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रहमान मलिक ने हाफिज सईद की गिरफ्तारी के लिए बाळ भारत के पाले में सरकाई

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने 26/11 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की गिरफ्तारी के बाळ फिर से भारत के पाले में डाल दी है|उन्होंने भारत द्वारा उपलब्ध कराये गए सबूतों को अपर्याप्त बताया | दोनों देशों के बीच नए वीजा समझौते को मंजूरी अवश्य प्रदान कर दी गई है| । अब पाक से साथ सिंगल की जगह मल्टिपल वीजा लागू होगा।
भारत के दबाव के बाद भी पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने 26/11 के मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई का कोई संकेत नहीं दिया है। मलिक ने कहा कि सईद को गिरफ्तार करने के लिए ठोस सबूत नहीं हैं। अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचने पर मलिक ने रिपोर्टर्स से कहा, ‘हाफिज सईद से हमें कोई ‘प्यार’ नहीं है। यहां से जाने से पहले यदि मुझे आज भी कोई सूचना मिलती है तो मैं उसकी गिरफ्तारी का आदेश दूंगा।
उन्होंने कहा कि बहुत दुष्प्रचार चल रहा है और पाकिस्तान पर काफी दबाव है। उन्होंने कहा, ‘मुझे केवल सूचनाओं वाले ढेरों डोजियर मिल रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सईद तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है। मगर सबूतों के आभाव में हर बार रिहा हो गया| भारत ने सईद को खुलेआम घूमने देने और भारत विरोधी भड़काऊ भाषण देने पर पर पाकिस्तान को अपनी गंभीर चिंता से भी अवगत कराया है।
मलिक ने कहा कि 2008 के मुम्बई हमले में सईद के शामिल होने के बारे में महज लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अजमल कसाब का बयान उस पर शिकंजा कसने के लिए एकमात्र सबूत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘उसकी पुष्टि करने के लिए कुछ होना चाहिए।’ मलिक ने भारत और पाक के बीच वीजा नियमों को लचीला बनाने की वकालत करते हुए कहा कि वह अमन का पैगाम लेकर भारत आए हैं।
निर्धारित समय से तीन घंटे देर से भारत पहुंचे मलिक ने प्रोग्राम में थोड़ी तब्दीली करते हुए पाकिस्तान की वायुसेना (पीएएफ) का विमान लिया था, जिसके कारण उन्हें भारतीय अधिकारियों से दोबारा इजाजत लेने पड़ी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने भारत को गुरुवार देर रात ही बताया कि मलिक 13 सदस्यीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल एवं पांच मीडियाकर्मियों के साथ पीएएफ के विमान से आयेंगे| उसके बाद प्रशासन ने पालम तकनीकी क्षेत्र में विमान के उतरने के लिए मंजूरी दी। निर्धारित प्रक्रिया और अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार सैन्य विमान के उपयोग की स्थिति में भारतीय वायुसेना को इस बात की जांच करनी थी कि चालक दल के कितने सदस्य हैं और विमान पर कौन से उपकरण हैं। पाकिस्तानी पक्ष से सारा ब्यौरा मिलने के बाद विमान को उतरने की इजाजत दी गई, लेकिन हवाई अड्डे के नागरिक क्षेत्र में न कि तकनीकी क्षेत्र में। मलिक को दोपहर दो बजे यहां पहुंचना था लेकिन वह शाम छह बजे पहुंचे।
इससे पहले उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सौरभ कलियाँ के परिवार से मिलाने की भी इच्छा व्यक्त की थी मगर बाद में एक और ब्यान दिया कि कैप्टेन कालिया की मौत शायद मौसम कि वजह से भी हो सकती है|इस पर शहीद की माता ने कड़ा

Home Minister Of Pakistan Rahman Malik

एतराज जताया है|
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Comments

  1. Stephen, I bought the very first letter and each one following Except Margaret Cho’s. Are you able to remedy that, you should?