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संसद भवन में नए विचारों वाले परोपकारी सांसद भी तो चाहिए ,वरना तो तो तो

#भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!मुबारकां!! ओए उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को बहुमत से फैसला सुनाते हुए सेंट्रल विस्टा परियोजना की खातिर पर्यावरण मंजूरी और भूमि उपयोग में बदलाव की अधिसूचना को बरकरार रखा है अब तो नए संसद भवन का निर्माण कोई माई का लाल भी रोक नही सकेगा ।
इस सेंट्रल विस्टा परियोजना की घोषणा सितंबर 2019 में की गई थी। त्रिकोण के आकार वाले नए संसद भवन में 900 से 1,200 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसका निर्माण अगस्त 2022 तक पूरा होना है। उसी वर्ष भारत 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। ओए इसमे 1000 करोड़ ₹ की बचत भी होगी
#झल्ला
चतुर सेठ जी!नए संसद भवन में नए विचारों वाले परोपकारी सांसद भी तो आने चाहिए वरना तो कहा जायेगा
अपना नाम कमाए खातिर,खज़ाना दिया लुटाए
सांसद कोई आवे नही,जो आवे भिड़ भिड़ जाए