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सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये

सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि अराजकता और आतंक फैलाने वालों पर अंकुश लगाए ।
निर्वाचन आयोग को समाजवादी पार्टी द्वारा लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 13 सितम्बर,2014 को 11 विधानसभाओं +एक लोकसभा क्षेत्र में जिन सांसद महोदय को तथा एक केन्द्रीय मंत्री को प्रभारी बनाया है उससे चुनाव प्रचार में विषाक्त वातावरण बनने के आसार है। ये दोनो ही नेता उपचुनाव में “लवजेहाद“ को एक मुद्दा बनाने का ऐलान कर रहे हैं। गोरखपुर के सॉसद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक समुदाय की लड़कियों को अगवाकर उनका धर्मांतरण करने की धमकी दी गई है।
समाजवादी पार्टी निर्वाचन आयोग के संज्ञान में केन्द्रीय लघु एवं उद्योग मंत्री का यह बयान भी लाई है जिसमें उन्होने गोरखपुर के भाजपा सांसद के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि उपचुनाव में “लवजिहाद“ पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और गम्भीर विषय है। इस तरह के बयान अपराधिक श्रेणी में आते हैं जिनसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता हैं जानबूझकर सद्भाव का माहौल खराब करनेवालो के खिलाफ निर्वाचन आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार बसपा अपनी कुनीतियों के चलते सत्ता से बेदखल हुई और विधान सभा चुनावो में उसका प्रदेश में सूपड़ा ही साफ हो गया। उपचुनावो में जनता के सामने जाने की उसमें हिम्मत ही नहीं बची। प्रदेश का दलित समाज भी अब बसपा के साथ नहीं है। उनका झुकाव समाजवादी पार्टी के साथ है। दलित समाज जानता है कि समाजवादी पार्टी ही वैचारिक तौर पर उनके नजदीक है।
बसपा अध्यक्ष को अब सत्ता में हटने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा की बड़ी चिन्ता हो रही है जबकि उनके पांच साल के राज में इतनी बदहाली रही कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई।