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प्रियंका के आने से अब सपा +बसपा खुद ही समझौते की टेबल पर आ जायेंगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

औए झल्लेया कांग्रेस तो खुल कर नंगई पर उत्तर आई |इसके अध्यक्ष राहुल गाँधी फ्लॉप हो गए तो अब वंशवादी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा को महासचिव बना कर सियासी मैदान में ले आये |

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी |कांग्रेस का यह तीर बेशक देखने में छोटा लग रहा है मगर कई दिशाओं में घाव करने वाला है|
[१] चौड़े हुए जा रहे सपा बसपा के गठबंधन की अकड़ ढीले करने के लिए पर्याप्त है |देखना ये लोग अब खुद बखुद सौदे बाजी के लिए सीटें ऑफर करने पर मजबूर हो जायेंगे
[२]भाजपा के तीरों पर अब तक राहुल गाँधी ही थे लेकिन अब आपकी भी एकाग्रता भंग होगी
[३]कांग्रेसियों में उत्साह तो बढ़ेगा ही इसके साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश की सीटों पर कांग्रेस का आधार वोट बैंक भी लौट सकता है