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यूपीए-2 सरकार ने एक साल के लिए ४४ पोर्ट फोलियोज के चेहरे बदल कर २०१४ की तरफ कूच किया

यूपीए-2 सरकार में आज रविवार को बहुप्रतीक्षित बड़ा फेरबदल करते हुए कुल ४४ पोर्ट फोलियोज के चेहरे बदले गए हैं| प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह ने बेशक इस फैर बदल को इस सरकार का आखरी बदलाव बताया है और इसी के सहारे २०१४ के चुनावों के समर में उतरने की यौजना बनाई जा रही है लेकिन इन नए चेहरों से यूं पी ऐ का भाग्य बदल पायेगा इसमें संशय देखा जा रहा है|कांग्रेस ने अपनी पुराणी विचार धारा को आगे लाकर अपने विरोधियों को धत्ता बताते हुए हाल ही में दाग दार हुए कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को प्रोमोट करके विदेश मामलों का प्रभार सौंप दिया है | दिल्ली में बिजली के बिलों को लेकर आई ऐ सी के हमलो से दागदार हुई शीला दीक्षित को केंद्र में नहीं लिया गया |इससे सत्ता का दम्भ साफ़ नज़र आता है|प्रवक्ता मनीष तिवारी को अक्सर हिंदी मीडिया के विरुद्ध जहर घोलते हुए देखा जाता रहा है|शायद हिंदी चैनलों के साथ प्रिंट मीडिया को भी एक सन्देश देने का प्रयास किया गया है| ऐ रहमान खान को अल्लाह के नाम पर केबिनेट मंत्री की सबसे पहले शपथ दिला कर गुजरात और हिमाचल में होने वाले चुनावों में तत्कालिक रूप से मुस्लिम वोटो के लिए चुम्बकीय प्रभाव पैदा करने का पारंपरिक प्रयास किया गया है|जैसी की उम्मीद की जा रही थी, भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे पहली डिफेंस लाईन के श्रीप्रकाश जायसवाल को टच नहीं किया गया| बड़बोले दिग्विजय सिंह को भी सरकार से बाहर ही रखा गया है| आश्चर्यजनक रूप से आई पी एल के खलनायक शशि थरूर की वापिसी हुई है| भाजपा के लिए एक जवाब हो सकती है कि जब भाजपा ने अपने दागी नेता नहीं हटाये तो कांग्रेस ही क्यूं अपने लोगों को नाराज करे| शायद इसीलिए इस केटल क्लास में सफ़र करने से नाक मुह सिकोड़ने वाले तीसरे पेज के नायक को जम्बो जेट में स्थान दे दिया गया है| प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने इस फेर बदल को | युवा, अनुभव और विभागों की प्रासंगिकता वाली टीम तो बताया मगर राहुल गाँधी को नई उर्जा के रूप में अपनी केबिनेट में शामिल नही कर पाए|

यूपीए-2 सरकार ने एक साल के लिए ४४ पोर्ट फोलियोज के चेहरे बदल कर २०१४ के तरफ कूच किया


वर्तमान में उत्तर प्रदेश+बिहार+उतराखंड में कांग्रेस की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है इस नए चेहरे में यहाँ के लिए कोई रूचि पैदा नहीं की गई|उलटे अपने विवादित बयानों से सरकार के लिए परेशानियाँ पैदा करने वाले बेनी प्रसाद वर्मा+श्री प्रकाश जायसवाल को कोई दंड नहीं सुनाया गया | इस सबको देखते हुए यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने सरकार के लिए शेष मात्र एक बरस के लिए यह ढाई कोस की रेस शुरू की है यह उसे आम आदमी के साथ जोड़ पायेगी इसमें संदेह है| एक सकारात्मक कदम के रूप में अहिन्दी भाषी निनांग एरिंग (अल्पसंख्यक कार्य) ने हिंदी में शपथ ली |
[ ७] कैबिनेट,[ २] स्वतंत्र प्रभार और [१३] राज्य मंत्रियों के साथ कुल 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इसके अलावा कई मंत्रियों के विभाग भी बदले गए हैं। संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल को रेल मंत्री और कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को प्रमोशन देकर विदेश मंत्री बनाया गया है। वहीं कैबिनेट में शामिल किए गए अश्विनी कुमार को नया कानून मंत्री बनाया गया है। इसे अलावा आज कैबिनेट में शामिल किए गए पल्लम राजू को मानव संसाधन मंत्री, अजय माकन को हाउसिंग और गरीबी उन्नमूलन, हरीश रावत को जल संसाधन मंत्री, चंद्रेश कुमारी को संस्कृति मंत्री और दिनशा पटेल को खनन मंत्री बनाया गया है। मनीष तिवारी को सूचना और प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है।
5 को प्रोमोट किया गया है |

प्रदेश कोटा

[ ६] मंत्री आंध्र प्रदेश,[ ३] पश्चिम बंगाल,[ २] केरल,[ २] पंजाब,[ 2 ]गुजरात [१]दिल्ली व [१]उत्तराखंड से मंत्री शामिल किए गए। कैबिनेट के इस फेरबदल में [२१] मंत्री कांग्रेस, जबकि[ १] एनसीपी का शामिल किया गया।

कैबिनेट मंत्री

: [1]के रहमान खान (अल्पसंख्यक कार्य),[2] दिनशा जे पटेल (खान),[3] अजय माकन (आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन),[4] एमएम पल्लम राजू (मानव संसाधन विकास), [5]अश्वनी कुमार (कानून), [6]हरीश रावत (जल संसाधन),[7] चंद्रेश कुमारी कटोच (संस्कृति)।

राज्य मंत्री :स्वतंत्र प्रभार

:[8] मनीष तिवारी (सूचना प्रसारण), [9]के चिरंजीवी (पर्यटन)राज्य मंत्री:[10] शशि थरूर (मानव संसाधन विकास),[11] के सुरेश (श्रम एवं रोजगार),[12] तारिक अनवर (कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग),[13] केजे सूर्य प्रकाश रेड्डी (रेलवे),[14] रानी नाराह (आदिवासी कार्य), [15]अधीर रंजन चौधरी (रेलवे),[16] एएच खान चौधरी (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण), [17]सर्वे सत्यनारायण (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग) [18]निनांग एरिंग (अल्पसंख्यक कार्य), [19] दीपा दासमुंशी (शहरी विकास),[20] पी बलराम नाइक (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता),[21] कपारानी किल्ली (संचार एवं आईटी), [22]लालचंद कटारिया (रक्षा)

मंत्रियों के पोर्ट फोलियो में फेरबदल

]

कैबिनेट मंत्री

: वीरप्पा मोइली (पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस),[२४] जयपाल रेड्डी (विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान),[२५] कमलनाथ (संसदीय कार्य एवं शहरी विकास),[२६] वयलार रवि (प्रवासी भारतीय कार्य),[२७] कपिल सिब्बल (संचार एवं आईटी), [२८]सीपी जोशी (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग),[२९] कुमारी सैलजा (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता),[३०] पवन कुमार बंसल (रेलवे)[३१] सलमान खुर्शीद (विदेश),[३२] जयराम रमेश (ग्रामीण विकास)।

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार):

[३३] ज्योतिरादित्य सिंधिया (बिजली)[३४], केएच मुनियप्पा (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम),[३५] भरत सिंह सोलंकी (पेयजल एवं स्वच्छता)[३६], सचिन पायलट (निगमित कार्य)[३७], जितेन्द्र सिंह (खेल एवं युवा मामले)।

राज्य मंत्री:

[३८] ई अहमद (विदेश),[३९] डी पुरंदेश्वरी (वाणिज्य एवं उद्योग),[४०] जितिन प्रसाद (रक्षा एवं मानव संसाधन विभाग),[४१] एस जगतरक्षकन (नवीन एवं नवीकत ऊर्जा),[४२] आरपीएन सिंह (गृह)[४३], केसी वेणुगोपाल (नागर विमानन), [४४]राजीव शुक्ला (संसदीय कार्य एवं योजना)।