विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का छह देशों का यह दौरा अमेरिका की स्थिति को मजबूती प्रदान कर सकेगा
हिलेरी 4 से 5 सितंबर तक चीन का दौरा करेंगी,इस दौरान वे चीन के साथ चीन-अमेरिका संबंधों में कई महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा करेंगी,जिसमें अपेक बैठक की तैयारी कार्य, आगामी बहुपक्षीय बैठक व अन्य द्विपक्षीय,क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दे शामिल हैं। यह दोनों देशों के बीच साझेदारी संबंधों के लिये बहुत अहम है।
इस दौरे के अंतिम पड़ाव में वे रूस में 8 से 9 तिसंबर तक आयोजित अपेक बैठक में भाग लेंगी, और कई नेताओं के साथ व्यापार उदारीकरण,खाद्य सुरक्षा व हरित अर्थव्यवस्था आदि मुद्दों पर चर्चा करेंगी।