भारतीय लोकतंत्र की विशिष्टता को दिखाने के लिए १५ वी लोक सभा के लिए २००९ में हुए आम चुनावों का उल्लेख पर्याप्त होगा| शांति पूर्ण तरीके से कराये गए इन चुनावों में 363 राजनीतिक दल शामिल हुए थे|
इन आम चुनावों में लोकसभा की 543 सीटों के लिए वोट डाले गए और लोकतंत्र के इस यज्ञ में 363 राजनीतिक दल शामिल थे।
इन 363 में से केवल 7 मान्यता प्राप्त राजनीतिक राष्ट्रीय दल थे जिन्हें भारत के निर्वाचन आयोग ने मान्यता दी थी। इन पार्टियों के नाम अंग्रेजी वर्णानुक्रम इस प्रकार हैं-
[१]भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
[२]बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी)
[३]भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई)
[४]भारत की मार्क्सवादी]क्म्युनिस्ट पार्टी ( सीपीएम)
[5]इंडियन नेशनल कांग्रेस (आईएनसी)
[6] राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)
[7]राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी)
बाकी 356 पार्टियों में से 34 दल राज्य पार्टियों के रूप में मान्यता प्राप्त थे और बाकी 322 गैर-मान्यता प्राप्त दलों के रूप में पंजीकृत थे।सअब १६ वी लोक सभा के लिएहोने वाले चुनाव क्षेत्रों में चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाकर रुपए 70 लाख कर दी गई है।
[1]असम राज्य परप्राप्त तथ्य पत्र के अनुसार असम के 14 संसदीय चुनाव क्षेत्रों में 16वीं लोकसभा के चुनाव के लिए तीन दिनों यानी अप्रैल 7, 12 और 24 को मतदान होगा।इस राज्य में 12 फरवरी, 2014 की स्थिति के अनुसार कुल 18,722,325 मतदाता हैं जिनमें से 16.6 % 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं। महिला मतदाताओं की संख्या 48.2 %है
यह मतदान 24,275 मतदान केन्द्रों पर होगा जो पूरे राज्य में 16,606 स्थानों पर स्थित होंगे।
त्रिपुरा की २ सीटों के लिए ७ और १२ अप्रैल को चुनाव होंगेजिसके लिए २२८३लोकेशनों पर ३०९५ पोलिंग स्टेशन बनाये जायेंगे २३७९५४१ मतदाता हैं जिनमे 49.04% महिलाएं हैं और 17.9% १८ से २५ आयु वर्ग में हैं
Courtesy PIB General Election Team