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राहुल गाँधी को पी एम् के प्रोमोशन लिए राजनीतिक रिजर्वेशन सपा को मंजूर नहीं

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव बेशक यूं पी ऐ सरकार के कई बार संकट मौचक बन कर उभरे हैं मगर अब उन्होंने कांग्रेस की नीतियों पर हमले तेज कर दिए हैं|यह तीसरे मौर्चे के मुखिया बनने की लालसा है+१६वी लोक सभा में अपने दम पर सरकार बनाने की इच्छा है + डाक्टर मन मोहन सिंह पर लटक रहे कोयला घोटालों की तलवार की धार को दूसरी तरफ मौडने या फिर यूं पी में किसी लाभ के लिए कांग्रेस को दबाब में रखने का कोई राजनितिक दावं है यह तो समय ही बतायेगा मगर सपा ने फिलहाल कांग्रेस की नीतियों +मंत्रियों का खुल कर विरोध करना शुरू कर दिया है|
संसद के इस सत्र में सरकारी नौकरियों में प्रोमोशन में रिजर्वेशन का जोर दार विरोध करके सपा ने जहाँ अपने राजनितिक शत्रु बसपा को पटखनी दी वहीं केंद्र सरकार की रिजर्वेशन कार्ड खेलने की मंशा को भी धराशाई कर दिया| लेकिन अगर गौर से देखा जाए तो मुलायम सिंह यादव ने एक तरह से राहुल गांधी की २०१४ में ताजपोशी पर भी विरोध दर्ज़ करा दिया था|श्री मुलायम सिंह यादव के भाषण में एक बात गौर करने लायक है| उन्होंने कहा था कि जूनियर के सीनियर के सर पर बैठाने कि किसी भी साजिश का विरोध किया जायेगा| कांग्रेस के कई धड़े आये दिन डाक्टर मन मोहन सिंह के स्थान पर राहुल गांधी को पी एम् बनाने की वकालत करते आ रहे हैं| अर्थार्त यहाँ भी आरक्षण और ये आरक्षण कई राजनीतज्ञों के गले उतरने वाला नहीं है ख़ास तौर पर जो लोग बरसों से पी एम् कि कुर्सी का ख्वाब देख रहे हैं उनके तो सारे ख़्वाब ही धरे के धरे रह जायेंगे|इसीलिए जूनियर को सीनियर बनाये जाने का विरोध सपा ने किया और इस के माध्यम से राहुल के रिजर्वेशन पर भी एतराज दर्ज़ करा दिया|इसी कड़ी में मुलायम ने कोयला घोटालों पर कडा रुख अपनाया और सपा महासचिव प्रोफ़ेसर राम गोपाल यादव ने कोयला मंत्री श्री प्रकाश पर अपने नजदीकियों को कोयला खंड आवंटित करने का आरोप लगाया है|
अगली लोकसभा के लिए चुनाव में भले ही अभी डेढ़ साल बाकी हो, पर समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय क्षितिज पर मजबूत होकर उभरने की अपनी कोशिश तेज कर दी है। कोलकाता में आज से शुरू होने वाली सपा की दो दिनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इस बात पर खास तौर से केंद्रित रहेगी कि आने वाले चुनाव में किस तरह से केंद्र में सत्ता की चाबी सपा के हाथ में हो। यूं भी मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार को दिशाहीन करार देते हुए एलान किया है कि उनकी पार्टी अब विपक्ष में है। इसके लिए न केवल वह कांग्रेस से अपने रिश्तों को पुनर्परिभाषित करने का प्रयास करेगी, बल्कि समान विचारधारा वाले दलों से अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की भी रूपरेखा तय करेगी।
उत्तर प्रदेश में धमक के साथ सत्ता हासिल करने वाली सपा को इस बार लोकसभा चुनाव में अपने लिए उम्मीद की किरणें कुछ ज्यादा ही चमकती नजर आ रही हैं। राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस की केंद्र सरकार के खिलाफ घोटालों की लंबी फेहरिश्त हो या भाजपा में नेतृत्व को लेकर छिड़ी जंग, सपा को इससे ऊर्जा ही मिली है। यही वजह हैं कि पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने हाल ही में तीसरे मोर्चे की संभावनाओं का बयान देकर भविष्य की राजनीति का संकेत देने का काम किया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए कोलकाता का चयन भी इसी नजरिए से देखा जा रहा है। सपा का इरादा इस बार उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भी अपने उम्मीदवार उतारने की है। कोलकाता में बैठक बुलाने के पीछे सपा की कोशिश पश्चिम बंगाल में जगह तलाशने की मानी जा रही है। पार्टी ने हाल ही में वरिष्ठ नेता के नंदा को उप्र से राज्यसभा का सदस्य भी बनाया है। नंदा पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
मौजूदा राजनीतिक रुख भांपते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार को दिशाहीन करार देते हुए एलान किया है कि उनकी पार्टी सरकार और पी एम् के खिलाफ नहीं है मगर उनकी नीतियों के कारन अब विपक्ष में है। बुधवार से शुरू होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की पूर्व संध्या पर किए गए इस एलान के अपने राजनीतिक अर्थ हैं।
गौरतलब है कि सपा केंद्र की मनमोहन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही है और वह ऐसा करने वाली सबसे बड़ी पार्टी है।
मुलायम ने साफ कर दिया कि पार्टी अब सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में इतने घोटाले हो रहे हैं और इतना भ्रष्टाचार बढ़ गया है कि हम सोच भी नहीं सकते। हम व्यक्तिगत तौर पर किसी के खिलाफ नहीं हैं लेकिन घोटालों का साथ नहीं दे सकते। हम सिद्धांतों के साथ हैं। इससे पहले मुलायम ने पार्टीजनों से कहा कि कोयले का घोटाला कहां जाकर रुकेगा, देखिए। बहुत भ्रष्टाचार है। केंद्र की कोई स्पष्ट नीति नहीं है, हम समझ नहीं पा रहे कि वे देश को कहां ले जाना चाह रहे हैं। कोई कुछ नहीं कह रहा, हम सुन रहे हैं, हम सरकार के संपर्क में हैं, उसकी कोई दिशा नहीं है।
कोयला ब्लॉक आवंटन में गड़बड़ी को लेकर छिड़ी जंग को नई धार देते हुए समाजवादी पार्टी ने कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल पर हमला बोला है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि जायसवाल ने संप्रग-2 में मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करते ही पहले एक घंटे में तीन कोयला ब्लॉकों का आवंटन कर दिया। इससे पता चलता है कि सब कुछ पूर्व नियोजित था और जायसवाल ने सब जानते-समझते हुए दस्तखत किए। जबकि कोयला मंत्री जायसवाल ने इस तरह के किसी आवंटन से इन्कार किया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने एक भी कोयला ब्लॉक का आवंटन नहीं किया। लेकिन समाजवादी पार्टी ने उनकी यह सफाई स्वीकार नहीं की है।