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मोदीभापे !आजादी के हर दौर के सियासी दरबारों से निराश ही लौटा हूँ

#विभाजनपश्चातविभीषिकासमृति
#दिलकेफफोले
#रिहैबिलिटेशन क्लेम
#मोदीभापे !
आजादी के हर दौर के सियासी दरबारों से निराश ही लौटा हूँ
हुकुमरानों को समझ नहीं आती, कभी उन्हें फुरसत नहीं होती